Raja Bharthari-ki-Katha (Transcript in Talheti Language)

in Article
Published on: 31 August 2018

Dr. Madan Meena

Madan Meena is a visual artist and researcher. He has worked extensively with artists and craftspersons from local communities in Rajasthan. His doctoral dissertation from University of Rajasthan was on the subject 'Art of the Meena Tribe'. He continues to work as a researcher with the women of the Meena tribe and has documented and exhibited their Mandana wall paintings. He has published two books on the subject, 'Joy of Creativity' and 'Nurturing Walls'. As a curator, he has designed an exhibition on brooms for the ‘Arna Jharna: The Desert Museum of Rajasthan’ of Rupayan Sansthan in Jodhpur. He has been regularly recording oral traditions among the Gurjar, Meena, Jogi, Mali, Merati and Jat communities. Madan has received a grant from Cambridge University under the World Oral Literature Project to document Tejaji Ballad sung in south-eastern Rajasthan. His interest in languages has led him to start his work on the secret language of the nomadic and de-notified tribes. For this he received fellowship from the Firebird Foundation for Anthropological Research, USA. As a state coordinator for Bhasha Research and Publication Centre, Baroda, he edited the Hindi and English volumes of Rajasthani languages under the People’s Linguistic Survey of India project. Madan has received Senior Research Fellowship from CCRT-Department of Culture, to extend his work in folklore studies in Marwar region. He is an Executive Member of Kota Heritage Society.

 
 
खंड-1
 
आॅडियो फाईल नं॰ Bharathari-01
 
जै-जै सुर बिन मिलै नही माता सुर सती गुरू बिन मलै नही ज्ञानऽऽ
ज्ञान भाईऽऽ!
जय-जय सुर बिन मिलै नही माता सुर सती गुरू बिन मलै नही ज्ञानऽऽ
ज्ञान भाईऽऽऽऽ!
या वो माता पुज द्यौ ज्वाला भगोटी में दुर्गा मैं धरू तेरो ध्यानऽऽ
घ्यान भईयाऽऽ!
बिना भाग मिलै नही रै लाडला ओ बिली बस्तु का भोगऽऽ
भोग भाईऽऽ!
बाग में दाख पकै जब है जा च काग कै कंठ मेंऽऽऽऽ रोगऽऽ
रोग भाईऽऽ!
ऐ!! धूप पड़ै च धरती तपै च उड़ै कसुमल रैतऽऽ
रैत भाईऽऽ!
अरेऽऽ! पाड़ा चालै राजा भरतहरी लख दिया च रै प्यारा ओ विधाता नैऽऽ
लैख भईयाऽऽ!
 
एक समय के माईनैऽऽ 
हम्मै भईया!
राजा इंद्र चा।
इंद्र चा भाई!
तो राजा इंद्र कैऽऽ
हम्मै!
सबै कै माईनैऽऽ
हम्मै भईया!
डोलक-पेटी की डुंकार उड़ै चीऽऽ सबह भरै चीऽऽ
भरै ची भाई!
तो सबह कै माईने कांई होओ चोऽऽ
कांई होऔ चो भाई!
इंद्र की पूरीयां र्नत करै चीऽऽ
करै ची भाई!
कोण करै ची नरतऽऽ
इंद्र की पूरीयां!
इंद्र की पूरीयां र्नत करै चीऽऽ
करै ची भईया!
तो एक दिन इंद्र की पूरीयां कांई खैह री चऽऽ
कांई खै री च भईयाऽऽ
राजा इंद्र काऽऽ
हम्मै भाई!
बेटा को नाम कांई चोऽऽ
कांई चो भाई?
गनरभसेनऽऽ
सेन भईया!
तो गनरभसेन बेटो चोऽऽ
बेटो चो भईया!
जै में खै च कै....थांका पिताजी की असी सबह जुड़ै चऽऽ
जुड़ै च भाई!
आप रूप!
हम्मे भाई! 
माया रूपी भगवान की कुदरत लीला होवै चऽऽ 
होवै च भाई!
षंकर भोला नाथ कीऽऽ
नाथ की भाई!
जै पेड़ का फूल खरै चऽऽ सबै कै माईनैऽऽ
माईनै भाई!
कवंड़ को पेड़ चो जी कै आसरै आर दब जाऔ च। कुणऽऽ 
राजा इंद्र को....बेटो!
हां भईया!
दो लटका तो करबे लाग गीऽऽ कठी ने राजा इंद्र कै ओड़ीऽऽ
हम्मे भाई!
दो लटका करबे लाग गी बेटा कैऽऽ 
तांई भाई!
बड़दाना दै दिया च राजा इंद्र नै सबह के माईने रैऽऽ खेर्यो च नै बेटा गनरभसेन से कांईऽऽ 
कांई भाई!
आज म्हारा ए बचना पै बेटा तू गद्धो बण ज्या जो रैऽऽ गद्धो तू बचन काड दिया च ई पिताजी नै आज सबह कैऽऽ
माईने भईया!
गुरू महाराज की कृपा हो जाऔ चऽऽ लाखा कुम्हार कै ताईनैऽऽ
ताईनै भाई!
लाख गद्धा च यामैं गद्धा में पैदा हो जाओ चऽऽ अवतार हो जाऔ च लेलै चऽऽ
लेलै च भाई!
अरे ज्या दिन भईया छोटा सूं बड़ो होग्यौ गधी को रेंगटोऽऽ
रेंगटो भाई!
तो भईया देखा न काई हैला पाड़वै लाग जाऔ च लाखा प्रजापत कैऽऽ
कांई भाई!
बोलै भरतहरी म्हाराज की जय.... 
होऽऽ!
 
देख भाई लाखा रैऽऽ सोवे जागे च रै डळकीऽऽ
ऐ! रातऽऽ अैर भाई लाखा रै सोवै जागै च रै डळकीऽऽ 
ऐ! रातऽऽ देख भाई लाखा रै सोवे जागै च रे डळकीऽऽ
रातऽऽ देख भाई लाखाऽऽ
 
आज भाई लाखा रैऽऽ खै दीजो कैह् दीजो रै राजा नैऽऽ
ऐ! जा‘रऽऽ अेर भाई लाखा रै कैह् दीजो कैह् दीजो रै राजा नैऽऽ
ओ जा‘रऽऽ अेर भाई लाखा रै कैह् दीजो कैह् दीजो रै राजा नैऽऽ
जा‘रऽऽ अेर भाई लाखाऽऽ!
 
देख भाई लाख रैऽऽ बाई परणाई देई म्हारेऽऽ
ऐ! बाईऽऽ अेर भाई लाख रै बाई परणाई देई म्हारेऽऽ
भाई परणूगों मै राजा की....पानदे बाई 
ऐ! बाईऽऽ अेर भाई लाख रै बाई परणूगों न पानदेऽऽ
बाईऽऽ अेर भाई लाखाऽऽ
 
भाई लाखा रैऽऽ कैह् दै कैह् दै नै राजा नैऽऽ
ऐ! जा‘रऽऽऽऽ अेर भाई लाखा रै कैह् दै नै कैह् दै नै राजा नऽऽ
जा‘रऽऽऽऽ अेर भाई लाखाऽऽ
हाँ प्यारेऽऽऽऽऽऽ
कैह् दी जो नै राजा नैऽऽ
ऐ! जा‘रऽऽऽऽ अेर भाई लाखा कैह् दी जोऽऽ 
कैह् दी जो रै लाखा नैऽऽ
जा‘रऽऽऽऽ अेर भाई लाखाऽऽ 
 
वाह प्यारोंऽऽऽऽ
 
ये बातांऽऽ
 
भरतहरी महाराज कीऽऽ 
जय होऽऽऽऽ! 
 
पेपावती नगरी कै माईनेऽऽ 
हम्मै भईयाऽऽ!!
लाखो कुम्हार बसै चोऽऽ
बसै चो भाईऽऽ!!
जीकी गधा नै आज जनम लै लियोऽऽ आधी रात पहर को तड़को हो जाऔ चऽऽ हैला पाड़बैऽऽ
लाग जा चऽऽ!!
आज लाखा कै दिन जै थारा तू राजा नगरी में जार मैहल कै माईनैऽऽ  
माईनै भईयाऽऽ!
उकी बाई च एक पानदे बाई जीकू म्हारै परणा दै कै च ई बिकट बनी कै माईनै चाहै उका षहर कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
 
उणकी हिम्मत चालै च कै राजा सू जार मैहल में इषा कह दैऽऽ
कह दै भाईऽऽ!
राजो उणी खाल कड़वा दै।
कड़वा दै भईयाऽऽ! 
अरे राजो नगरी को गाँँव छुड़वा दैऽऽ नगरी छुड़वा दैऽऽ 
छुड़वा दै भाईऽऽ!
लाखा कुम्हार नै कुम्हारी सूँ केहबा लाग जाऔ च काई जवाब देबै लाग जाऔ च उकी घर वाड़ी सूँ लाखो प्रजापत कहबै काई जवाबऽऽ 
लागर्यो च भाईऽऽ! 
 
देख म्हारी कुम्हारी बना भाग मलै कोेनै बिली बस्तु का भोगऽऽ  
भोग भाईऽऽ!
बाग में यै दाख पकै जब है जा च कागला कैऽऽ
रोग भाईऽऽ!
 
देख म्हारी कुम्हारी रे आपां चल चालां नै री गाँँव कूँऽऽ 
ऐ! छोड़ऽऽ अेर म्हारी कुम्हारी रै आपां चल चालां न गाँँव नैऽऽ 
ऐ! छोड़ऽऽ अेर म्हारी कुम्हारी रे...
ये बात!
आपां चल चालां न गाँँव नैऽऽ 
छोड़ऽऽ अेर म्हारी कुम्हारीऽऽ!
 
आज म्हारी कुम्हारी रै आछौ रोषौ च री दीनाऽऽ
ऐ! नाथऽऽ अेर म्हारी कुम्हारी रै आछौ रोषौ च री दीना रीऽऽ
नाथऽऽ अेर म्हारी कुम्हारी रै आछौ रोषौ च री दीना रीऽऽ
नाथऽऽ अेर म्हारी कुम्हारीऽऽ 
 
लिखजो म्हारी कुम्हारी आपां यै चल चालां नै री मैहल कूँऽऽ
ऐ!! छोड़ऽऽ देख म्हारी कुम्हारी रै आपां चल चालां नै मैहल मैऽऽ
छोड़ऽऽ देख म्हारी कुम्हारी रै आपां चल चालां नै मैहल मैऽऽ
छोड़ऽऽ देख म्हारी कुम्हारीऽऽ
 
हाँ प्यारेऽऽ!
हैऽऽ म्हारा साँवराऽऽ!
 
बोले गुरू महाराज कीऽऽ 
जय होऽऽ!
 
आज म्हारी कुम्हारी आपां चल चालां नै गाँँव कूँ छोड़ नगरी कूँ छोड़ आपणा मैहल कूँऽऽ
छोड़‘र भाईऽऽ!
अरे म्हारी कुम्हारी आपणी गद्दया में अषौ कोई बब्बाल जन्मायौ आपणौ गाँँव छुड़ार्यौ च
छुड़ार्यौ च भाईऽऽ!
घर का ऐ! जा दिन डेरौ ढाण्डौ गूदड़ा ऐ! लद लै च गधा कै माळ 
माळ भाईऽऽ!
अरे जा दिन जार्यौ च लाखो प्रजापत ई गाँँव नै छोड़‘र
छोड़‘र भाई!
 
गाँँव नै छोडर जार्यो च रै जार्यो च नै बिगट बनी कैऽऽ
माईने भाईऽऽ!
 
आज म्हारा प्यारा वो मालम रहयगी च रै गाँँव का नैऽऽ  
ऐ!! आजऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै मालम होगी च रै गाँँव का नैऽऽ
ऐ!! आजऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै मालमं होगी च रै गाँँव का नैऽऽ
आजऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽ
 
म्हारा प्यारा वौ रै जा दिन आवै च नै गाँँव काऽऽ  
ऐ!! यादऽऽ अेर म्हारा प्यारा वौ रै जा दिन आवै च नै गाँँव काऽऽ
आर्या चऽऽ गाँँव काऽऽ प्रजापत कू मनावैऽऽ लाखा कूँऽऽ कस्या मनार्या चऽऽ 
ऐ!! यादऽऽ अेर म्हारा प्यारा वौ रै जा दिन आर्या च नै प्रजापत कैऽऽ
ओ! द्वारैऽऽ अेर म्हारा प्यारा वौऽऽ
 
ये बात!
 
ऐ! र र र लाखा भाया कियाँ तो जार्यो च रैऽऽ  
ऐ!! लाखा भाया प्यारा रै कियाँ जार्यो च रैऽऽ
ऐ!! लाखा भाईया कियाँ तो जार्यो च रैऽऽ
ऐ!! लाखा भाया कियाँ तो जार्यो च रैऽऽ
 
हम्मैऽऽ
 
दुखड़ो जाणै काँई-काँई फरग्योऽऽ
ऐ!ऽऽ! दुखड़ो जाणै काँई-काँई फरग्यौ रैऽऽ
ऐ!ऽऽ! दुखड़ो जाणै काँई-काँई फरग्यौ रैऽऽ
दुखड़ो तोमै काँई-काँई पड़ग्यौ रैऽऽ
 
याकाँ तौ बतादै साँसा भैद आज मोनै याका तौ बतादे थाँका भैद भीऽऽ
नम्बर भैद भीऽऽ कह र्या च रै गाँव का आज भीऽऽ
भैदऽऽ
 
हाँ प्यारोंऽऽ!
 
अरे वा भई रंगीलाओंऽऽ!
 
हाँ प्याराओंऽऽ!
 
बोल श्री षंकर भगवान कीऽऽ
जय होऽऽ जय होऽऽ
 
हाँ लाखो प्रजापत कहबै लाग जाऔ च गाँव का पँच-पटैलाई कै ताई़ऽऽ
पँच-पटैल मनाबै आ गयाऽऽ लाखा!
हम्मै भाईऽऽ!
आज किषा जार्यौ च गाँव नै छोड़ तोमैं कांई दुखड़ो पड़ग्यौऽऽ तोमै अशौ कांई़ बखौऽऽ 
पड़ग्यो भाईऽऽ!
काई़ विपदा पड़गी भाई लाखा थारै तांईऽऽ
तांइनै भाईऽऽ!
तू गाँव नै छोड़ चल जाओगौ तौ मै काँई करेगां गाँव कै मांईनै...
रैरऽऽ
माईनै भाईऽऽ
कुंण कै सूँ तो मै मटक्यां ल्याउगांऽऽ कुण के सूँ मै हांड़ी-कूंण्डा ल्याउगांऽऽ मै कुण कै सूँ कांई....
ल्याउगां भाईऽऽ! 
 
जा दिन कहर्यौ च गाँव का पँच-पटैलां नै लाखो प्रजापत गाँव का पड़सा कै तांईंऽऽ 
काई रै भाईऽऽ
देखो भाई बस्तिकाऔ चल तौ चालूं पाछोऽऽ
हम्मै भाईऽऽ
षैहर कै माईनैऽऽ
माईनै भईयाऽऽ
पण एक र्यात म्हारा घरां थांकू सोनौ पड़ैऽऽ
पड़ैगो भाईऽऽ
अरे लाखा! असी काई बात कह दी र बोदी तनेऽऽ
हम्मै भाईयाऽऽ
एक रात नही तोकू तो तीन रात सोजावा थारा द्वारै मैऽऽ
द्वारै भाईऽऽ
तो गाँव का जा दिन भईया लाखा प्रजापत कै बारणै जार बैठ जाऔचेऽऽ कुण को सोबौऽऽ
हम्मै भाईऽऽ दुखि च वा तौऽऽ
लाखा प्रजापत को दुखड़ो मटाबा कै लियां चल जाओ चऽऽ
चल जा च भईया!
ये बात!
 
