बंजारा

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        मुश्ताक खान : तो आपका नाम क्या है? आप अपना नाम बताइये।  अनिता नायक : अनिता नायक।     मुश्ताक खान : और वो, आपके साथ कौन-कौन लोग हैं? अनिता नायक : सास...ये बेटा है। ससुर..।     मुश्ताक खान : क्या नाम है इन लोगों का? सोहन लाल : सोहन लाल     मुश्ताक खान : और आपका नाम क्या है? पूरा : पूरा।    …
in Interview
मुश्ताक खान
  विश्व के  लगभग सभी घुमक्कड़ बंजारा समुदायों में कपड़ों पर अनेक प्रकार की कशीदाकारी और अप्लीक काम की समृद्ध परम्पराएं हैं। भारत के गुजरात और राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्रों में रहने वाली घुमक्कड़ जातियों में यह कला अत्यंत समृद्ध है। इन समुदायों की स्त्रियां सामान्य घरेलु सुई -धागे और रंग -बिरंगे…
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मुश्ताक खान
हाट बाजार में बंजारा शिल्प की दुकान , जगदलपुर। २०१८    बंजारा समुदाय अपनी स्त्रियों के रंग बिरंगे वस्त्रों और चांदी के बने भारी –भरकम गहनों के लिए जाना जाता है। बंजारा स्त्रियां चमकीले लाल , नीले ,पीले कपड़ों पर मोटे सूती धागे से की गयी कशीदाकारी और शीशों के जड़ाव से सजे वस्त्र पहनना पसंद करतीं हैं।…
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मुश्ताक खान
  बंजारा शब्द ही अपने आप में एक पूरी जीवन शैली और संस्कृति समेटे हुए है। यह सम्बोधन सुनते ही एक ऐसे व्यक्ति अथवा समुदाय की तस्वीर मस्तिष्क में उभरती है जो घुमक्कड़ ,अस्थाई डेरा डालने वाले ,रंग –बिरंगे चमकीले कपड़े और चांदी के बड़े और भारी गहने पहने छोटी –मोटी चीजों का व्यापार करता है। एक समय भारत ही…
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मुश्ताक खान
  बंजारा शब्द ही अपने आप में एक पूरी जीवन शैली और संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता  है। एक समय भारत ही क्या समूचे विश्व व्यापर में इनका योगदान महत्वपूर्ण रहा है। छत्तीसगढ़ में बंजारों की उपस्थिति अथवा यहाँ के समाजिक जीवन में उनकी उनकी भूमिका के उल्लेख यहाँ प्रचलित मध्ययुगीन कथा –कहानियों में मिलते हैं…
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