चावल, दाल और फूलों का आहार: सरगुजिहा व्यंजन / Flower and flour recipes of Sarguja.

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Published on: 13 December 2018

Ayesha Ahmed Khan

Ayesha Ahmed Khan is a writer based in Sarguja, Chhattisgarh. She holds Masters Degrees in Sociology and Hindi.

लकड़ा के फूलों की चटनी की सामग्री , लहसुन एवं हरी मिर्च। 

 

 

 भारत के हर राज्य की अपनी अलग अलग पहचान है। हर राज्य का खान पान एक होते हुए भी अलग हो जाता है, कयूं कि अगर हम विभिन्न खानों की सामग्री देखेंगे तो बहोत कुछ मिलती जुलती है,पर नाम बदल जाते हैं और पाक विधि भी बदल जाती है,जैसे दक्षिण भारत की इडली छत्तीस गढ़/सरगुजा में फरा कहलाता है,डोसा कहीं छिलका रोटी,कहीं धुस्का कहलाता है। लिट्टी चोखा कहीं बाटी कहलाता है।

छत्तीसगढ़ /सरगुजा की संस्कृति में सरगुझिया खान पान का अपना अलग महत्व और पहचान है।

 

लकड़ा पौधों को खेत से काट कर घर ले जाता एक किसान , सरगुजा। 

 

 

कृषि पर निर्भर सरगुजा में सभी सब्जियाँ, दालें उगाई जाती हैं। जंगल से भी कई चीजों को भोजन में इस्तेमाल किया जाता है, जैसे पुटू, करील इत्यादि।

यहां के लोग शाकाहारी,मांसाहारी दोनों हैं।

 

 

भोजन पकाने  की विधियाँ

 

अनरसा या अरसा

 

अनरसा बनाने हेतु आवश्यक सामग्री , शक्कर , चावल का आंटा  और तैयार अनरसा। 

 

 

सामग्री -

कच्चा चावल      250 ग्राम

गुड़ या शक्कर   200 ग्राम

खसखस         25    ग्राम

तलने के लिए    घी या रिफाइन तेल

 

विधि -    चावल को 4 घंटा पानी में भिगाकर,पानी निथार के पंखे की हवा में कपड़े में फैला दें।

हल्का सूख  जाने के बाद दरदरा पीस लें।

शक्कर या गुड़ को पीस कर पिसे चावल में अच्छे से मिला दें।

अब उसकी छोटी छोटी चपटी टिकिया बनाकर खसखस लगाकर धीमी आँच में तल लें।

 

करी, लकठो 

 

सामग्री - 

बेसन 1 कटोरी

मोयन के लिए 2 चम्मच तेल, तलने के लिए तेल

 

विधि -  बेसन में तेल से मोयन दे कर पानी से गूंथ लें।

अब बेसन हाँथ से पतला पतला रोल बना कर तेल में तल लें।

अगर मीठा बनाना है तो गुड़ की कड़ी चाशनी बनाकर करी में लपेट दें।

 

 

पुआ रोटी

 

तैयार पुआ रोटी 

 

 

सामग्री - 

चाँवल का आटा आधा कटोरी

गेहूँ का आटा आधा कटोरी

गुड़ एक कटोरी पानी से साथ चाशनी बना हुआ

थोड़ा सा सौंफ,नारियल किसा हुआ।                           

 

विधि -   सभी सामग्री को मिलाकर गाढा घोल बना लें।

तेल गरम करके बड़े चम्मच से तेल में गोल गोल  डालकर घीमी आँच में तल लें।

 

 

उरद बरा

 

 

तैयार उरद बरा  

 

 

  विधि -  उरद के दाल को पानी में भिगाकर पीस लें। 

दाल की पीठी में स्वादनुसार नमक, हरी मिर्ची,प्याज़ काटकर डाल दें और पकोड़े के समान तेल में तल लें।

 

 

डुबकी

 

 

तैयार डुबकी  

 

 

सामग्री - 

उरद दाल 1 कटोरी

तेल 4 चम्मच

पिसी हल्दी,मिर्ची,नमक स्वादनुसार

टमाटर या कोई भी खटाई अपने हिसाब से जितना खट्टा चाहें

बघार के लिए सरसों,मेथी दाना

 

 विधि - उरद दाल को भिगाकर,पीस कर पीठी बना लें।

तेल गरम करके सरसों,मेथी डाल दें,चटखने के बाद पिसी हल्दी,मिर्ची, नमक, कटा टमाटर या खटाई डाल कर अच्छे से भून कर पानी अंदाज़ से पानी डाल दें।

जब पानी खोलने लगे तब पीसी दाल की छोटी छोटी पकोड़ी बनाकर खोलते तरी में डाल दें और आग धीमी कर के 20 मिनट पकने दें और अपने हिसाब से गाढ़ा करके उतार लें।