आज प्यारा ओ बैठा च नै गाँव का पंच-पटैल या दिन लाखा प्रजापत कैऽऽ
तांई रै भाईऽऽऽऽ
तांई बैठा च रै होवै च आधी र्यात पहर को तड़को म्हारा प्यारा वो लाखा प्रजापत का मैहल के!
माईनै भाईऽऽ!
अरे बौलै च बौलै च गधी को रेंगटो तो म्हारा प्यारा वौ रै बोलेऽऽ
ऐ!! बोलै रै गधी को रेंगटो म्हारा प्यारा वो रै बोलै...
लैग्या मौज म्हारा भाईयो!
बोलै रै गधी कोऽऽ 
ऐ!! रेंगटोऽऽ म्हारा प्यारा वो रै बोलैऽऽ बोलै रै गधी को रेंगटो म्हारा प्यारा वौऽऽ
 
सुण लै भाई लखा रै सोवै जागै चः डळकीऽऽ 
ऐ!! र्यातऽऽ अेर भाई लाखा रै सोवै जागै च रै डळकीऽऽ
ऐ!! र्यातऽऽ अेर भाई लाखा रै सोवै जागै च रै डळकीऽऽ
र्यातऽऽ अेर भाई लाखाऽऽ!
 
लिखजो भाई लाखा रै बाई परणाई देई राजा कीऽऽ
ऐ!! रातऽऽ अेर भाई लाखा रै बाई परणाई देई राजा कीऽऽ
ऐ!! रातऽऽ अेर भाई लाखा रै बाई परणाई देई राजा कीऽऽ
ओ प्यारे!
ऐ!! रातऽऽ अेर भाई लाखा!
 
देख भाई गाँव का वो कियाँ रैऽऽ रैवूं रै गाँव कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर भाई गाँव का ओ रै कियाँ रैवो रै गाँव कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर भाई गाँव का ओ रै कियाँ रैवो रै गाँव कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर भाई गाँव का वोऽऽ
 
देखा तो भाई!
 
चलबा दै!
 
हाँ प्यारा!
 
बोलै गुरू महाराज कीऽऽ
जय होऽऽ!
अतनी बाताँँ कहवै च लाखो प्रजापत ज्या दिन कांई जवाब देवै लाग जावै पँच पटैल गाँव काऽऽ षैहर काऽऽ नगरी काऽऽ म्हारा भाईयोंऽऽ 
भाईयों भाईऽऽ! 
भाई लाखा या हिम्मत तो म्हाकी भी कोनै मै राजा नै जार मैहल में कैहद्याँऽऽ
कैहद्याँ भाई!
हिम्मत कोनः
भाई देखां नै लाखा कुम्हार का कै गधी का रेंगटा कै राजा थारी छौरी परणा दैऽऽ थारी बाई परणा दैऽऽ
कुण कैह् राजा सूँ जार मैहल कै!
माईनै भाईऽऽ!
तो भाई मै भी चालेगाँ पँच-पटेल कहबै लाग जाओऽऽ  
गाँव छोड़‘र जाबा लाग जाओ चऽऽ नगरी कू सूनी छोड़ जाबा लाग जाओ चऽऽ
लाग जा च भाईऽऽ!
और लाखो प्रजापत पड़सा पै चल जाओ च देखां राजा पैपसिंह न मालम हो़ जाओ च आज गाँव खाँ जार्या च डैरो लद लदरऽऽ
लदर भाईऽऽ!
डैरो लद लै च जार्या च दखा नै या दुखड़ा कैऽऽ 
ताँई भाईऽऽ
काँई प्रकार सूँ जार्या च आगे काई बात बणै च म्हारा बीरौ आण्द लिया जाओऽऽ भारतहरी महाराज की कथा चालू हो चुकी च याऽऽ
हम्मै भईयाऽऽ!
 
 
आॅडियो फाईल नं॰ Bharathari-02
 
औम नाम सबसे बड़ा या सूं बड़ा नै कोईऽऽ
कोई भईयाऽऽ!
औम नाम की करलै सुमरणा भाई ओ शुध्द आत्मा होईऽऽ
होई भईयाऽऽ!
 
चलता दीखै नहीं चन्द्रमाऽऽ बढ़ती न दीखै बेलऽऽ
वाह् प्यारोंऽऽ!
अरै साधु दीखै नही सुमरण करता होवै च नै रै प्यारा हो कुदरत का खैलऽऽ
खैल भईयाऽऽ!
अरैऽऽ!
 
प्यारै भाईओऽऽ
कांई भईयाऽऽ!
गाँव का भी लाखा प्रजापत कै लारै गाँव नै छोड़र् जार्या चऽऽ 
जार्या च भाईऽऽ
मालम पड़ जाव च राजा पैपसिंह कू मैहल कैऽऽ
माईनैऽऽ
तो राजा पैपसिंह घोडा़ पै नौलखा पै बैठ जाऔ चऽऽ
बैठ जा च भईयाऽऽ
बैठ घोड़ा पै अर गांव कांन नै जार आगै फर जाऔ चऽऽ 
फर ज्या च भाईऽऽ
कांई गाँँव का नै कैह् र्यो चऽऽ
कांई कैह् र्यो च भईयाऽऽ
 
आज भाई बस्ती का ओ किंयां जार्या च गांव नै छोड़र् किंयां ई सूनोकर कर चाल्या शहर कूँऽऽ 
आज भाईऽऽ! 
 
आज म्हारा प्यारा ओ रै वांका बता दै नै सांसाऽऽ
ऐ!! भैदऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै वांका बता दे नै मौसेऽऽ
ऐ!! भैदऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै वांका बता दे नै मौसेऽऽ
ऐ!! भैदऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽ!
 
देख भाई बस्ती का वो वांका बैताई देनै सांसाऽऽऽऽ
ऐ!! भैदऽऽ अेर भाई बस्ती का वो रै म्हानै बता द्यो नै सांसाऽऽऽऽ
ओ होऽऽ! 
ऐ!! भैदऽऽ अेर भाई गाँवो का ओ नै म्हानै बता द्यो नै सांसाऽऽ
ऐ!! भैदऽऽ अेर भाई गाँवो का ओऽऽ!
 
तो गाँव का कांई कैह्र्या हैऽऽ 
कांई कैह्र्या है भईयाऽऽ!
 
अ रै रै राजाजी थै तो लाखा सूं बूझै नै रैऽऽ
ऐ!! राजाजी थै तो लाखा सूं बूझो नै रैऽऽ
प्यारो म्हारो भाईऽऽ
लैग्या मोज!
राजाजी थै तो लाखा सूं बूझो नै रैऽऽ
थांकी सौगंनऽऽ
राजाजी थै तो लाखा सूं बूझो नै रैऽऽ
राजाजी थै तो लाखा सूं बूझो नै रैऽऽ
 
बूझे नै रै दिळड़ा की बारईताऽऽ हां रैऽऽऽऽऽऽ
हम्मैऽऽ! 
राजाजी थै तो सांसी-सांसी बूझो नैऽऽ
अरे! राजाजी थै सांची-सांची सुणल्यो नैऽऽ
राजाजी थै तो सांची-सांची सुणल्यो नैऽऽ
सुणल्यो नै दिळड़ा की बारईताऽऽ हांऽऽऽऽऽऽ
 
अरै लाखो बाबो ढळ-ढळ रोवैऽऽ
ऐ!ऽऽ! लाखौ बाबो ढळ-ढळ रोवै रैऽऽ 
लाखौ बाबो ढळ-ढळ रोवै रैऽऽ 
ऐ!ऽऽ! लाखौ बाबो ढळ-ढळ रोवै रैऽऽ 
 
रो र्यो रै बन कैऽऽ माईनैऽऽ हाँ रैऽऽऽऽऽऽ
 
वाह् प्यारोंऽऽ
वाह म्हारा भाई ओऽऽ!
 
देख भाई राजा रैऽऽ मैं भी रैऽऽ ज्या र्यां चां नै गांव कूँऽऽ
ऐ!! छोड़ऽऽ अेर भाई राजा रै मैं भी ज्या र्यां चां नै गांव नैऽऽ
छोड़ऽऽ अेर भाई राजा रै मैं भी ज्या र्यां चां नै गांव नैऽऽ
छोड़ऽऽ अेर भाई राजाऽऽ!
 
गांव का कैह्र्या छै जी दिन बात कैह्र्या छैऽऽ कैह्र्या छै राजा तांई नैऽऽ अम्बर तांई नैऽऽ!
सुण ल्यो नै रै राजा ज्ञानी ऐ! बारईतांऽऽ हाँ रैऽऽऽऽऽऽ 
हम्मे भाईऽऽ! 
राजा ज्ञानी सुण ल्यो बारईतांऽऽ
ऐ!! राजाजी म्हारी सुण ल्यो नै दिल की बातऽऽ
राजाजी म्हारी सुण ल्यो नै दिल की बातऽऽ
 
एक दिन सो जावो नै लाखा का रै मैहल कै मांईऽऽ
मांई भाई!
अम्बै मांईनैऽऽ
अम्बै मांईनैऽऽ
अम्बै मांईनैऽऽ
 
कैह्र्या च बस्ती काऽ बारईताऽऽ हाँ रैऽऽऽऽऽऽ 
वाह् प्यारोऽऽ
 
आज भाई गांव का कैहर्या च बस्ती का राजा पैपसिंह कैऽऽ
कांई भईयाऽऽ 
एक र्यात!
हम्मे भाई!
लाखा प्रजापत कै द्वारै सो जावै तो मैं पाछा ही चल-चाला बस्ती काऽऽ
बस्ती का भाई!
और लाखा प्रजापत कू पाछू ही लै चाला ईका मैहल कैऽऽ 
मांईनै भईयाऽऽ
 
राजो कैह् र्यो च मैं कूण कै ऊपर राज करुंगोंऽऽ 
हम्मे भैया!
थां सूं तो मैं बस्ती को राजा चोखा लागां ही चाँऽऽ
लागां चा भाई!
और बस्ती बना भी कांई राजाऽऽ 
बाजैगां भाईऽऽ!
 
तो भईया जा दिन 
हम्मै भाईऽऽ
अरै बड़ी छबी सूँ म्हारा प्यारा ओ जा दिन आजावै च बस्ती का बैठ जावै पाँचऽऽ
पटेल भाईऽऽ!
पटेल बैठ जावै च रै लाखा का मैहल कैऽऽ
माई भईया!
माई नै रै राजा पैपसिंह बैठ जावै च नै लाखा प्रजापत का मैहल कैऽऽ
माईनै भईयाऽऽ
माई म्हारा प्याराओ बैठ जावै रै होवै च आधी रात पैहर कोऽऽ
तड़को भाईऽऽ
बोलै च नै गधी को रैंगटो कैह्र्यो च रै लाखा प्रजापत कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
 
देख भाई लाखा रैऽऽ सोवै जाईगै च रै ढळतीऽऽ
ऐ!! र्यातऽऽ अेर भाई लाखा रै सोवै जागै च रै डळतीऽऽ
ऐ!! र्यातऽऽ अेर भाई लाखा रै सोवै जागै च रै डळतीऽऽ
ऐ!! र्यातऽऽ अेर भाई लाखा रै सोवै जागै च रै डळतीऽऽ
ओ हो!
र्यातऽऽ अेर भाई लाखाऽऽ!
 
डट जौऽऽ डट जौ भाई लाखा रै बाई नै रै परणाई दै म्हारैऽऽ
ऐ!! यादऽऽ अेर भाई लाखा रै बाई न परणा दै न पानदैऽऽ
ऐ!! यादऽऽ अेर भाई लाखा रै बाई परणा दै न पानदैऽऽ
ऐ!! यादऽऽ अेर भाई लाखाऽऽ!
 
कैह् दै नै रैऽऽ कैह् दै नै रै राजा नै तूभी जारऽऽ
जार भाई!
जार मैहल कै खीजै माईनैऽऽ अम्मै माईनैऽऽ
अजी माईनैऽऽ
 
कैह् दै रै म्हारी रैऽऽ बारईताऽऽ हाँ रैऽऽऽऽऽऽ
राजा जी थैतो कैह्दै नै रै मैहल कै माईनैऽऽ
राजा जी मोसै कह दै नै मैहल कै माईनैऽऽ
कह दै नै मैहल कै माईनैऽऽ राजा जी मोसै कह दै नै मैहल कै माईनैऽऽ
 
कैह् दै नै रै राजा नै जारई दैऽऽ हाँ रैऽऽऽऽऽऽ
वाह्! प्यारोंऽऽ
 
ये बातांऽऽऽऽऽऽ
वाह् प्यारोंऽऽ!
 
बोलै गरु महाराज कीऽऽ 
जय होऽऽ!
 
वाह् प्याराओऽऽ!
 
अतनी बातां सुणलै च म्हारा बीरओ जा दिन कुण सुण लै च देखांनी!
राजा पैपसिंहऽऽ 
सिंह भाईऽऽ!
तो सुणताई भईयाओ ऊकी तो गट्टा की नाड़ी खुवा पै चंडगी कुणकी हिम्मत जै राजा नै कैह्दै भाई थारी तो बाई कुमार को गधी को...
रेंगटो भाईऽऽ!
 
तो राजा पैपसिंह कैह्बै लाग जावै च भाई अस्या च देखो सुण लै म्हारी बारता तू लाखा प्रजापतऽऽ
प्रजापत भाई!
थारी गधी का रैंगट्या कै म्हारी छोरी परणा द्यूंगो में पानदै म्हारी बाई नै परणा द्युंगो पण म्हारी भी सुण लैं तू दल्की...
बातां भाईऽऽ!
दिलड़ा की सुण लै बारतांऽऽ 
बारतां भईया!
 
म्हारी नंगरी कै च्यारू मैर ताबां-पितड़ को कोट खच जाणी च्यानजै लाखा प्रजापत ई शहर कै!
माईनै भाईऽऽ!
माईनै रै लाखा प्रजापत सुणलै दिलड़ा की म्हारी बारता कैह् दीज्यो थारा गधी का रैंगट्या सूं मैहल कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ
अतनी बातां कैहर्यो च ज्या दिन राजा पैपसिंह मैहल कै माई लाखा प्रजापत कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ
 
अरै राजा पैंपसिंह मैहल मै चल जावै च ज्या दिन भईया घबराग्यों च मन कै!
माईनै भाईऽऽ!
घबराग्यो दिलड़ा कै माई अर कैहर्यो च म्हारा प्याराओं होज्या दिल कीऽऽ
बातां भाईऽऽ!  
गधी को रैंगटो कैह् र्यो च रै लाखा प्रजापत कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
सुणलै नै बाबा लाखा प्रजापत तू काळी मट्टी भर लैऽऽ पिळी मट्टी भर लै नै गुणां कैऽऽ
माईनै भईयाऽऽ!
मनै फैर दै नंगरी कै च्यारू मेर में कोट खैंच द्यूं तांबा-पितड़ को आधी शहर कैऽऽ
माई भईयाऽऽ!
अरै!
 
माईनै म्हारा प्याराओ ताबां-पितळ को या कोट खिच दियो च रै! म्हारा प्याराओऽऽ!
हम्मै भाई!
तांबा-पितळ को कोट खिचग्यो मैहल कै ज्या दिन शहर कैऽऽ
कांई भईयाऽऽ!
आज म्हारा प्याराओ लीला ह्यैगी च शंकर भोळाऽऽ 
नाथ की भाईऽऽ!
 
अरै कोट कै दोई दरवाजा राख्या म्हारा प्याराओ ज्या दिन ऊ शहर कै! 
माईनै भईयाऽऽ!
 
