सरगुजा
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लकड़ा के फूलों की चटनी की सामग्री , लहसुन एवं हरी मिर्च।
भारत के हर राज्य की अपनी अलग अलग पहचान है। हर राज्य का खान पान एक होते हुए भी अलग हो जाता है, कयूं कि अगर हम विभिन्न खानों की सामग्री देखेंगे तो बहोत कुछ मिलती जुलती है,पर नाम बदल जाते हैं और पाक विधि भी बदल जाती है,जैसे दक्षिण भारत की…
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छत्तीसगढ़ का स्मरण करते ही मानस पटल पर अनेक चित्र उभर जाते है। कितने राज वंश जिन्होंने यहाँ राज्य किया - नंद, मौर्य, वकाटक, नल, पांडु शरभपुरीय, सोम, कलचुरी, नाग, गोंड तथा मराठा, अपनी छाप और खान पान छोड़े और मर खप गये।
छत्तीसगढ़ अपनी खनिज संपदा एवं वन संपदा के साथ-साथ खन पान के लिये भी प्रसिद्ध है।…
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सरगुजिहा लोक गीतों में वर्षा
मानव जीवन में ऋतुओं का विशेष महत्व है। उनमें एक है वर्षा ऋतु। वर्षा ऋतु को पावस ऋतु, बरखा ऋतु, बरसात ऋतु व जीवन दायिनी ऋतु के नाम से भी जाना जाता है। इस ऋतु में सभी प्रांत के लोग अपनी-अपनी स्थानीय बोलियों में वर्षा लोकगीतों का गायन करते हैं। सरगुजा अंचल की सरगुजिहा…
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आकृति 1: गंगा दशहरा- सरगुजा अंचल
छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान क्षेत्र है जिसमे प्राकृतिक जल स्त्रोतों एवं नदिओं का बहुत माहात्म्य है। गंगा दशहरा उत्सव, उनकी सामजिक, आर्थिक महत्ता को रेखांकित करता है। इस उत्सव के द्वारा सामान्य जन, जल और उसके जीवन से सम्बन्ध का उत्सव मानते हैं। भारतीय जीवन और…
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