Dr Shilpi Gupta
भारतीय संस्कृति धर्म से जीवंत रही है। ईश्वर की सगुण भक्ति की परम्परा यहाँ प्रबल है अतः भगवान को मूर्त रूप में देखने के लिए उनकी मूर्तियाँ बनाई गईं। इसी माध्यम से उनकी पूजा, भक्ति की जाने लगी और देवमूर्ति को रखने के लिए जो स्थान बनाए गए, उन्हें ही मंदिर, देवालय या देवायतन कहा जाने लगा। वैदिक…
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Dr. Shilpi Gupta
भीलवाड़ा जिले के बिजोलियां नामक स्थल के 10 किमी के अन्दर ही स्थित गोलमगढ़ गांव के, देवरिया की खानों में प्रारंभिक गुप्तकाल की शिल्पकला का एक बेहतरीन उदाहरण, यहाँ मौजूद एक शिवालय है। शिवालय में पूजान्तर्गत भाग में ठीक मध्य में लगभग पाँच फीट का एक शिवलिंग है, जो शास्त्रों के आधार पर ही बनाया गया…
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This article by the Late Prof R.C. Agarwala, discusses the discovery of the Golamgarh site by his student Dr Shilpi Gupta and explains its significance as well as iconographical uniqueness.
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Dr Shilpi Gupta
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Dr Shilpi Gupta
सन 2004 में डॉ. शिल्पी गुप्ता, जो वर्तमान में वनस्थली विद्यापीठ, राजस्थान, में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं, ने अपनी शोध प्रक्रिया के दौरान राजस्थान के भीलवाड़ा ज़िले के बिजोलियां गाँव में एक गुप्तकालीन शैव देवालय को खोज निकाला| इस खंडित देवालय में पांच फीट का एक शिव लिंग भी मिला| यह…
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Kapila Vatsyayan
Introduction
To put it simply, over these years, since childhood on to today, it has been my privilege to meet with creative minds who have been variously categorized as scientists, seers, philosophers, poets, writers, painters, dancers, musicians and, above all, many who in…
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