उग आया च सूरज रैऽऽ बाणऽऽ 
बिरथ भाई मरदोऽऽऽऽ!
ऐ!! उगिआयाऽऽ उगिआया रै सूरजऽऽ 
ऐ!! बाणऽऽ अेर भाई मरदो रैऽऽ
उगिआयाऽऽ उगिआया रै सूरजऽऽ 
ऐ!! बाणऽऽ अेर भाई मरदोऽऽ
 
उगिआया रै उगिआया च सूरजऽऽ! 
ऐ!! बाणऽऽ अेर भाई मरदो रै उगिआया उगिआया रै सूरजऽऽ! 
ऐ!! बाणऽऽ अेर म्हारा प्याराओ रै उगिआया उगिआया रै सूरजऽऽ! 
ऐ!! बाणऽऽ अेर म्हारा प्यारावोऽऽ!
 
राजा नै रै मालम तो पड़ग्यो च रैऽऽ!
ऐ!! राजा नै मालम भी पड़ग्यो च रैऽऽ
ऐ!! राजा नै मालम भी पड़ग्यो च रैऽऽ
ऐ!! राजा नै मालम भी पड़ग्यो च रैऽऽ
 
घबराईग्यो मैहल कैऽऽ माईनैऽऽ हाँ रैऽऽऽऽ
वाह प्यारोंऽऽ!
 
राजो अब राणी नै कैह्र्यो च रैऽऽ
ऐ!! राजो अब राणी नै कैह्र्यो च रैऽऽ
ऐ!! राजो अब राणी नै कैह्र्यो च रैऽऽ
ऐ!! राजो अब राणी नै कैह्र्यो च रैऽऽ
 
कैह्र्यो च दिलड़ा कीऽऽ बारईता! हाँँ रैऽऽऽऽ
अम्बैऽऽ राजो अब कैह्र्यो च रै दिलड़ा की बातां रैऽऽ
राजो अब कैह्र्यो च रै दिलड़ा की बातां रैऽऽ
 
कैह्र्यो रैऽऽ मैहल कैऽ माईनैऽऽ हाँ रैऽऽऽऽ!
हम्मे भाईऽऽ!
 
बोलै गुरु महाराज कीऽऽ
जय हो!
 
 
आॅडियो फाईल नं॰ Bharathari-03
 
 
मन लोभीऽऽ मन लालचीऽऽ मन चंचल मन चोरऽऽ
चोर भाईऽऽ!
मन कै मतै मत चालणा यै लाडला ओ रै पलक-पलक में या औरऽऽ
और च भईयाऽऽ!
हर मंदर में चोरी होईऽऽ चोरी में गई नही एक लालऽऽ
लाल भाईऽऽ!
हर मंदर में चोरी होईऽऽ चोरी में गई नही एक लालऽऽ
लाल भाईऽऽ!
अरे ड़ाँका तो लाग्या कोनै फूटी नही दुवालऽऽ
दुवाल भाईऽऽ!
हाथी छूटा ठाण्ड सूँ कस्बो पड़ी पुकारऽऽ
पुकार भईयाऽऽ!
दस दावाजा तो बंद चा रै फैरो भी निकड़ गियोऽऽ ई असवारऽऽ
असवार भईयाऽऽ!
 
प्यारै सज्जनों जा दिन काँई लीला काँई होए च षंकर भोला नाथ कीऽऽ
नाथ की भाईऽऽ!
राजा पैपसिंह जा दिन राणी नै कैहबा लाग जाओ चऽऽ
काई कहरियो च भईयाऽऽ!
बाई तो परणाऊंगाऽऽ 
हम्मै भाईऽऽ!
पर आपणा मैहल के म्हाई रखाणैंगा बेटी-जुआँईऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
कशा रखणागौ देखांऽऽ
 
आज लाखो प्रजापत आर्यौ च म्हारा प्यारा वो जा दिन ई लाखा प्रजापत का मैहल कै म्हाईऽऽ अर अठी न सूँ ही आवे च नै राजा पैपसिंहऽऽ
पैपसिंह भाईऽऽ
राजा पैपसिंह आर्यौ  च लाखा प्रजापत का मैहल कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ
माईनै कैहर्यो च लाखा प्रजापत न जा दिन भईया पैपसिंह राजो मैहल कैऽऽ 
माईनै भईयाऽऽ
ऐ! भई लाखाऽऽ 
अरे भाईऽऽ
म्हारी बाई न तो परणाऊँगांऽऽ 
परणाऊँगां भाईऽऽ
और भाईया जा दिनऽऽ नाई का कू भैज दै चऽऽ
भैज दै च भाईयाऽऽ
बिलड़ा-पानड़ा लैर आओ च लगनऽऽ
लैर आओ चऽऽ
तो लाखो प्रजापत गाँव का नै हैला पाड़वै लाग जाओ च बस्तीकांन कूँ  
कषा पाड़र्यो च भाईऽऽ
 
अ रे हैला पाड़ै लाखो बाबो रै कोई म्हारो लग्न झला जावौऽऽ
ऐ!! हैला पाड़े लाखो बाबो कोई म्हारो लग्न झला जावौऽऽ 
ऐ!! हैला पाड़े लाखो बाबो कोई म्हारो लग्न झला जावौऽऽ
ऐ!! हैला पाड़े लाखो बाबो कोई म्हारो लग्न झला जावौऽऽ
 
लग्न झला जावो रैऽऽ कोई म्हारो लग्न झला जावो रैऽऽ
ओ! हैला पाड़ै लाखो बाबो कै थाँ तो लग्न झला जावौऽऽ
ऐ!! हैला पाड़ै लाखो बाबो क थाँ तो लग्न झला जावौऽऽ
ऐ!ऽऽ! हैला पाड़ै लाखो बाबो थाँ तो लग्न झला जावौऽऽ
 
लग्न झला जावौऽऽ कोई म्हारो लग्न झला जावौ रैऽऽ
अरे! हैला पाड़ै लाखो बाबो क थाँ तो लग्न झला जावौऽऽ
हैऽऽ हैला पाड़ै लाखो बाबो क थाँ तो लग्न झला जावौऽऽ
हैला पाड़ै लाखो बाबो क थाँ तो लग्न झला जावौऽऽ
 
प्यारो म्हारोऽऽ!
 
लग्न झला जावौ म्हारो पंड़त पुजा जावौऽऽ
ओऽऽ हैला पाड़ै लाखो बाबो कै थाँ तो लग्न झला जावौऽऽ
ऐ!ऽऽ हैला पाड़े लाखो बाबो कै थाँ तो लग्न झला जावौऽऽ
 
प्यारो म्हारोऽऽ!
 
बोलै गुरू महाराज कीऽऽ 
जय होऽऽ
 
हैला पाड़ै च आज लाखो बाबो कोई म्हारो लग्न झला जावौऽऽ म्हारी गधी का रेंगटा कोऽऽ
रेंगटा को भाईऽऽ
बड़ी छबी सूँ लगन झलाव आ जाऔ चऽऽ
हम्मे भईयाऽऽ
आज रै प्यारा वो जान चंद्र जाबै लाग जावै गधी का रेंगटा कै लाखो प्रजापत जान चढ़ा दै च बिना गाजै-बाजैऽऽ
बाजा च भाईऽऽ
हांका एकी मार्ची च म्हारा प्यारा वो जा दिन मैहल कै माईनै लाखा प्रजापत का मैहल कैऽऽ
तांई भाईऽऽ
 
आज म्हारा प्यारा वो रै हांका हींकी मार्ची छै च मैहल कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै यांका इकी मार्ची छै च मैहल कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै यांका इकी मार्ची छै च मैहल कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽ
 
देख म्हारा प्यारा वोऽऽ परणै-परणै च गधी कोऽऽ
ओ! रेंगटोऽऽ म्हारा प्यारा वो रै परणै-परणै च गधी कोऽऽ
पानदै को!
ऐ!! रेंगटोऽऽ म्हारा प्यारा वोऽऽ
 
भाई मरदो रै ज्या दिन परणै च गधी कोऽऽ
ऐ!! रेंगटोऽऽ म्हारा प्यारा वो रै ज्या दिन परणै च गधी कोऽऽ
ऐ!! रेंगटोऽऽ म्हारा प्यारा वो रै ज्या दिन परणै च नै पानदैऽऽ
ऐ!! बाईऽऽ अरे भाई प्यारा वोऽऽ
 
हाँ प्यारोऽऽ!
 
लाड़ो लोट बगातो आयो रै लाड़ोऽऽ लोट बगातो आयो रैऽऽ
हम्मैऽऽ!
बाहर कढरी च भुआ तो भतीजी अब कड़स बंदा लै रीऽऽ
ऐ!! लाड़ोऽऽ लोट बगातो आयो लाड़ो रैऽऽ लोट बगातो आयो रैऽऽ
बाहरै कढरी भुआ भतीजी कड़स बंदा लै रीऽऽ
ऐ!! लाड़ोऽऽ लोट बगातो आयो रैऽऽ
बाहर कढरी भुआ-भतीजी रै कड़स बंदा लै रीऽऽ
 
ओ बाहरै रायब रै निकड़ दुखः पाँवऽऽ  
भाईऽऽ
तेरै में राणी रह या आरैऽऽ
ओऽऽ! डोला का रे दुखः रै पाँवऽऽ
तेरै में री राणी रह या आरैऽऽ
रायबर काऽऽ लाड़ा काऽऽ म्हारा भाईयोऽऽ
ओ बाहरै रायब निकड़ दुखः रै पाँवऽऽ
तेरै में राणी रह या आरऽऽ त्यौऽऽ
 
म्हारा रै ऊबा रायब रै का दुखः रै पाँवऽऽ
हम्मै भाई!
करै नै राणी रै आऽऽ रऽऽ त्योऽऽ
ओऽऽ म्हारा ऊबाऽऽ रायबर का दुखः रै पाँवऽऽ
ऐ! ऐ! ऐ!ऽऽ
रंग में राणी करैह आरऽऽ त्योऽऽ 
म्हारा ऊंबाऽऽ ऐ!! लाड़ा का रै दुखः रै पाँव कैऽऽ
रंग में राणी करैह आरऽऽ त्योऽऽ
 
प्यारो म्हारोऽऽ!
 
हाँ प्यारैऽऽ!
 
है है म्हारा साँवराऽऽ!
 
बोलै सच्चै दरबार कीऽऽ जय होऽऽ!
 
तो भईया लाड़ा बैई कहबा लाग जाओ च म्हारा ऊबा रायबर का दूखः च पाँव करेैने राणी आरतियोऽऽ
आरतियो भाई!
लाड़ो लोट फकातोई आयो रै बाहर कड़ री भूआ-भतीजी कड़स बंदा लै री।
बंदा लै भाई!
 
बड़ी छबी सूँ फैरा पड़बा लाग जाओ च गरजोड़ा जोड़ दिया च लाड़ा-लाड़ियाँ काऽऽ
लाड़ा-लाड़ी का भाई!
बैठगियो पंड़त ज्ञानी ज्या दिन म्हारा बीरो ज्या दिन वांईंऽऽ
हम्मै भाई!
राजा पैपसिंह का मैहल कै मांईनैऽऽ
मांईनै भाई!
चारों खंूणा पै चूर्या मलवा दै चऽऽ 
मलवा दै च!
 
बरैणयाँ बोलबै लाग जाओ च वा पंडत झानीऽऽ
झानी भईया!
तो कांई फेरा पड़ै च देखां न राजा की बाई काऽऽ
बाई का भाई!
पानदै बाई काऽऽ गधी का रेंगट्या काऽऽ
रेंगट्या का भाई!
 
ओ प्यारों!
 
जय हो!
 
भाया रै गरजोड़ा वाँका जोड़ईदियाऽऽ
जय होऽऽ!
बड़ी छबी सूं जोड़ईदिया दो ही रिप्याऽऽ
ओ भाईऽऽ!
गरजोड़ा रै वाँ का दो ही रिप्याऽऽ
दिया चऽऽ!
लाड़ा लाईड़ी बैठ ई गियाऽऽ
दै गियाऽऽ!
हौम मंग्यारी रै होबै लाईगीऽऽ 
लागीऽऽ!
बैठ गियो रै पंडत झानीऽऽ
झानी भाईऽऽ!
बैठ गियो रै पंडत झानीऽऽ
कुटम्ब-परवार रै बैठ गियोऽऽ
बैठ गियोऽऽ!
काका-बाबा रै बैठ गियाऽऽ
बैठ गिया भाईऽऽ!
भुआ-भतीजी रै बैठ गईऽऽ  
ये बातऽऽ!
फैरा पड़बै लाग गियाऽऽ
लाग गियाऽऽ!
फैरा पड़ै च भाया जी दन भीऽऽ
पड़ै च भाईऽऽ!
फैरा पड़ै च रै लड़की काऽऽ
लड़की काऽऽ!
फैरा पड़ै च नै लड़की काऽऽ
पड़ै च भाईऽऽ!
बड़ी छबी सूँ तो फैरा तो पड़ैऽऽ
पड़ै च भाईऽऽ!
पहलो फैरो रै खावै रै लाड़लीऽऽ
लाड़लीऽऽ!
राजो भई म्हारा दान करैऽऽ
करै चऽऽ!
अन्न को दान दियो राजो जब अन्न को दान दियोऽऽ
ऐ!! दियो रै जब अन्न को रै दान दियो रै राजोऽऽ
जब अन्न को रै दान दियो रै राजोऽऽ
भाईऽऽ अन्न को दान दियो रै राजोऽऽ
भाईऽऽ अन्न को रै दान दियो रै राजोऽऽऽऽ
 
दूजा फैरा रै खावे रै लाड़लीऽऽ 
लाड़लीऽऽ!
राजा-राईनी दान करैऽऽ
करै भाईऽऽ!
बड़ी छबी सूँ रै दान होवैऽऽ
होवै चऽऽ!
काँई को दान करै रै राजोऽऽ
छल्ला-मूंनड़ी का दान दियाऽऽ
दै दियाऽऽ!
दूजा फैरा रै खागी रै लाड़लीऽऽ
लाड़ली भाईऽऽ!
छल्ला-मूंनड़ी का दान दियाऽऽ
दै दियाऽऽ! 
तीना फैरा रै खावै रै लाड़लीऽऽ
लाड़लीऽऽ!
पाँचू बरतन पाँचू रै कपड़ाऽऽ
कपड़ाऽऽ!
तन कपड़ा वाई न रै दै दियाऽऽ
भाई तन कपड़ा ईऽऽ
अरे दै दिया रै वानै तन कपड़ा रै वानै दै दिया रै भाईऽऽ
तन कपड़ा रै वाने दै दिया रै भाईऽऽ
तन कपड़ा रै वानै दै दिया रै भाईऽऽ
तन कपड़ा रै वाने दै दिया भाईऽऽ
तन कपड़ा रै वाने दै दिया भाईऽऽऽऽ
 
चारवाँ फैरा रै खागी रै लाड़लीऽऽ राजा-राईनी दान करैऽऽ
राजा-राणीऽऽ
ऐ!! दान करै रै भाईऽऽ राजा रै राणी रै दान करै रै भाईऽऽ
राजा राणी रै दान करै रै भाईऽऽ
हाँ भाईयोऽऽ!
राजा राणी रै दान करै रैऽऽऽऽ
 
पाँचवा फैरा रै खावै रै लाड़लीऽऽ
लाड़लीऽऽ!
राजा-राईनी दान करैऽऽ
हाँ भाईऽऽ!
राजा-राईनी दान करैऽऽ
करे चऽऽ!
चाँदी सोना को दान दियो वानै रै चाँदी सोना कोऽऽ
ऐ! दान दियो रै वाने चाँदी रै सोना को रै दान दियो रै वानैऽऽ
चाँदी सोना को रै दान दियो रै वानैऽऽ
चाँदी सोना को रै दान दियो रै वानैऽऽ
चाँदी रै सोना को रै दान दियोऽऽ
 
छट्टा फैरा खागी लाड़ली गज इष्टाया कोऽऽऽऽ
ऐ! दान दियो रै भाईऽऽ गज इष्टाया को रै दान दियो रै वानैऽऽ
गज इष्टाया को रै दान दियो रै भाईऽऽ
गज इष्टाया को रै दान दियो रै वानेऽऽ
गज इष्टाया को रै दान दियोऽऽऽऽ
 
सातवाँ फैरा रै खागी रै लाड़लीऽऽ
लाड़लीऽऽ!
सातवाँ फैरा रै खागी रै लाड़लीऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
वाह प्याराऽऽ!
गऊ माता को दान दियो वानै गऊ माता कोऽऽ
ऐ!! दान दियो रै वाने गऊ माता को रै दान दियो रै वानैऽऽ
गऊ माता को रै दान दियो रै वानेऽऽ
गऊ माता को रै दान दियो रै वानेऽऽ
गऊ माता को रै दान दियोऽऽ!
 