 

 

लकरा (लकड़ा),पेज

 

 

चावल का पेज एवं लकड़ा के फूलों की चटनी बनाने हेतु आवश्यक सामग्री।  लकड़ा के फूल , चावल ,नमक, तैयार पेज और लकड़ा की चटनी। 

 

 

ये सरगुजा के गरीब तबके,मज़दूरों का मुख्य भोजन है।

 

सामग्री - 

लकरा, लकरा एक खट्टी सब्जी का नाम है,जो घर के पीछे की बाड़ी में मक्का,खीराआलू के खेत में बो दिया जाता है।

इसकी पत्तियाँ और फूल दोनों इस्तमाल किया जाता है। 

लकरा की पत्तियाँ सूखी या ताजी

चाँवल धुला पानी या पके चाँवल का पानी,माड़

नमक, सुखी लाल या हरी मिर्च,लहसुन स्वादनुसार

 

विधि - ताजे लकरा में सभी सामग्री मिलाकर सिल बट्टे में पीस लिया जाता है।

 सूखे लकरे को कच्चे चाँवल के पानी में डुबाकर धीमी आँच में रख कर उसमें सारी सामग्री को मोटा मोटा कूट कर डाल दें और धीमी आंच में 5 मिनट पका लें।

पके  चाँवल के गरम माड़ में सूखे लकरे को डूबा दें और नमक,मिर्ची, लहसुन पीस के मिला दें।

 

 

पेज

 

तैयार पेज

 

 

सामग्री - 

नया या पुराना चाँवल

नमक

पानी

 

विधि -  पेज नये चाँवल का ज्यादा स्वादिष्ठ लगता है।

एक कटोरी चाँवल को धो लें।

पतीली या मिट्टी के बर्तन में 4 कटोरी पानी और नमक डाल कर आग में चढ़ा दें,खोलने पर चाँवल डाल के 20 मिनट या जब तक अच्छे से पके पकने दें।

सूप के समान गाड़ा रहे।

गर्मागर्म लकरा के साथ खाएं।

ये पेट के लिए बहोत ही फायदेमंद है।

 

 

लपसी

 

सामग्री -

सूजी या कोई भी आटा आधा कटोरी

शक्कर या गुड़ आधा कटोरी,पानी मे भिगाया हुआ

छोटी इलाइची 2

चुटकी भर नमक

एक बड़ा चम्मच  घी

इकछानुसार सूखे मेवे

 

विधि - सूजी या आटे को अच्छे से धीमे आग में भून लें।

धी गरम करके पहले इलाइची और मेवे डाल कर भून लें,अब आटा या सूजी डालकर शक्कर या गुड़ का पानी धीरे धीरे चलाते हुए ताकि गाँठ बने।

चम्मच से लगातार 5 मिनट चलाते हुए पका लें।

लपसी सूप के समान पतला रहता है।

ठंड में बहोत फायदेमंद रहता है।

इच्छा होतो गरम घी में आधा चम्मच पिसी हल्दी भी डाल दें।

 

 

सूखे और ताज़े लकड़ा की चटनी

 

 

सील-बट्टे पर लकड़ा की चटनी पीसी जा रही है। 

 

तैयार  लकड़ा की चटनी । 

 

सामग्री -

 

सूखा या ताज़ा लकड़ा का फूल

नमक जरूरत नुसार

सुखी लाल या हरी मिर्च

4,6 कलियां लहसुन

 

विधि - सभी सामग्री को मिलाकर सिल बट्टे में पीस लें।

इतने व्यंजनों की विधि और फ़ोटो,वीडियो बनी।

 

 

पकवान,तीज त्योहार के खाने वाले व्यंजन-

1, गुड़ और शक्कर का अनरसा(अरसा)

2.गुड़ का पुआ

3. उरद दाल का डुबकी

4.उरद बरा

5. बेसन,प्याज का भजिया सरसों के तेल में

  

प्रतिदिन खाने वाले भोजन -

1. लकड़ा की चटनी

2.टमाटर की चटनी

3 सरसों साग

) सुकटी (सुकसी)लकड़ा,मेथी और चना साग का

5. पेज,(सरहर)

6. रोटियाँ

 

मकई की रोटी

 

मकई की रोटी

बाजरे की रोटी

चाँवल की दो प्रकार की रोटी

चाँवल को खूद, माड़ के

चाँवल के आटे की साधारण हाँथ की बनी रोटी

 

 

 

This content has been created as part of a project commissioned by the Directorate of Culture and Archaeology, Government of Chhattisgarh, to document the cultural and natural heritage of the state of Chhattisgarh.