Bamboo grows in abundance across districts in Chhattisgarh. It has been an ineluctable part of this region’s life style, used for making fishing nets, in building homes, baskets, kanwad (load carrying poles), musical instruments and for food. Bamboo forms the basis of livelihood for the Basor…
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मुश्ताक खान
बसोर एक व्यावसायिक जाति है। बांस का काम करने के कारण ये बसोर कहलाते हैं । कुम्हारों की तरह गांव की आवश्यकता के हिसाब से प्रत्येक गांव में एक या दो घर बसोर लोगों के होते हैं। जिला मुख्यालय अंबिकापुर से दरीमा हवाई पटटी के रास्ते में स्थित लुचकी गांव सारा का सारा ही बसोर परिवारों का है। मुख्य सड़क से…
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मुश्ताक खान
बांस मानव सभ्यता से जुड़ी प्राचीनतम सामग्रियों में से एक है। पूर्वोत्तर भारत में तो समूचा जीवन ही बांस पर आधारित होता है। मध्य भारत के आदिवासी क्षेत्रों में भी बांस एक मत्वपूर्ण प्राकृतिक सामग्री है जिसका प्रयोग अनेक प्रकार से किया जाता है। वास्तव में बांस के बिना ग्रामीण जीवन की कल्पना नहीं की जा…
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मुश्ताक खान
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Surajbati Pardhi and Brijlal Pardhi are bamboo weavers from Bastar. The process of crafting articles out of bamboo begins with bamboo procurement. At first, the stems are split and the knots are removed. The stems are then measured and cut according to requirement. The stems are cleaned and further…
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Tasso Rinya
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