Early Temple Architecture

Displaying 1 - 9 of 9
Shruti Chakraborty
Long before the Taj Mahal emerged as THE monument of love in the world, there were several others as well—some even predating the seventeenth-century mausoleum built by Shah Jahan for Mumtaz Mahal. Here, we list five. (Photo Courtesy: Arian Zwegers/Wikimedia Common) Think of a monument of love, and…
in Article
श्री ए.एल. श्रीवास्तव
  श्री ए. एल. श्रीवास्तव, भिलाई (छत्तीसगढ़) में भारतीय कलामर्मज्ञ हैं| डॉ. शिल्पी गुप्ता द्वारा खोजे गए गोलमगढ़ स्थित शिवालय के सन्दर्भ में इन्होंने खोजकर्ता से बातचीत की| जिसके कुछ अंश इस प्रकार हैं—   श्री ए. एल. श्रीवास्तव: आपके राइट-अप, ‘गोलमगढ़, दुनिया का एक अज्ञात एवं अनुपम गुप्त कालीन मंदिर’…
in Interview
श्री हरफूल सिंह
  श्री हरफूल सिंह जी, राजस्थान सरकार, जयपुर के संग्रहालय एवं पुरातत्व विभाग में पुरातत्व विशेषज्ञ रहे हैं। इस क्षेत्र में इनका वर्षों का अनुभव रहा है, कला एवं वास्तु के संबंध में कई शोधपत्र प्रकाशित हैं।   डॉ. शिल्पी गुप्ता द्वारा खोजे गए गोलमगढ़ स्थित शिवालय के सन्दर्भ में इन्होंने खोजकर्ता से…
in Interview
डॉ चंद्रमणि सिंह
डॉ. चंद्रमणि सिंह, जयपुर में कला एवं संस्कृति मर्मज्ञ हैं | डॉ. शिल्पी गुप्ता द्वारा खोजे गए गोलमगढ़ स्थित शिवालय के सन्दर्भ में इन्होंने खोजकर्ता से बातचीत की। जिसके कुछ अंश इस प्रकार हैं —   डॉ. चंद्रमणि सिंह: गोलमगढ़ का शिव मंदिर बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि ये मेरे हिसाब से तो यह Early Gupta Period…
in Interview
Dr Shilpi Gupta
  भारतीय संस्कृति धर्म से जीवंत रही है। ईश्वर की सगुण भक्ति की परम्परा यहाँ प्रबल है अतः भगवान को मूर्त रूप में देखने के लिए उनकी मूर्तियाँ बनाई गईं। इसी माध्यम से उनकी पूजा, भक्ति की जाने लगी और देवमूर्ति को रखने के लिए जो स्थान बनाए गए, उन्हें ही मंदिर, देवालय या देवायतन कहा जाने लगा। वैदिक…
in Article
Dr. Shilpi Gupta
  भीलवाड़ा जिले के बिजोलियां नामक स्थल के 10 किमी के अन्दर ही स्थित गोलमगढ़ गांव के, देवरिया की खानों में प्रारंभिक गुप्तकाल की शिल्पकला का एक बेहतरीन उदाहरण, यहाँ मौजूद एक शिवालय है। शिवालय में पूजान्तर्गत भाग में ठीक मध्य में लगभग पाँच फीट का एक शिवलिंग है, जो शास्त्रों के आधार पर ही बनाया गया है…
in Article
This article by the Late Prof R.C. Agarwala, discusses the discovery of the Golamgarh site by his student Dr Shilpi Gupta and explains its significance as well as iconographical uniqueness.
in Library Artifacts
Dr Shilpi Gupta
in Image Gallery
Dr Shilpi Gupta
सन 2004 में डॉ. शिल्पी गुप्ता, जो वर्तमान में वनस्थली विद्यापीठ, राजस्थान, में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं, ने अपनी शोध प्रक्रिया के दौरान राजस्थान के भीलवाड़ा ज़िले के बिजोलियां गाँव में एक गुप्तकालीन शैव देवालय को खोज निकाला| इस खंडित देवालय में पांच फीट का एक शिव लिंग भी मिला| यह देवालय…
in Module