बोलै गरू महाराज कीऽऽ 
जय होऽऽ!
 
प्यारे बन्धुओंऽऽ
हम्मै भईया!
पानदै बाई का फैरा पड़ जाओ च राजा-राणी दान कर दै चऽऽ
जान कू बद्या भी करबै लाग जाओ चऽऽ
लाग जाओ च भाई!
 
राजा की भईया पैपसिंह की घरवाड़ी काई ग्याड़ गाबा लाग जाओ च जान बद्या होवैऽऽ
लागरी च!
 
रामनुआस बाग में सूँ म्यालण आयी रै भोले म्यालणऽऽ
ऐ!! आयी वाऽऽ तोड़ लाई फूल का गूदण लाई हारऽऽ
पैहरो राजाऽऽ दशरथ राज कुमारऽऽ
ऐ! रामनुआसऽऽ बाग में सूँ म्यालण ल्याई रै भोलै म्यालण आयी वाऽऽ
तोड़ लाई फूल फूदण लाई याऽऽ
पैहरो राजाऽऽ दषरत राज कुमारऽऽ
 
ऐ! र म्हाका ब्याईजी लागो तो म्हाका समदी जीऽऽ
ऐ!! 
थाँको लड़को महाँकी लड़की षादी कर ल्याँऽऽऽऽ  
हाँ! मोहन म्हारा ब्याई बण ल्याऽऽ
थाँको लड़कोऽऽ महाँकी लड़की षादी कर ल्याँऽऽ
मोहन म्हारा ब्याई बण ल्याऽऽ
 
पैहली-पैहली माळा श्री गणपत जी नैऽऽ 
दीनी भाईऽऽ
गजानंद नै दीनीऽऽ
जय होऽऽ!
 
वई बणा च रिद्ध-सिद्ध का भरतारऽऽ
पैरो राजा दषरथ राज पंवारऽऽ 
पैरो राजा दषरत बाग द्ववारेऽऽ
 
दूजी-दूजी माळाऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
दूजी-दूजी माळा रै केई दिन लाखाजी नैऽऽ
पैहरीऽऽ!
लाखाजी नै पैहरीऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
 
वैई लागौ चो म्हाका ब्याण का भरतारऽऽ
हाँ! पैहरो राजाऽऽ दषरथ राज कुमारऽऽ 
रामनिवासऽऽ बाग में सूँ म्यालणऽऽ ल्याई भोले म्यालण आयीऽऽ
तोड़ ल्याई फूल गुथण लाई हारऽऽ
पैहरो राजाऽऽ दषरत राज कुमारऽऽ
 
बोलै षंकर भगवान कीऽऽ
जय हो!
अरे म्हारा बीर ओ बड़ी छबी सूँ फैरा पड़ जावै चऽऽ
हम्मै भाई!
 
आज रे म्हारा प्यारा वो फैरा यै पड़े च जा दिन पानदै बाई का गधी का रेंगटा का ई राजा पैपसिंह का मैहल कैऽऽ
मांईनै भईया!
मांईनै म्हारा प्यारा वो बेटी-जुआँई राखलिया च जा दिन गनर्दबसेन नैऽऽ जा दिन पानदैऽऽ 
बाई नै भाई!
बाई नै र जा दिन जान कू बरात कू बद्दया कर भैज दी च वां का ही षहर कैऽऽ
मांईने भईया!
वांका मैहल कैऽऽ
मांई!
आज राजा पैपसिंह ज्या दिन बेटी जुंआई राखै च तलगरा राखै मांईनै राखै च रै ज्या दिन गनरबऽऽ
सेन भाईऽऽ!
 
आज रै म्हारा प्यारा वो लीला होवै च षंकर भोला नाथ की ज्या दिन मैहल कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
माईनै म्हारा प्यारा वो ज्या लीला होवै च षंकर भोलाऽऽ
नाथ की भईयाऽऽ!
 
गनरबसेन को वो रेवै च न ज्या दिन मैहल में महरत म्हारा प्यारा वोऽऽ
ऐ!! ज्या दिन रेवै च नै मैहल कैऽऽ
ऐ!! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै ज्या दिन रेवै च नै मैहल कैऽऽ
ऐ!! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै ज्या दिन रेवै च नै मैहल कैऽऽ
ऐ!! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽ
वाह म्हारा भाईयोऽऽ!
अेर म्हारा प्यारा वोऽऽऽऽ  
 
लीलाऽऽ रच दी नै रै भोळा रैऽऽ
ऐ!! नाथऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै लीला रच दी च नै भोळाऽऽ
ऐ!! नाथऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै लीला रच दी च नै षंकरऽऽ
ऐ!! नाथऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽऽऽ
 
आज जाणै रेवै रै मैहल कै मांई रैऽऽ
हम्मे भाईऽऽ!
रेवै च रै मैहल कै मांई रैऽऽ
ऐ! आज जाणे रेवै च रै मैहल के मांई रैऽऽ
आज जाणे रेवै च रै मैहल के मांई रैऽऽ
आज जाणे रेवै च रै मैहल के मांई रैऽऽ
ओऽऽ ओऽऽ!
आज जाणे रेवै च रै मैहल के मांई रैऽऽ
 
अरे लीला तो रै रचादी भोलानाथ अम्बर जाणै नाथ नैऽऽ भई रै नाथ नैऽऽ
हम्मै नाथ नैऽऽ भोळा नाथ नैऽऽ
रचाई दी रै मैहला रैऽऽ म्हाई नऽऽ हाँ रैऽऽऽऽऽऽ
हाँ प्यारोंऽऽ!
तेनै अब मैहलां तो रचादी रैऽऽ
अब जाणै लीला तो रचादी रैऽऽ
रचा दी रै रंग काऽऽ मैहल ई मेंऽऽ हाँ रैऽऽऽऽऽऽ
 
लै गया!
 
लीला रचगी च षंकर भोलानाथ कीऽऽ मुर्जी हो जाओ च षंकर भोलानाथ की कृपा हो जाओ चऽऽ
हो जा च भाई मैहल मेंऽऽ!
गनरबसेन कू पानदै बाई कू राजा पैपसिंह ने तलगरा कै माईनै वाड़ दियाऽऽ वाँ रैबे लाग गियाऽऽ
लाग गिया भाईऽऽ!
खर्चा-पाणी दै दियाऽऽ
दै दिया भाईऽऽ!
अरे जा दिन भईया षंकर भोलानाथ का बरदान चाऽऽ
हम्मे भईयाऽऽ! 
अरे जा दिन दिन में तो गधी को रेंगट्यो बण जाओ चो गनरभसेन भईयाऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
र्यात में तो मनख्या भईया मनख्या दैही कर लै चोऽऽ
कर लै चो भाईऽऽ!  
दन में गधी को रेंगट्यो बण जाओ चोऽऽ 
बण जाओ चोऽऽ!
 
तो जा दिन भईया लीला ई है गी च बड़ा तो जनमै च उकै भरतहरी महाराजऽऽ 
महाराज भाईऽऽ!
और उसूं छोटो भाई जन्म आऔ च कुण जन्में च म्हारा प्यारा वोऽऽ
हम्मे भाईऽऽ!
बिक्रमादीत जन्म आऔ च छोटो भाई भरतरी सूँऽऽ
हम्मे भाई!
फैर ऊ जन्म आऔ च तीनवा नम्बर पै कुण जन्में चऽऽ 
हम्मै भाईऽऽ!
मेंणावंती बाईऽऽ
बाई भाईऽऽ!
चैथा नम्बर पै कषो जन्में च देखा नैऽऽ सलिमादीत! 
दीत भाईऽऽ!
चारू भैण-भाई को जन्म हो जाओ चऽऽ चारू भैण-भाई खेलबै लाग जाऔ च मैहल कैऽऽ
माईनै भईयाऽऽ!
अरे ज्या दिन पैपसिंह राजा की राणी कैह री च जावौ री म्हारी दास्याओं म्हारी बांद्याओ आपा नै बाई कू कुण नै परणा दीऽऽ गधी का रेंगटा कै साथ में।
साथ में भाईऽऽ!
तो जाओ देखा किसा कांई रैहो च आंपणी बांदी पानदै पाऔ च सुख पाऔ च जैका देखा नी भईया देखा नी आचाार विचार खबर लैर जल्दीऽऽ
आवौऽऽ!
तो काईं तो बांद्या जा री च मैहल के माईनै तलगरा कैऽऽ  
माईनै भाईऽऽ!
और आगै काई बातऽऽ
बणबै लाग री चऽऽ!
 
संत मिल्या ईतना टड़ै काळ-जाळ जम चोटऽऽ
चोट भाईऽऽ!
संत मिला सूँ ई ना टड़ै काळ-जाळ जम चोटऽऽ
चोट भाईऽऽ!
अरेऽऽ षीष नुवाबा सूँ ई झड़ पड़ै करोड़ पाप कीऽऽऽऽ
पोट भाईऽऽ!
 
ज्या दिन रै समसार पूछबै लाग जावै म्हारा प्यारा वो मैहल कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ! 
पानदै बाई सूँ कैहबा लाग जाओ चऽऽ  
कांई कैह च भाई!
दास्यां कैह री च बांद्याऽऽ
कांई!
आज म्हारीऽऽ बाईसा वाँका बतावौ सांसा भैदऽऽ
भैद भईयाऽऽ!
वाँका भैद बताद्योऽऽ
हम्मे भाईऽऽ!
आपणै पांवणो किषा तो आवै च मैहल में किषा जावै चऽऽ
जावै च भईयाऽऽ!
हाथ में किताब लै मेलीऽऽ पानदै बाई पढ़ री मैहल कै माईनै चार बेटा-बेटी खैल र्या तलगरा कैऽऽ
मांईनै भईयाऽऽ!
तो कांई कैह री च बांद्या कै तांईऽऽ
कांई कैह री च भाईऽऽ!
पानदै बाई कह री च देखा नीऽऽ
कांई कैह री च भईयाऽऽ!
 
हँू-हँूऽऽ
 
हाथ में किताब म्हारी रैऽऽ कणया में कूँची राम रैऽऽ कणया में कूँचीऽऽ
हाँ! हाथ में किताब म्हारीऽऽ कणया में कूँची राम रैऽऽ कणया में कूँचीऽऽऽऽ
वा प्यारा वोऽऽ!
ओ! हाथ में किताब म्हारीऽऽ कणया में कूँची राम रैऽऽ कणया में कूँचीऽऽ
 
म्हारी मम्मी सूँ कह दी ज्यो उढ़गी चैन की चड़ीऽऽऽऽ
ओ! म्हारी ज्यामण सूँ कह दी ज्यो कह दी ज्यो उढ़गी चैन की चड़ीऽऽ
ओ! म्हारी ज्यामण सूँ कह दी ज्यो उढ़गी चैन की चड़ीऽऽ
म्हारी मम्मी सूँ कह दी ज्यो उढ़गी चैन की चड़ीऽऽ
 
चैन की चड़ीऽऽ उढ़गी चैन की चड़ीऽऽ
ओ! म्हारी माता सूँ कह दी ज्यो उढ़गी चैन की चड़ीऽऽ
म्हारी ज्यामण सूँ कह दी ज्यो उढ़गी चैन की चड़ीऽऽ
म्हारी माता सूँ कह दी ज्यो उढ़गी चैन की चड़ीऽऽ!
 
टपरा की तो ब्याड़ तोड़ ग्यौऽऽ छपर्या की बातीऽऽ 
छपर्या की तो ब्याड़ तोड़ ग्यो रैऽऽ बाड़ा की बातीऽऽ 
ओ! टपरा की तो ब्याड़ तोड़ ग्योऽऽ छपर्या की बातीऽऽ
राम रैऽऽ! छपर्या की बातीऽऽऽऽ 
 
धोळा लेंहगा आड़ी नैऽऽ भई रै लीला लेंहगा आड़ी नै कुण लेग्यो रै कुण की चालगी छातीऽऽ 
ओऽऽ! लीला लेंहगा आड़ी नै कुण लै ग्योऽऽ कुण की चालगी छातीऽऽ 
ऐ!ऽऽ! लीला लेंहगा आड़ी नै कुण लै ग्योऽऽ कुण की चालगी छातीऽऽऽऽ
 
प्यारो म्हारोऽऽ!
हाँ भाईऽऽ!
 
बोल भरतहरी महाराज की...
जय होऽऽ!
 
 
भाग-2
 
प्यारे सज्जनों भरतहरी महाराज की कथा चालू हो जाओ च अबऽऽ
हम्मे भईयाऽऽ!
पानदै बाई कैह री च म्हारी माता सूँ कैह दी जो - उड़गी चेन की चरीऽऽ मोकू गधी का रेंगटा के परणाई चीऽऽ षंकर भोलानाथ की लीला हो जाओ च गुरू महाराज परमात्मा कीऽऽ
हो जा च भाईऽऽ!
बड़ो तो भरतहरी जन्माओ च छोटो विक्रमादीत जन्मायो जीसू छोटी भईया मेंणावन्ती बाईऽऽ
बाईऽऽ!
जन्माओ च भईया सलीमादीत...  
दीत भाईऽऽ!
सगड़ी बांता सुणा दी कै थाँको जीजाजीऽऽ थाँको फूफाजीऽऽ कै चर-फर आओ च जीको रेंगटो...
रेंगटो भईयाऽऽ!
 
आज रे म्हारा बीरवो म्हारा प्यारा वो जा दिन लीला हेवै च नै षंकर भोळा... 
नाथ की भाईऽऽ! 
राजा पैपसिंह की राणी बान्द््या नै खंदा दी च कड़ो तेल क्यों रोषन डालयावो खोड्या पै दावाजा के!
काँई भाईऽऽ! भईयाऽऽ!
 
जीमें लाऐ! रै लगावै नै मैहला मांईनैऽऽ हाऽऽ!
अेर म्हारा प्यारा वो रै लाऐ! लगावो नै मैहलांऽऽ
ऐ! मांईऽऽ अेर भाई प्यारा वो रै लाऐ! लगावो नै खोड्या कैऽऽ
ऐ! आगऽऽ अेर भाई प्यारा वो रै लाऐ! लगावो नै खोड्या कैऽऽ
ऐ! आगऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोेऽऽ
 
आज म्हारी बाँद्या वो पाँवणों ऐ! रह ज्यागो री मैहल कैऽऽ
ऐ! मांईऽऽ अेर म्हारी बाँद्या वो रै पाँवणों रह ज्यागो नै मैहल कैऽऽ
ऐ! मांईऽऽ अेर म्हारी बाँद्या वो रै पाँवणों रह ज्यागो नै मैहल कैऽऽ
बोलो बोलोऽऽ!
ऐ! मांईऽऽ अेर म्हारी बाँद्या वोऽऽ!
 
