जगार

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This essay by Rajesh Ganodwale briefly describes the 10th Jagar celebration at Motibagh, Raipur.    राजेश गणोडवाल द्वारा यह निबंध संक्षेप में मोतीबाग, रायपुर में 10 वें जगर उत्सव का वर्णन करता है।
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The article generously describes the 8th Jagar Ceremony organised in Chhattisgarh. The Jagar ceremony, held every year without fail is a confluence of art and culture. Performances, art displays and eateries from various states attract mixed audience who engage into a variety of activites at the…
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This short essay by Rajesh Ganodwale describes the 12th Jagar celebration at Motibagh, Raipur. राजेश गणोडवाल द्वारा यह संक्षिप्त निबंध मोतीबाग, रायपुर में 12 वें जगर उत्सव का वर्णन करता है।
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Mushtak Khan
    Harihar Vaishnav, folklorist, Chhattisgarh in conversation with Mushtak Khan on his life contribution to the field of oral traditions of Bastar.
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Mushtak Khan in cinversation with Sukdei Koramon her life and the Gurumay tradition of Bastar.
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हरिहर वैष्णव
    जगार संभवतः ‘जागृति’ या ‘यज्ञ’ शब्द का अपभ्रंश है। यह एक ऐसा लोक महाकाव्य है जिसका पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरण स्मृति आधारित है। इसकी विशेषता यह है कि इसका गायन केवल महिलाओं द्वारा ही किया जाता है। जगार की प्रक्रिया में इसकी गायिकाएं, जिन्हें इस क्षेत्र में ‘गुरुमांय’ कहा जाता है, देवताओं का आह्वान…
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मुश्ताक खान
  गुरुमांय: वाचिक परम्परा की संवाहिकाएं   आमतौर पर पूजा अनुष्ठानों का संचालन एवं संबंधित कथागायन पुरुष पुजारियों एवं कथा वाचकों द्वारा संपन्न किया जाता है परन्तु महाराष्ट्र के वर्ली आदिवासियों , ओडिशा  और छत्तीसगढ़ के बस्तर के भतरा, परजा एवं हल्बा आदिवासियों के साथ-साथ अन्य गैर आदिवासी जातियों में…
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हरिहर वैष्णव
बस्तर अंचल में  हरियाली अमावस्या (श्रावण अमावस्या), के साथ ही कृषि-चक्र आरम्भ हो जाता है।  इसी के साथ कृषि-सम्बन्धी त्यौहारों और उत्सवों का सिलसिला आरम्भ होता है। यहाँ यह जगार उत्सव के रूप में माने-मनाये जाते हैं। जागर के चार प्रकार होते हैं- आठे जगार, तीजा जगार, लछमी जगार और बाली जगार। जगार धान…
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मुश्ताक खान
  यह आलेख कोंडागांव के हरिहर वैष्णव एवं खेम वैष्णव से हुई चर्चा पर आधारित है   बस्तर की धार्मिक-सामाजिक मान्यताएं एवं रीति-रिवाज आदिवासी तथा गैर आदिवासी विश्वासों का एक जटिल मिश्रित रूप हैं। संभवतः यही कारण है कि यहाँ की अधिकांश प्रथाएं समुदायगत न होकर क्षेत्रीय स्वरुप रखती हैं। अधिसंख्य देवी-देवता…
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