आज म्हारी दासयाओ आपणै पाँवणों रैह ज्यागो गधी को रेंगटो तो बड़ जाओगोऽऽ खोड्यो तोऽऽ
बड़ जाओगो भाईऽऽ!
अरे ज्या दिन लाई लगा जाव च दास्या बाँइया मैहल के!
मांईनै भाईऽऽ!
और अतनी बांता हो जाओ च म्हारा बीर वो ज्या दिन भईया ज्या दिन खोड्यो बड़बै लाग जावै गधी का रेंगटा को मैहल कै...
माईनै भईयाऽऽ!
गधी को रेंगटो कहर्यो गनरबसेन जा दिन भईया कुण के ताईं? पानदे राणी कै!
कांई भाईऽऽ!
पानदै बाई कै ताईं कहबा लाग जाओ च आज म्हारी राणीऽऽ
राणीऽऽ!
अरे म्हारो जीव कडोऽऽ मै बड़तो ही आग्यो!
आग्यो भाईऽऽ!
हाँ म्हारो खोडो बड़तो आग्योऽऽ म्हारो षरीर बड़तो आग्योऽऽ म्हारी राणी!
राणी भाईऽऽ!
आज री म्हारी राणी तू गाँव कू छोड़‘र भाग जावै नै बगट बनी केऽऽ
माईने भाईऽऽ!
माँई म्हारी राणी री उन्दी-सूदी कर द्यँु आज में ई नगरी कूँऽऽ
नगरी कूँ भाईऽऽ!
अरे च्यारू ब्याड़का नै लैर बकट बनी में पूछगी च पानदै राणी म्हारा प्यारा वो मैहल कूँ छोड़गी च जावै च कांकड़ कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
 
भाई म्हारा प्यारा वो रै लाई लाइगी च मैहलाँऽऽ
ऐ!! मांईऽऽऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै लाई लाग्गी च नै मैहलाँ कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रे लाई लाग्गी च रै मेहलाँ केऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रे लाई लाग्गी च रै मेहलाँ केऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽ!
 
आज म्हारा लाड़ला वो रै लाई लाइगी ची मैहल कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै लाई लाग्गी ची नै मैहल कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै लाई लाग्गी च नै मैहल कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽ!
 
आज पानदै पूछी रैऽऽ पूछी ची ऊ बन कैऽऽ  
ऐ!! मांईऽऽ अेर भाई पानदै रै पूछी पूछी च रै बन कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर भाई पानदै पूछी रै पूछी च रै बन कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर भाई पानदैऽऽ! 
 
हाँ प्यारोंऽऽ!
 
ऐ! रे पानदै डळ-डळ रोवै रैऽऽ 
ऐ!! पानदै डळ-डळ रोवै रैऽऽ 
पानदै डळ-डळ रोवै रैऽऽ
पानदै डळ-डळ रोवै रैऽऽ
पानदै डळ-डळ रोवै रैऽऽ
 
कुरड़ा री रै बन कै मांईनैऽऽ हाँ ई रैऽऽ 
हाँ! डळ-डळ बन में रोवै रैऽऽ
पानदै डळ-डळ रोवै रैऽऽ
रोवै च रै बन कै माईनैऽऽ हाँ रैऽऽऽऽ
 
बोले भरतहरी महाराज कीऽऽ 
जय होऽऽ!
 
पनदै राणी झर-झर रोरी च मैहल कै मांईनैऽऽ
मांईनै शईऽऽ!
आज म्हारा प्यारा वो ढळ-ढळ रोरी च मैहल कै मांईऽऽ पानदै रै रोवै च श्रतकरी रोवै च विक्रमा...
दीत भाईऽऽ!
दीत म्हारा प्यारा वो ज्या दिन रोवै सलीमादीत छोटो सोक बाळक छो रै जीकी माता की गोद कैऽऽ
मांईनै शईऽऽ!
अरे ज्या दिन वा की टैम-पास कोनै होवे ची म्हारा प्यारा वो खाबो पाणी मिलै श्ी कोनैऽऽ
कोनै शईऽऽ! 
 
अरे टैम-पास रै करै चा ऊ बन कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै टैम-पास करै च नै बन कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै टैम-पास करै च नै बन कैऽऽ
ऐ!! मांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽ!
 
अेर म्हारी ज्यामण री आपणी चल जावैगी री लखैरी सीऽऽ
ऐ!! ज्ञानऽऽ! अेर म्हारी माता री आपणी चल जावैगी ओ रातै रीतीऽऽ
ज्ञानऽऽ! अेर शई माताऽऽ
 
आपणी रै चल जावैगी नै रातै रीतीऽऽ
ऐ!! जानऽऽ अेर म्हारी माता री आपणी चल ज्यागी नै रातै रीतीऽऽ
ऐ!! जानऽऽ अेर म्हारी माता री आपणी चल ज्यागी नै रातै रीतीऽऽ
ऐ!! जानऽऽ अेर म्हारी माताऽऽ
 
आपां नै रै खा जावैगो बन कोऽऽ
ऐ!! नाहरऽऽ अेर म्हारी माता री आपां नै खा ज्यागो रै बन कोऽऽ
ऐ!! नाहरऽऽ अेर म्हारी माता री आपां नै खा ज्यागो बन कोऽऽ
ऐ!! नाहरऽऽ अेर म्हारी माताऽऽ!
 
आज म्हारी माता री उगतो री ढेग्यौ च सूरजऽऽ
ऐ!! बाहरैऽऽ अेर म्हारी माता री उगतो ढेग्यौ च नै सूरजऽऽ   
ऐ!! बाहरैऽऽ अेर म्हारी माता री उगतो ढेग्यौ च नै सूरजऽऽ
ऐ!! बाहरेऽऽ 
 
देख म्हारी जामण री उगतो री ढेग्यौ च नै षंकर शेळाऽऽ! 
ऐ!! नाथऽऽ देख म्हारी माता री उगतोई ढेग्यौ च नै षंकर शेळाऽऽ
ऐ!! नाथऽऽ देख म्हारी माता री उगतोई ढेग्यौ च नै षंकर शेळाऽऽ
ऐ!! नाथऽऽ
 
म्हारा लाड़लावो ढळ-ढळ रैऽऽ रोवै च रै पानदैऽऽ
ऐ!! बनऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो ढळ-ढळ रै रोवे च नै पानदैऽऽ
ऐ!! बनऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै ढळ-ढळ रोरी च नै पानदैऽऽ
ऐ!! बाईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै ढळ-ढळ ऐ!! रोरी च रै बन कैऽऽ
वा शईयोंऽऽ!
ऐ!! बाईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽ 
 
प्यारो म्हारोऽऽ!
 
बोले बाबा गुरूगोरखनाथ जी महाराज की...
जय होऽऽ!
 
आज रै प्यारा वो ढळ-ढळ रोरी च पानदै बाई बकट बनी कैऽऽ
मांईने भाईऽऽ!
मांईने भरतहरी रोवै च रोवे च नै विक्रमाऽऽ
दीत शईऽऽ!
रोवै च मेंणावतीं बाई वाकी टैम-पास कोनै होवै रै बिगट बनी कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ! 
बन कै मांई नाहर-नाहरणी आवै चा ज्या दिन श्ईया सिंह श्ईया दुडगतो आवै चऽऽ दुलाड़तो नाहर आवचै नाहर-नाहरणीऽऽ
आरी च शईऽऽ!
दोन्यु आर्या च श्ईयाऽऽ!
माता सूं कैहबा लाग जाओ श्रतहरी म्हारी जामण आपणी लाखैरी सी जानऽऽ
चली जागी शईऽऽ!
आपां नै खा जाऔगो जंगल को षैरऽऽ
षैर शाईऽऽ! 
आपां नै खा जाओगो या बन काऽऽ
नाहर शईऽऽ!
आंपणा छोटा साक शई नै छोड़ चालऽऽ जा दिन पानदै राणी कै श्ूखी आत्माऽऽ
आत्मा शईऽऽ अरै आँचल में और दूध श्ी कोनै आवै चोऽऽ
आवै चो शईऽऽ!
 
आज रै नरसळ का पेड़ मे छोड़र जा री च पानदै जा दिन म्हारा प्यारा वो सलिमा...
दीत कू शईऽऽ!
जी दिन ऊ नै लै जावै च म्हारा प्यारा वो शेमसिंह बण्जारो प्यारो वो ब्याड़द कैऽऽ 
माईनै शईऽऽ!
श्रतहरी और पानदै श्ईया ओ मेंणावन्ती विक्रमादीत पूछै च नै बिगट बनी में गाड़ी जाणै डोबा पयाड़ कैऽऽ
तांई शईऽऽ!
 
वानै रै है गी च डळतीऽऽ
ऐ!! रातऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै वानै होगी च नै डळतीऽऽ
ऐ!! रातऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै वानै होगी च रै डळतीऽऽ  
ऐ!! रातऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै वानै होगी च रै डळतीऽऽ
ऐ!! रातऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽ!
 
देख म्हारा प्यारा वो रैऽऽ वानै रै हैगी च नै डळतीऽऽऽऽ
ऐ!! रातऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै वाने होगी च रै डळतीऽऽ
लेग्या मोज म्हारा शईयोऽऽ!
ऐ!! रातऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै वानै होगी च रै डळतीऽऽ
हाँ प्यारेऽऽ!
ऐ!! रातऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽ
 
पैरो रै देवै च विक्रमाऽऽऽऽ
ऐ!! दीतऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै पैरो देवै च नै विक्रमाऽऽ
ऐ!! दीतऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो पैरो रै लगावै विक्रमाऽऽ 
ऐ!! दीतऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै पैरो लगावै रै विक्रमाऽऽ
ऐ!! दीतऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽ! 
श्ईयाऽऽ!
 
बोल श्रतहरी महाराज की... 
जय होऽऽ! 
 
 
आॅडियो फाईल नं॰ Bharathari-04
 
बोल श्रतहरी बाबा...
की जयऽऽ!
 
धूप पड़ै धरती तपै च उड़ै कसुमल रैतऽऽ
रैत भाईऽऽ!
अरेऽऽ पाळा चालै राजा श्रतहरी लिख दिया च रै बिधाता नै करमां मेंऽऽ
लैख भाईऽऽ!
 
डोबा पयाड़ पै,
हम्मे शईऽऽ!
श्रतहरी,
हम्मैऽऽ!
पानदै माता,
माता शईऽऽ!
बाई मेंणावन्ती,
हम्मै शईऽऽ!
 
आज रै म्हारा प्यारा वो लीला यै होवै भोला षंकर नाथ की बिकट बनी कै!
मांई श्ईयाऽऽ!
माईनै जा दिन म्हारा प्याराऔ वो पैहरो देर्यौ च नै विक्रमाऽऽ
दीत भाईऽऽ! 
डोबा पयाड़ पै श्ईया वो जा दिन बड़ कै बावड़ी कै माईनै रेवै तो नै पीवल काड़ोऽऽ
सांप भाईऽऽ!
चकवा-चकवी नै ज्या दिन मारै च म्हारा प्यारा वो विक्रमाऽऽ
दीत भाईऽऽ!
तो चकवी कांई कह री च कै या काड़ी र्यात कै मांईनै डळती र्यात कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
कांई कैह् च श्ईया देखां,
कै चकवा कोई बार टैम कड़ै रैन कड़ैऽऽ
कड़ै शईऽऽ!
सुण लै चकवी म्हारी बार्ताऽऽ कोई सुणतो-सामळतो आपां नै मार खा जायगो,
खा जायगो शईऽऽ!
ई बकट बनी में कुण सुणैगो काड़ी र्यात कै मांईनै डळती र्यात कै,
मांई भाईयाऽऽ!
 
आज म्हारा प्यारा वो इतनी बांता कैह र्यो च चकवो ज्या दिन चकवी कैऽऽ
कांई श्ईयाऽऽ!
मनै मार खा जावै जै तो सूधो धारा नगरी को राजो बण जावै ऊ षहर कऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
 
चकवी कह तो दै मनै मार खा जावो नैऽऽ एक लाल या रोज की ऊगैलेऽऽ
ऊगैलेगो शईऽऽ!
लालऽऽ लाला होवै च नै जैऽऽ 
हम्मै शईऽऽ!
 
विक्रमादीत नै बिचार करोऽऽ
काई कै रो चो शईऽऽ!
आपां तो खा लैगां चकवी जै लाल रोज की उगेलैगांऽऽ
उगेलैगांऽऽ!
श्रतहरी शई कू बड़ा शई कू खुआ देगां आपां काई...चकवो!
चकवो शईऽऽ! 
अरे श्ईया वा बण जाओगो धारा नगरी कोऽऽ
राजो शईऽऽ!
 
आंपा रै राज तो करेगां रै धारा नगरी षैहरऽऽ 
ओ बोल म्हारा प्यारा रै राज करैगां नै धारा नगरीऽऽ 
ऐ!! षैहरऽऽ बोल म्हारा राजा रै राज करैगां नै धाराऽऽ 
षैहरऽऽ बोल म्हारा राजाऽऽ!
 
हाँ प्यारों!
 
ऐ! आज म्हारा प्यारा वो चकवा चकवी मारै च विक्रमाऽऽऽऽ
दीतऽ अेर म्हारा प्यारा ओ रै चकवा चकवी मारै च विक्रमाऽऽ
ऐ! दीतऽऽ अेर म्हारा प्यारा ओ रै या चकवा चकवी मारै च विक्रमाऽऽ
ऐ! दीतऽऽ अेर म्हारा प्यारा ओऽऽ
 
देख म्हारा प्यारा वो विक्रमाऽऽ जगावै भरतहरी नैऽऽ
ऐ! यादऽऽ अेर म्हारा प्यारा ओ रै जा दिन जगावै च भरतहरी कूऽऽ
बड़ा भाई कू!
ऐ! यादऽऽ अेर म्हारा प्यारा ओ रै जा दिन जगावै च भरतहरी नैऽऽ
ऐ! यादऽऽ अेर म्हारा प्यारा ओऽऽ
 
भरतहरी नै जगावै च विक्रमा रैऽऽ
ऐ! दीतऽऽ अेर म्हारा प्यारा ओ रै जा दिन जगावे रै विक्रमाऽऽ
ऐ! दीतऽऽ अेर म्हारा प्यारा ओऽऽ
 
विक्रमा ई सोग्यौ च रळगी रातऽऽ हाँ चऽऽऽऽऽऽ
बोलो हरीऽऽ हरीऽऽ हरीऽऽऽऽऽऽ
 
तो देखो जैं भईया ज्या दिन काँई खेल होऔ चऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
विक्रमादीत नैऽऽ
हम्मै भईयाऽऽ!
चकवा चकवी कू मार लियाऽऽ
मार लिया च भाईऽऽ!
चकवो तो खा जाओ च भरतहरीऽऽ 
भाईऽऽ!
चकवी कू खा जाओ च...
विक्रमाऽऽ
दीत भाईऽऽ!
और ज्या दिन म्हारा बीरवो चकवा चकवी कू ज्या दिन दोनू भाई खा जाओ च।
खा ज्या च भाईऽऽ!
पैरो आदी र् यो त को पूरो हो जाओ च सलीमा भईया विक्रमाऽऽ
दीत को भाईऽऽ!
 
प्यारो म्हारोऽऽ! अशा देबा करो भईयाऔ बचियारीऽऽ
 
विक्रमादीत जा दिन सो जाओ च हैमा जल रात कैऽऽ
माईनै भईयाऽऽ!
पैरो लगाबा लाग जावै भरतहरी भईया देखां न कोई आपणी भैणा कू कै आपणा भाई कू कै आपणी माई कू कोई जंगल को शैर खा जाओ बकट बनी कैऽऽ
मांईनै भाईयाऽऽ!
 
जी दिन रै प्यारा ओ चकवा चकवी कू मार्या चा बांण की देर जा दिन म्हारा प्यारा वो पीवल काड़ो नाग रैवो चो मणधरी जा दिन ऊ डोबाऽऽ  
प्याड़ पै भाईऽऽ!
 
प्याड़ पै बड़ में रेवै चो न पीवल काड़ोऽऽ
नाग भाईऽऽ!
 
बड़ में सूं रै ऊतर्यो च जमीं पैऽऽ आजऽऽ बीर म्हारा प्यारा वोऽऽ
ओ! ज्या दिन ऊतरयो च नै जमीं पैऽऽ 
ऐ या चऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै ज्या दिन ऊतरयो च नै जमीं पैऽऽ
ऐ सांपऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै ज्या दिन ऊतरयो च नै जमीं पैऽऽ
लेग्योऽऽऽऽ!   
ऐ सांपऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ!
 
आज म्हारा प्यारा वोऽऽ विक्रमा नै डसग्यौ च काड़ोऽऽ
ऐ! सांपऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै विक्रमा न डसग्यौ च रै काड़ोऽऽ
ऐ! नागऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै विक्रमा न डसग्यौ च रै काड़ोऽऽ
ऐ! नागऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽ!
 
विक्रमा न डसग्यो च काड़ोऽऽऽऽ
ऐ! नागऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै विक्रमा नै डसग्यो च रै काड़ोऽऽ
ओ! नागऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै विक्रमा नै डसग्यो च रै काड़ोऽऽ
ऐ! नागऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
 
विक्रमा मर ग्यो च रै डळती र्यात मेंऽऽ
अेर म्हारा प्यारा वो विक्रमाऽऽ
ओ! मर ग्यो च नै डळती रातऽऽ
अेर म्हारा प्यारा रै विक्रमा मर ग्यो च नै डळतीऽऽ
ऐ! रातऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै विक्रमा मर ग्यो च नै डळतीऽऽ
ऐ! रातऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ!
 
देख म्हारा प्यारा वो मूंडा में चंडगी च चींट्याऽऽ
ऐ! या चऽऽ 
विक्रमा के चींट्या रै चंडगी च रै मूंडाऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै चींट्या चंडगी च नै मूंडाऽऽ
माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै चींट्या चंडगी च नै मूंडाऽऽ  
ऐ! माईऽऽ अेर र रै प्यारा वो उगियायाऽऽ उगियाया च रै सूरजऽऽ 
ऐ! बांणऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै उगियायाऽऽ उगियाया रै सूरजऽऽ
ऐ! बांणऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै उगियायाऽऽ उगियाया रै सूरजऽऽ
ऐ! बांणऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
 
मंतर बोलोऽऽ मालम रैऽऽ हैगी च नै पानदैऽऽ 
ऐ! बाईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै मालम होगी च नै पानदैऽऽ 
बाईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै मालम होग्यो च नै पानदैऽऽ 
ऐ! बाईऽऽ
 
मंतर बोलो डळ-डळ रैऽऽ रोरी च रै राणी रैऽऽ
ऐ! आजऽऽ अेर म्हारा...
पानदै झर-झर रोवै च नै बन कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै पानदै रो री च नै डळ-डळऽऽ
ऐ! आजऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै पानदै रो री च नै डळ-डळऽऽ
हाँ म्हारा भाईओ लै ग्या मोज!
आजऽऽ अेर म्हारा प्यारा! 
 
डळ-डळ डळ-डळ रै रो री च बन कै मांई पानदै रै डळ-डळ तोऽऽ
हाँ भाई!
पानदै रै डळ-डळ रोवै रैऽऽ
ऐ! पानदै डळ-डळ रोवै रैऽऽ
ऐ! पानदै डळ-डळ रोवै रैऽऽ
ऐ! पानदै डळ-डळ रोवै रैऽऽ
ऐ! पानदै डळ-डळ रोवै रैऽऽ
 
रोरी रै डोबा रै पयाड़ पैऽऽ हाँ ई रैऽऽऽऽऽऽ
वाह प्यारोंऽऽ!
 
प्यारो म्हारोऽऽ!
हाँ प्यारेऽऽ!
 
भरतहरी महाराज कीऽऽ
जय होऽऽ
 
भरतहरी की बहणा भी झर-झर रोरी चऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
और अठी नै भरतहरी भी रोवै लाग जावै डळ-डळ बिगट बनी कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
डोबा पयाड़ पैऽऽ 
प्याड़ पै भईयाऽऽ!
अरे जा की माता रोवै चऽऽ
रोरी च भाईऽऽ!
आछी करी रै म्हासू भगवान भईया बिगट बनी कैऽऽ
मांईनैऽऽ!
आछी करी दीनानाथ बिगट बनी कै मांईनैऽऽ
मांईनै भईयाऽऽ!
म्हारो बगड गियो पईर-सासरोऽऽ
ससरो भाईऽऽ!
 
एक बेटा नै तो खागियो दीखै बगट बनी में बन को भूरोऽऽ
नाग भाईऽऽ!
अरे म्हाराई सलिमादीत नै खाग्यो दिखै प्यारो ओ बन कोऽऽ नाहर!
वा प्याराऽऽ!
म्हाराई विक्रमादीत कै कांई हैग्यो म्हारा प्यारा वो ई डोबा पयाड़ कैऽऽ
तांई भाईऽऽ!
तो कसा जगाओ चो ऊगी आया सूरज बाणऽऽ
बाण भाईऽऽ!
तो माता जगा री च अपणा बेटा नैऽऽ किशा जगा री देखा नीऽऽ
किशा जगा री च भाईऽऽ!
गोदी को नंदलाल भईया पेट की झाड़ऽऽ
झाळ भाईऽऽ!
 
किशां जगारी चऽऽ
हाँ भाई!
 
जागैने विक्रमादीत सोतो कांई रै रैहग्यो जागै नै म्हाराऽऽ 
लालऽऽ सोतो कांई रैहग्योऽऽ
ओ जागै नै म्हारा लाल सोतो कांई रैहग्योऽऽ
ऐ! जागै नै विक्रमादीत सोतो कांई रैहग्योऽऽ
ऐ! जागै नै विक्रमादीत सोतो कांई रैहग्योऽऽ
 
देख म्हारा श्याणा रै कांई रै होग्यो रै थारे रै आजऽऽ
देख म्हारा प्यारा रै कांई होग्यो रै थारे रैऽऽ
ऐ! आजऽऽ देख म्हारा प्यारा रै कांई होग्यो रै थारै रैऽऽ
ऐ! आजऽऽ देख म्हारा प्याराऽऽ
 
डळ-डळ रै रोवै च नै डोबाऽऽ 
पयाड़ पैऽऽ!
माता!
अेर म्हारा प्यारा रै डळ-डळ रोवै च नै डोबाऽऽ 
पयाड़ऽऽ पै अेर भाई माता डळ-डळ रोवै च नै डोबाऽऽ
पयाड़ऽऽ अेर भाई माता! 
 
पार लगावैगो कांई रैऽऽ म्हारी पार लगावैगो कांई रैऽऽ 
म्हारी डूबगी भंवर मेंऽऽ
नाँव सांषरियाऽऽ पार लगावैगो कांई रैऽऽ म्हारी डूबगी भंवर मेंऽऽ
नाँव सांषरियाऽऽ पार लगावैगो कांई रैऽऽ म्हाकै डूबगी भंवर मेंऽऽ
नाँव सांषरियाऽऽ पार लगावैगो कांई रैऽऽ म्हाकै डूबगी भंवर मेंऽऽ
हाँ प्यारैऽऽ
नाँव सांषरियाऽऽ पार लगावैगो कांई रैऽऽ
 
पार लगावैगो कांई रैऽऽ म्हारी डूबगी भंवर मेंऽऽ 
ओ! म्हारी डूबगी भंवर मेंऽऽ नाँव सांषरियाऽऽ पार लगावैगो कांई रैऽऽ
म्हारी डूबगी भंवर मेंऽऽ नाँव सांषरियाऽऽ पार लगावैगो कांई रैऽऽ
 
आज म्हारा प्यारा वो ज्या दिन उगी आया सूरज बाण बगट बनी कै मांईने डोबा प्याड़ कैऽऽ
कांई भाईऽऽ!
भरतहरी खप्पन लेवै जावै च जामण जाया वीर का में म्हारी माता जाऊँ चू कोई शैहर कैऽऽ
मांईनै भईयाऽऽ!
बीरा को चतो लगावैगां बगट बनी में म्हारी माता खप्पन लाऊं री लेबै शैहर कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
 
तो म्हारा बीरवों ज्या दिन कांई हो ची धारा नगरी शहर कै मांई, यो राजो या राजगद्दी पैऽऽ
बैठग्यो भाईऽऽ!
नत तो यो राजो या राजगद्दी पै बैठेचोऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
उ शैहर कै मांईनै कोई भईया जा दिन कोई इशौई बिगनऽऽ
बिगन चो भाईऽऽ! 
 
ज्या दिन म्हारा बीरवो राकश हल्रयौ मैहल कै मांईऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
राजा का मैहल कै मांई राकश हल्रयौ चोऽऽ
हल्रयौ चो भाईऽऽ!
नत नै योई राजो बैठे चो रै गादी पै म्हारा प्यारा वो उ शहर कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
अरे ज्या दिन म्हारा बीरवौ भरतहरी पूछै च नै धारा नगरी शहर कैऽऽ
मांई भाईऽऽ!
 
अरे दरवाजा बंद पा ग्या च धारा नगरी शैहर में म्हारा प्यारा वोऽऽ
पाग्या पाग्या च नै धारा नगरीऽऽ 
ओ! शहर मेंऽऽ 
अेर म्हारा प्यारा वो रै दरवाजा पा ग्या च नै बंद भायाऽऽ
ऐ! या चऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो! 
दरवाजा पा ग्या च नै ज्या दिनऽऽ 
ऐ!! बंदऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽ
 
ऐ! भरतहरी रै डळ-डळ रै रोवै च रै दरवाजा कैऽऽ
ऐ! तांईऽऽ 
बारणै!
अेर म्हारा भाया भरतहरी रै डळ रै रोवै च नै दरवाजाऽऽ 
ऐ! माईऽऽ अेर भाई भरतहरी रै डळ रै रोवै च नै दरवाजाऽऽ 
ऐ! माईऽऽ अेर भाई राजा। 
 
आज म्हारा प्यारा वो रै डळ-डळ रै रोयौ च भरतहरीऽऽ
ऐ! आजऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै डळ-डळ रोर्यौ च भरतहरीऽऽ 
ऐ! आजऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै डळ-डळ रोर्यौ च भरतहरीऽऽ 
आजऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
 
मंतर बोलो ऊग्याया रैऽऽ ऊग्याया अब सूरजऽऽ
ऐ! बाणऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै ऊग्याया ऊग्याया रै सूरजऽऽ
ऐ! बाणऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै ऊग्याया ऊग्याया रै सूरजऽऽ
लेग्यो!
बाणऽऽ अेर म्हारा प्यारा!
 
देख म्हारा प्यारा वो बस्ती का यै कैह र्या च भरतहरीऽऽ
ऐ! तांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै बस्ती का कैह् र्या च भरतहरीऽऽ 
ऐ! तांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै बस्ती का कैह् र्या च भरतहरीऽऽ
तांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा!
 
हाँ प्यारेऽऽऽऽ
अरे म्हारा सांवराऽऽऽऽ
वाह प्यारोंऽऽऽऽ
जय होऽऽ!
 
बोल गुरू महाराज की, जयऽऽ!
 
बस्ती का कैह र्या च म्हारा वीरो कै च बणा संणग्यार्यो लाडो चऽऽ
लाडो च भाईऽऽ!
बना मोर मुकट बांध्याई राजो चऽऽ
राजो च भाईऽऽ!
राजा को कंवर तो छो हीऽऽ
हम्मै भईयाऽऽ!
अरे जा दिन भईया कै तोकू तो राजो बण्नो ही पड़ैगो गाँव कोऽऽ
बण्नो ही पड़ेगो भाईऽऽ!
नगरी को राजो बण्नो ही पड़ेगो रै भायाऽऽ भरतहरी तो डळ-डळ रोवै हाथ जोड़ऽऽ
जोड़ै च भाईऽऽ!
मै तो राजो कोणै बनू ई शैहर कोऽऽ मै तो म्हारा भाई का खप्न लेबै ही आयो चो नगरी का!
मांईनै भाईऽऽ!
अतनी बांता खेवै च ज्या दिन म्हारा बीर ओ जा दिन भरतहरी कैह र्यो च दरवाजा कै!
कांई भाईऽऽ
अरे किशो थारो भाई किशी थारी माता किशी थारी, भैंणऽऽ! 
 
भरतहरी गियो भाई का खप्न लेबै शैहर कै मांई धारा नगरी शैहर कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
 
जीने राज रैऽऽ मल गियो च रै धारा नगरीऽऽ शैहर मेंऽऽ
अेर भाई मरदोऽऽ 
राज मल गियो च नै धारा नगरीऽऽ
ऐ! शैहरऽऽ बोल भाई मरदो रै राज मल गियो च नै धारा नगरीऽऽ
शैहरऽऽ को रै म्हारा प्यारा रै राज मल गियो च नै धारा नगरीऽऽ
धारा नगरी शहर को राजो बण ग्योऽऽ!
शैहरऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ!
 
मंतर बोलो राजो रै बण गियो च रै शैहर कोऽऽ
या रेऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै राजो बण ग्यो च नै ज्या दनऽऽ
ऐ! शैहरऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै राजो बण ग्यो च नै ज्या दनऽऽ
ऐ! शैहरऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ!
 
आज म्हारा प्यारा वो राज रैऽऽ परणा में भूल ग्योऽऽ
भाई नैऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो राज परणा में भूल ग्योऽऽ 
ऐ! भाईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै राज परणा में भूल ग्योऽऽ    
ऐ! भाईऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ!
 
बोले गुरू महाराज की... 
जयऽऽ!
 
राजपणा कै मांईनै भाई कू भी भूल ग्यो, मर्या कूऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
और माता कू भूल ग्यो पानदै कू भैणा कू भूल ग्यो कुण कू मेंणावन्ति बाई कूऽऽ
माई कू भाईऽऽ!
भईया राज मिल ग्यो च धरा नगरी शैहर को राजा बण ग्यो भरतहरी महाराजऽऽ
महाराजऽऽ!
 
अरे ज्या दिन म्हारा बीर वोऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
हो जाओ ची डळती र्यातऽऽ
र्यात भईयाऽऽ!
तो राकश आ जाओ च ज्या दिन भईया ऊ मैहल कैऽऽ
माईऽऽ!
तो राजा नै पहली र्काइं ख्याल रचा दियोऽऽ भरतहरी नैऽऽ 
काई रचायो भाईऽऽ!
फूलां की भईया गैट पै सूँ मैहल की राजगद्दी कै जांई उनै फूलां की फलवाड़ऽऽ
करदी भाईऽऽ!
बचवा दीऽऽ!
और अंतर का फूवार्या दुआदिया च म्हारा बीर वो मैहल कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
मोहित हो जाओ च राकश भईया ज्या दिन कै मांगणो होए जै मांग लैऽऽ
मांग लैऽऽ!
अर उ कै लारै कमनक्या देबी भी आवो ची खाबैऽऽ
खाबै भाईऽऽ! 
देबी हल री ची मैहल कैऽऽ
माईऽऽ!
 
देबी नै बरदाना दै दिया, राजी है गीऽऽ
होगी भाईऽऽ!
जा भाई भरतहरी राजाऽऽ   
हम्मे भाईऽऽ!
ई शैहर कै माई तू ही राज करेगोऽऽ
करेगो भाईऽऽ 
करेगो भाईया!
 
अरे डळ-डळ रोरी च तीन म्हारा बीर ओ बाठ नाहड़ै च एक बेटा नै खाग्यो बन कोऽऽ
नाहर भाईऽऽ!
ऐक बेटा नै खाग्यो च रै ई बिगट बनी में डोबा प्याड़ पे पीवल काड़ोऽऽ
नाग भाईऽऽ!
ऐक बेटो खपन लेबै गियो शहर कै मांईनै पाछै कोनै बावड्यो बिगट बनी कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
 
आज भाई मंतर बोलोऽऽ बै खो दियो च ई दीनाऽऽ
नाथऽऽ अेर भाई प्यारा रै बै धोखो दै र्यो च नै दीनाऽऽ
ऐ! नाथऽऽ अेर भाई प्यारा रै बेै धोखो देयो च रै भोळाऽऽ
ऐ! नाथऽऽ अेर भाई बिधाता रै धोखो है यो चो रै बन कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै धोखो होयो च नै बन कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै धोखो होयो च नै बन कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
 
परगट है गयाऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
 
परगट है गया च भोळानाथऽऽ
आऽऽऽऽऽऽ
बोलो हरीऽऽ हरीऽऽ हरी ये अ ये अ ये अ येऽऽऽऽ
 
हाँ प्यारेऽऽ!   
क्या कैहर्यो भाईऽऽ!
जय होऽऽ!
 
बोल भरतहरी बाबा कीऽऽ
जय होऽऽ!
 
परगट हैग्या षंकर भोलानाथऽऽ
नाथ भाईऽऽ!
अरे तूही-तूही कर कै नाद बजा दिया च पीवळ काड़ो नाग बड़ में सूं नीचै ही आ जावै चऽऽ
आज्या च भाईऽऽ!
जतरा भी उका साश चा नै भईया जै साश चूचा चा नै पीवळ काड़ाऽऽ
नाग नै भाईऽऽ!
पाछाई धर दै चऽऽ
धर दै च भाईऽऽ!
अमरत का छिडका मार दिया विक्रमादीत कै जिंदो है ग्यो च डोबा पयाड़ कै,
मांई भाईऽऽ!
जिंदो है ग्यो च जा दिन म्हारा बीरओ विक्रमाऽऽ
दीत भाईऽऽ!
तो अठी नै चल जाओ च बाबा भईया शंकर भोलानाथ की धूणिंया कै,
मांईनै भाईऽऽ! 
 
कांई भोलै नाथ की मर्जी होवै चऽऽ
कांई होए च भईया देखांऽऽ
 
प्रेम बड़ा संसार में अमृत मीठा खांणऽऽ
खांण भईयाऽऽ!
अरे प्याला पीवे नै प्रेम का मट जावै कैहता ही तांणऽऽ
तांण भाईऽऽ!  
धारा नगरी शहर कै मांई चोरी हो जाओ चऽऽ
हो जा च भाईऽऽ!
चोरी के मांईनै गायां लैग्याऽऽ
लेग्या भाईऽऽ!
डाँकू-डकेत गायां लैग्या चोरऽऽ
चोर भाईऽऽ!
डाँकू-डकैत किशा गाँँव का चाऽऽ
हम्मे भाईऽऽ!
देखा तो शैहर कशो चो भाईऽऽ
चूचक शैहर काऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
 
तो भरतहरी महाराज गायां छुडावै जाओ चऽऽ
जाओ च भाईऽऽ!
बस्ती का राजा सू कियो जावै च बस्ती कै मांईनै कांई नै कांई हो जाओ बुरो काम तोऽऽ
कह्ओ च भाईऽऽ!
 
गोड़ा पै बैठ जावै राजा भरतहरी जा र्यो च रै प्यारा ओ गायां छुडाबैऽऽ
छुडाबै भाईऽऽ!
तो केहबा लाग जाओ च ज्या दिन हजार डाँकू बैठ्या चा ज्या दिन भईया हरा-पीड़ा रंगीन जाजम्या बछरी चीऽऽ
बछरी ची भाईऽऽ!
दावाजा के मांईनै गणपतसिंह डकैत भी बैठ्यो चो वांको भईया हजार सूं भईया डकैतन को सरदार,
सरदार भाईऽऽ!
एक हजार वै डाँकू चा जां को सरदार कुण जा चोऽऽ
कुण जा चो भाईऽऽ!
गणपतसिंह भईया डकैतऽऽ
डकैत भाईऽऽ!
भरतहरी सू कैहर्या चा भाग बचालै थारी जान कुण की गायां लेबे आयो चो न्यां,
हम्मै भाईऽऽ!
जिंदो नै छोड़ा हरगज ई शहर कै,
माईनैऽऽ!
भारत भईया भारत रोप दियो च भारत चालू कर दियो च,
कर दियो भाईऽऽ!
शंकर भोळानाथ न संवरे च जा दिन माता नै च भईया कमनक्या देबी नै संवरै च राजा भरतहरी उ भईया शैहर कै,
मांईनै भाईऽऽ! 
 
आज रै म्हारा प्यारा वो जीत हैगी च शैहर कै मांई गाया छुड़ार लावै च नै राजाऽऽ 
भरतहरी भाईऽऽ!
और गणपतसिंह सिंह डकैत की बेटी परणर ली आवै च म्हारा प्यारा वो ज्या दिनऽऽ
ज्या दिन भाईऽऽ!
 
श्यामदै बाई नै रै लावै च भरतहरी आजऽऽ 
भाई मरदोऽऽ
ऐ! लावै लावै च नै ज्या दिनऽऽ
ऐ! आजऽऽ अेर भाई मरदो रै ज्या दिन श्यामदै बाई नै रै लावै चऽऽ
बियाओ कर लियो भरतहरी नै,    
ऐ! आजऽऽ अेर भाई प्यारोऽऽ
 
आग्या रैऽऽऽऽ आग्या च मैहल कैऽऽ
ऐ! माई अेर भाई प्यारो रै आग्या आग्या च मैहल कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारो रै
देख म्हारा प्यारा वो राणी रैऽऽ कह री च भरतहरीऽऽ
ऐ! अेरऽऽ भाई प्यारों रै राणी कैह् री रै भरतहरीऽऽ
ऐ! तांईऽऽ अेर भाई प्यारोंऽऽ 
देख म्हारा खांवण जी एकलाई रेवै च कै इतरा बड़ाऽऽ
ऐ! महैल मेंऽऽ अेर म्हारा प्यारो रै एकला रेवै च नै इतरा बड़ाऽऽ
ऐ! मैहल में, अेर भाई प्यारोऽऽ
 
आज म्हारा राजा रै ऐकलो ई रेवै चो कै मैहल कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै एकला रेवै च कै मैहल कैऽऽ 
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै एकला रेवै च कै मैहल कैऽऽ 
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
 
देख म्हारा खावन रै कोन कैऽऽ कोन कै रै थासूं छोटी  
ऐ! बैहणऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै कोन कै कोन कै रै थासूं छोटीऽऽ
नणदलऽऽ!
ऐ! बैहणऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
 
अेर म्हारा खावन रै उका रै लड़ाती नै मै भीऽऽ
ऐ! लाड़ऽऽ अेर म्हारा खावन रै उका लड़ाती नै मै भीऽऽ
ऐ! लाड़ऽऽ अेर म्हारा खावन रै उका लड़ाती नै मै भीऽऽ
ऐ! लाड़ऽऽ अेर म्हारा खावनऽऽ
 
देख म्हारा राजा जी कोन कै रै कोन कै रै थासूं छोटोऽऽ
ऐ! भाईऽऽ अेर म्हारा राजा जी कोन कै रै कोन कै रै छोटोऽऽ
भायो! देवर कोनै क देवर
ऐ! भाईऽऽ अेर म्हारा राजा रै कोन कै कोन कै रै छोटोऽऽ
भाईऽऽ अेर भाई राजाऽऽ
 
देख म्हारा खावन जी देवर का लडालैती घैरा-घैराऽऽ
ऐ! लाडऽऽ अेर म्हारा खावन जी रै देवर का लडालैती घैरा-घैराऽऽ 
ऐ! लाडऽऽ अेर म्हारा खावन जीऽऽ
 
देख भरतहरी कोन कैऽऽ कोनै कै रै सासू म्हारैऽऽ
ऐ! आगैऽऽ अेर म्हारा खावन जी रै कोनै कै कोनै कै रै सासू म्हारैऽऽ
ऐ! आगैऽऽ अेर म्हारा खावन जीऽऽ
देख म्हारा राजा रै लळ-लळ रै दाब दै नै उकाऽऽ
ऐ! पांवऽऽ अेर म्हारा राजा रै लळ-लळ दाब देती नै उकाऽऽ
ऐ! पांवऽऽ अेर म्हारा राजा
लळ-लळ देती नै सासू कैऽऽ
ऐ! ढोकऽऽ अेर म्हारा राजा जी रै लळ-लळ देती नै रै सासू कैऽऽ
प्यारो म्हारो!
ऐ! ढोकऽऽ अेर म्हारा राजा जी रै लळ-लळ देती नै रै सासू कैऽऽ
ऐ! ढोकऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ
 
भरतहरी महाराज की...
जय होऽऽ!
 
कोनै कै म्हारा खावन जी थाँँसू छोटो भाई तो एकला ही रैह च इतरा बड़ा मैहल कैऽऽ
माईने भाई!
अरे म्हारा राजा भरतहरी कोनै कै म्हारा ठाकर जी कोनै कै बावन गढां का गढपती थाँकैऽऽ
कांई भाईऽऽ!
थाँँसू छोटो भाईऽऽ
हम्मै भईयाऽऽ!
कोनै कै छोटी थाँँसूऽऽ
बैहण भाईऽऽ!
कोनै कै थांकी माई जिंदी कोनै कैऽऽ
कोनै कै भाईऽऽ!
सासू का लागती मै लळ-लळऽऽ
पाँव भाईऽऽ!
अतरी बात कैहता ही राणी श्यामदै नै भरतहरी कीऽऽ भाई विक्रमादीत, की माता कीऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
माता की ज्या दिन याद आ जाओ च आपा भाई कू मर्या कू छोडर आया चऽऽ आपणा भाई कू साँप खायो चो बन कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
आपणी माता कू और आपणी भैहणा कू रोती छोड़ी ज्या बगट बनी में डोबा पयाड़ कैऽऽ
कांई भाईऽऽ!
 
तो भरतहरी महाराज लैबा चल जाओ जहा छोडर आयो जां पूंच ग्योऽऽ लळ-लळ रोवै भरतहरीऽऽ
महाराज भाईऽऽ!
शंकर भगवान प्रगट हो गियोऽऽ
हो गियो भईयाऽऽ!
अरे भरतहरी कुण कू रोऐ चऽऽ!
मै बाबा मै म्हारी माता कूऽऽ म्हारा भाई कूऽऽ म्हारी बैहण कू छोड़ ग्यो डोबा प्याड कैऽऽ!
मांई भाईऽऽ! 
 
अरे इतनी बाँता कह र्यो च ज्या दिन भरतहरी डळ-डळ रोर्यो च रै बगट बनी कैऽऽ
माईने भाईऽऽ!
 
शंकर भगवान प्रगट हो जाओ च जहाँ महात्मा की धूणी च पास मेंऽऽ
महात्मा की धूणी बदल जा थारी माताऽऽ
माता भाईऽऽ!
थारी बैहणा थारो भाई मिल जाऔगोऽऽ
मिल जायगो भाईऽऽ!
तो भरतहरीऽऽ!
हम्मे भाईऽऽ!
विक्रमादीत और ऊकी भईया माताऽऽ 
माताऽऽ!
पानदैऽऽ
हम्मे भाईऽऽ!
और मेणावन्ति भैहणाऽऽ
भैहणा भाई!
सगड़ा ही एक जगह मल जाओ चऽऽ
मल ग्या च भाई!
भाग‘र मलबा लाग जाओ चऽऽ
लाग ज्या च भईया!
भरतहरी भईया ज्या दिन कुण सूऽऽ
कुण सू भाईऽऽ!
विक्रमादीत सूऽऽ
हम्मै भाईऽऽ
 
आज रै म्हारा प्यारा वो लीला रचै च शंकर भोला नाथ की बिगट बनी कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
 
सगड़ा ई आग्या च मैहल कै माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वोऽऽ
ऐ! सगड़ा आग्या च नै मैहल कैऽऽ 
माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै सगड़ा आग्या च नै मैहल कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै सगड़ा आग्या च नै मैहल कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
 
सगड़ा ही आग्या मैहल कै मांईनै ज्या दिन भईया राज करबा लाग ग्यो च कुण? राजा भरतहरी ऊ भईया धारा नगरी शहर कैऽऽ
माईने भाईऽऽ!
अरे म्हारा प्यारा वो जा दिन कैहबे लाग जाओ च भरतहरी जा दिन कुण कैऽऽ
काँई भाईऽऽ!  
विक्रमादीत कै तांईऽऽ!
 
आज रै भाई विक्रमादीत तू राज कर ली जो म्हारो ई शहर कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
मै ज्या दिन गायां छुडाबै गियो चो चुचक शैहर कैऽऽ
काँई भाईऽऽ!
मांईनै म्हारा भाई रै मै जांऊगो भगती बोली ची शंकर भोला नाथ की बाराह बरस की बिगट बनी कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
 
राजा भरतहरीऽऽ
अरे भाईऽऽ
भगती करबा जा र्यो च बिगट बनी कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ
राज समड़ा दियो च विक्रमादीत कैऽऽ
कांई भाईऽऽ
 
राजा भरतहरी नै अशो राज कर्यो चऽऽ
कर्यो च भाई!
राजा भरतहरी का राज कै मांईनै बन को नाहर,
नाहर भाई!
और बकरी एक कुण्ड के माई पाणी पीवे चा तो नाहर की हिम्मत वा कोण चाले ची भईया जै बकरी कू खा जाए,
खा जाए भाईऽऽ
अशोई राज भाई तू करजो म्हारै पछाड़ी सूं कह च,
हम्मै भाईऽऽ!
विक्रमादीत,
दीत भईया!
 
राज समळार चल जाओ च भरतहरी भईया भगती करबा लाग जाओ च बाराह बरस पूरा हो जाओ च,
हो जा च भईयाऽऽ!
 
ज्या दिन श्यामदै राणी कह री च चाकर का माल का कै,
काँई भाईऽऽ!
आज म्हारा नौकर जा दिन सुण लै नै दिल कीऽऽ
बातां भाईऽऽ!
जा म्हारी बांदी नौकर नै जल्दी बुला लाई मैहल कैऽऽ
माई भाईऽऽ!
जार कह दी जो नौकर माल का कै तांई ज्या दिन काड़ो सांप आग्यो मैहल कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
 
देख भाई माल का राणी रै बलावै च रंग काऽऽ
ऐ! मैहलऽऽ अेर भाई माल का रै राणी बलावै च रंग काऽऽ 
ऐ! मांईऽऽ अेर भाई माल का रै राणी बुलावै च रंग काऽऽ 
ऐ! मैहलऽऽ अेर भाई माल का रै राणी बुलावै च रंग काऽऽ 
ऐ! मैहलऽऽ अेर भाई माल काऽऽ
 
देख म्हारा नौकर म्हारो पियोजी बण जावै नै रै मैहल कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर भाई माल का रै पियोजी बण जावै नै मैहल केऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर भाई माल काऽऽ
 
देख म्हारा नौकर थारो आरत्यो कर द्यो रै रंगऽऽ
ऐ! मैहलऽऽ अेर म्हारा नौकर रै आरत्यो कर द्यो नै रै रंगऽऽ
वा प्याराऽऽ!
ऐ! मैहलऽऽ अेर भाया नौकर रै आरत्यो कर द्यो रै रंगऽऽ
ऐ! मैहलऽऽ अेर भाई नौकरऽऽ
 
श्यामदैऽऽ कह री च रै मैहलांऽऽऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर भायां प्यारों रै श्यामदै कह री च रै मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर भायां प्यारों रै श्यामदै कह री च रै मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर भाई प्यारोंऽऽ 
 
ये बात!
 
देख भाई मरदों रै विक्रमाऽऽ कह र्यो च रै नौकर कैऽऽ
ऐ! तांईऽऽ अेर भाई विक्रमा जा दिन कह र्यो च रै नौकर कैऽऽ
ऐ! तांईऽऽ अेर भाई विक्रमाऽऽ
 
म्हारा नौकर रै भाभी नै समाळा नै मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा नौकर रै भाभी ने समाड़ै नै मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर...
म्हारा नौकर रै खाबा पीबा को समाळेगां मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा नौकर रै खाबा पीबा को रै समाळैगांऽऽ
ऐ! मैहलऽऽ अेर म्हारा नौकरऽऽ
 
वाह प्यारोऽऽ!
 
ये बातऽऽ!
 
ये बातांऽऽऽऽ
 
आज म्हारा प्यारा वो नौकर कू रै ज्या दिन भौजाई कू भाभी राणी श्यामदै कू देखै च विक्रमाऽऽ
दीत भाईऽऽ!
मैहल में बैठाई दीखै च रै ज्या दिन पाछा ई बावड़ै च नै विक्रमाऽऽ
दीत भाईऽऽ!
आज ज्या दिन घबराग्यो च माल का चाकर मैहल कैऽऽ
माईने भाईऽऽ!
राणी श्यामदै कह री च म्हारा प्यारा वो जा दिन नौकर कैऽऽ
तांईऽऽ!
कोई घबराबाड़ी चिनता को नै म्हारा नौकर माल का मैहल कैऽऽ!
माईनै भाईऽऽ!
 
म्हारा देवर के रै लगाऊंगी काळोऽऽ
ऐ! ओहोऽऽऽऽ 
अेरऽऽ काळो आज भीऽऽ म्हारा दैवर कै लगाऊंगी रै काळो रैऽऽ
ऐ! दागऽऽ अेर भाई काळो देवर कैऽऽ 
ऐ! लगाऊंगी रै काळो रैऽऽ
ऐ! दागऽऽ अेर भाई मरदोऽऽ  
 
हाँ प्यारों!
 
देस निकाड़ो दुआदूंगी देख भईया म्हारा देवर कू घबरावाड़ी चन्ता कोनेऽऽ
कोने भाईऽऽ!
काळो लगा द्यूँ भरतहरी आबाड़ो च दिन पूरा हेेग्या भगती करबे गियो चो शंकर भोळा नाथ की बगट बनी केऽऽ
माईने भाईऽऽ!
 
राजा भरतहरी भगती कर आवै च जा दिन शैहर कैऽऽ
माईने भाईऽऽ!
अम्बर फळ दियो चो शंकर भोळानाथ नै ज्या दिन भईया राजा भरतहरी कैऽऽ
तांई भाईऽऽ!
राणी राजी कोनै होई घोड़ा की ठांण मे देख कर राजा भरतहरी नै पड़गी च मैहल कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
चुड़लो मोड़ गाल्यो राजा भरतहरी को हाथी दांत को मैहल कैऽऽ
मांईनै भईयाऽऽ!
 
आज म्हारी राणी कांई हैग्यो श्यामदै का बता दै सांसाऽऽ
भैद भाईऽऽ!
देख म्हारी गौरी जी ठोकर लागी होओ तो डूंगर दूरां करा द्युँ ई शैहर कैऽऽ
माईनै भईयाऽऽ!
काँटो बाग्यो होवै तो म्हारी राणी जी बैड्या डूंडी करा द्युँऽऽ
करा द्युँ भाईऽऽ!
कोई नै आंगळी करी होवै तो आंगळीऽऽ
कटा द्युँ भाईऽऽ!
 
देख म्हारी गौरी रै दिल का तो बता दै नै सांसाऽऽ
ओ! भेदऽऽ अेर म्हारी राणी रै दिल का बता दै नै सांसाऽऽ
ऐ! भेदऽऽ अेर म्हारी राणी रै दिल का बता दै नै सांसाऽऽ
भेद! अेर म्हारी राणी रै दिल का बता दै नै सांसाऽऽ
ऐ! भेदऽऽ अेर म्हारी राणीऽऽ 
 
आज म्हारा खावन रै थारै रै लायो च कै थाराऽऽ
ऐ! भाईऽऽ अेर म्हारा खावन रै थारै लायो च नै थाराऽऽ
ऐ! भाईऽऽ अेर म्हारा खावन रै थारै लायो च नै थाराऽऽ
ऐ! भाईऽऽ अेर म्हारा खावन रै थारै लायो च नै थाराऽऽ
ऐ! भाईऽऽ अेर म्हारा खावनऽऽ
 
देख भरतहरी रै राज समळाई गियो थाराऽऽ भाईऽऽ
अेर म्हारा खावन रै राज समळा दियो थारा रैऽऽ
ऐ! भाईऽऽ अेर म्हारा खावन रै राज समळा दियो थारा रैऽऽ
ऐ! भाईऽऽ अेर म्हारा खावनऽऽ
 
देख भरतहरी के जचबा में कोनै आवै रै बिलकुल रैऽऽ
ऐ! बातऽऽ अेर भाई भरतहरी रै जचबा में नै आवे नै बिलकुलऽऽ
ऐ! बातऽऽ अेर भाई राजाऽऽ
 
देख म्हारा खावन रै कमर रै कटारो बांकड़ोऽऽ
ओ या चऽऽ अेर म्हारा...
भरतहरी देखो नै देखो नै रै देबीऽऽ
ऐ! या चऽऽ अेर भाई भरतहरी रै देखो देखो नै रै देबीऽऽ
ऐ! मैहल मेंऽऽ अेर भाई... 
 
म्हारा राजा जी मैहलां में देखै नै रै देबीऽऽ
ऐ! या चऽऽ अेर म्हारा राजा रै मैहलां मे देखो नै रै देबीऽऽ
ऐ! या चऽऽ अेर म्हारा राजा
 
देख म्हारा खावन जी नौकर सूँ पूछे नै मैहलांऽऽ
ऐ! भाई! अेर म्हारा खावन रै नौकर सूँ पूछे नै मैहलांऽऽ 
ऐ! भाई! अेर म्हारा...
 
म्हारा राजाजी बांदी सूं पूछे नै रंग काऽऽ
ऐ! मैहलऽऽ अेर म्हारा राजन रै बांदी सूं पूछे नै रै रंग काऽऽ
ऐ! मैहलऽऽ अेर म्हारा राजन रै बांदी सूं पूछे नै रै रंग काऽऽ
वाह प्यारा!
ऐ! मैहलऽऽ अेर म्हारा राजनऽऽ
 
ईयां रै कह री च राणी रैऽऽ 
ऐ! श्यामऽऽ दै अेर भाई मरदोऽऽ
ईयां रै कह री च नै राणीऽऽ 
ऐ! श्यामऽऽ दै अेर म्हारा राजा रै ईयां रै कह री च नै राणीऽऽ
ऐ! श्यामऽऽ दै अेर म्हारा राजाऽऽ
 
हाँ प्यारेऽऽ!
हाँ रे म्हारा सांवराऽऽ!
 
हाँ!
क्या केहणा भाईऽऽ!
 
गायक कलाकारऽऽ
हम्मे भाईऽऽ
अंतर लाल योगीऽऽ
योगी भाईऽऽ
गाँव बंदाऽऽ
बंदा भाईऽऽ
 
पुंगी का बजईयाऽऽ
हम्मे भाईऽऽ
रामस्रूप योगीऽऽ
योगी भाई!
 
खंजरी का बजईयाऽऽ
हम्मे भाईऽऽ
बलराम योगीऽऽ
योगी भाईऽऽ
ग्राम झोपड़ाऽऽ
हम्मे भाईऽऽ
 
मजिरा बजईयाऽऽ
बजईया!
भैरूलाल योगी, गाँव बंदाऽऽ
बंदा भाई!
 
मजिरा बजईया बुद्धिप्रकाश योगीऽऽ
योगी भाईऽऽ
गाँव झोपड़ाऽऽ
हम्मै भाईऽऽ
 
आज म्हारा प्यारा वो नौकर नै भैजे च रै बाग कैऽऽ
ऐ! माईनैऽऽ अेर म्हारा...
भरतहरी रै नौकर नै भैजे च रै बागांऽऽ
ऐ! माईनऽऽ अेर भरतहरी रै नौकर नै भैजे च नै बागांऽऽ
ऐ! माईनऽऽ अेर भरतहरी नौकर नै भैजे च नै नै बागांऽऽ
ऐ! माईनैऽऽ अेर म्हारा राजो!
 
नौकर कह र्यौ च रै बिक्रमाऽऽ
ऐ! दीतऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै नौकर नै भैजे च बिक्रमाऽऽ 
दीतऽऽ अेर म्हारा... 
बिक्रमा बीरो रै आग्यो च नै सारो रैऽऽ
ऐ! भाईऽऽ अेर बिक्रमा रै बीरो आग्यो च नै सारो रैऽऽ
ऐ! भाईऽऽ अेर बिक्रमाऽऽ
 
कोनै रै बहलावै च मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा बीरा रै कोनै बहला वै च मैहलांऽऽ
ऐ! माई! अेर म्हारा बीराऽऽ
 
ऐ! बिक्रमा राजी रै हैग्यो च रै बागांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अे रै बिक्रमा रै राजी हेाग्यो च नै मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अे रै...
 
मंतर बोलो बिक्रमा कैह र्यो च रै नौकर कैऽऽ!
ऐ! तांईऽऽ अेर भाई बिक्रमा रै नौकर नै कैह र्यो च नै ज्या दिनऽऽ
ऐ! बाहरैऽऽ अेर बिक्रमा रै नौकर नै कैह र्यो च नै ज्या दिनऽऽ   
केह र्यो च मईया बागां मां आ आंऽऽऽऽऽऽ आं!
आंऽऽऽऽऽऽऽऽ आं!
बोलो हरीऽऽ!
 
बालै भरतहरी महाराज की...
जय होऽऽ!
 
 
आॅडियो फाईल नं॰ Bharathari-05
 
मनक्या ऐ देखी मोज में चैतो नही गुंवारऽऽ
गुवांर भाईऽऽ!
ऐ! मनक्या देखी मोज में चैतो नही गुंवारऽऽ
गुवांर भाईयाऽऽ!
कागद का मंदर बण्या च रगड़ता ना लागै यानै कोई बारऽऽ
बार रै भईयाऽऽ!
अरे म्हारा सांवराऽऽ
 
ऐ! भाग भरोसे ही रीजो मत करता रीजो कामऽऽ
कामऽऽ!
करमहीण रीजो मती रै भजता रीजो नै हरी कोऽऽ
नाम भईयाऽऽ!
 
हाँ प्याराऽऽ!
 
बिक्रमादीत कैह्‘र कै तो राजी होतो गियो चो आपणो भाई बाराह बरस में आयो चो भगतीऽऽ
कर भाईऽऽ!
 
जाता ई भाईया सोटा लगा दै चऽऽ
लगा दै च भाईऽऽ!
ठोकर लगाओ च ज्या दिन बिक्रमादीत कै राजाऽऽ
भरतहरी भाईऽऽ! 
म्हारा बैरी तू कांई को भाई च रै म्हारोऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
असी तो न मै राज समळार गियो चोऽऽ ईशा राज करै च कैऽऽ
करै च कै भाईऽऽ!  
 
आज रै डळ-डळ रोवै च म्हारा प्यारा वो ज्या दिन बिक्रमादीत मैहल कैऽऽ
माईनै भाई!
माईनै झर-झर रोर्यौ च म्हारा प्यारा वो ऊ रंग मैहल कैऽऽ
माईनै भाईया!
 
रंग मैहल का कड़ा कै ऊंदो तो लटकायो च भरतहरी नै आजऽऽ बीर विक्रमा कू ऊंदोऽऽ
ऐ! लटकायो च जा दिनऽऽ यादऽऽ बीर बिक्रमा नै ऊंदोऽऽ
लटकायो च ज्या दिनऽऽ ऐ! यादऽऽ बीर बिक्रमा नै ऊंदोऽऽ
लटकायो च मैहलांऽऽ ऐ! माईऽऽ बीर बिक्रमा न ऊंदोऽऽ
भई रेऽऽ
लटकायो च मैहलांऽऽ माई! अेर म्हारा प्याराऽऽ
 
ऐ! रै रै बिक्रमा रै डळ-डळ रोवै च नै मैहलाऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर बिक्रमा रै डळ-डळ रोवै च नै मैहलाऽऽ
हो! माईऽऽ अेर बिक्रमा डळ-डळ रोवै च नै मैहलाऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर बिक्रमा रै डळ-डळ ऐ! रोवै च नै मैहलाऽऽ
माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा!
 
हाँ प्यारों!
 
बिक्रमादीत रोबा लाग जावै डळ-डळ मैहल कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
नौकर कह र्यो च ज्या दिनऽऽ
काई कह र्यो च भाईऽऽ!
सुसपाल चाकर कह र्यो च भईया राजा भरतहरी कू कै राजा भरतहरी थांका ई भाई नऽऽ छोटा भाई नै मारो मतऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
भालाई देश नकाड़ो दै द्यो तैऽऽ
दै द्यो भाईऽऽ!
नौकर कर वार्ता मान ग्यो छत्री बावन गढा को गढपती राजा भरतहरी देश नकाड़ो दै द्यो च भाई कू छोटा कू बिक्रमा!
दीत कू भाईऽऽ!
 
आज रै राणी नै अंबर फल देवै राजा भरतहरी मैहल कै प्यारा ओऽऽ!
मांईनै भाईऽऽ!
 
भागवान शंकर नै अंबर फळ दियो चो ज्या दिन राजा भरतहरी खायो कोनै और खुआवे च राणी कैऽऽ
तांई भाईऽऽ!
 
देख म्हारी राणी अंबर खा या यै ज्याएगी कायाऽऽ मैहल मेंऽऽ म्हारी गौरी जीऽऽ
अंबर यै हो ज्यागी नै कायाऽऽ ऐ! मैहलऽऽ अेर म्हारी गौरी जी रै अंबर हो ज्यागी नै कायाऽऽ
ऐ! मैहलऽऽ अेर म्हारी राणी रै या अंबर हो जागी नै कायाऽऽ
ऐ! मैहलऽऽ अेर म्हारी गौरीऽऽ
 
है ज्यागी कायाऽऽऽऽ
 
है रै रै अंबर है ज्याईगी कायाऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
राणी म्हारी खाले नै री यै अंबर फळ अंबरऽऽ!
हो ज्यागी काया...
बोलोऽऽ!
अंबर खालै न री अंबर फळऽऽ काया थारी अंबर हो ज्यागीऽऽ
ऐ! राणी म्हारी खालै नै यै अंबर फळऽऽ 
क्या केहणाऽऽ
काया थारी अंबर हो जागीऽऽ 
ऐ! राणी म्हारी खालै नै यै अंबर फळऽऽ 
काया थारी अंबर हो ज्यागीऽऽ 
 
है ज्यागी काया रै कै अंबर है जाईगी कायाऽऽ
औ! हम्मे भाईऽऽ!
राणी म्हारी खालै नै यै अंबर फळऽऽ
काया थारी अंबर हो ज्यागीऽऽ 
राणी म्हारी खालै नै यै अंबर फळऽऽ
काया थारी अंबर हो ज्यागीऽऽ
 
भरतहरी महाराज कीऽऽ
जय होऽऽ
बोलै गुरूगोरखनाथ जी महाराज कीऽऽ
जय होऽऽ
 
है म्हारी राणीऽऽ 
हम्मै भईयाऽऽ
श्यामदैऽऽ
हम्मै भईयाऽऽ
अंबर फळ खालै थारै भई अंबर फळ लायो चूँ भगवान शंकर नै दियो चोऽऽ थारी अमर काया हो जाओगीऽऽ तू जनम तक कोन मरैऽऽ अमर ही रैहगीऽऽ
रैहगी भाईऽऽ!
राणी नै बचार कियो राजा भरतहरी का बोल खां तक सुणैगां आपा अंबर रैहुगां तोऽऽ
हम्मै भईयाऽऽ!
राणी नै कुण कू दै दियो च नौकर कैऽऽ
तांई भाईऽऽ!
और नौकर नै खियो कै च आपां जनम ही राजा भरतहरी का नौकर रैहुगांऽऽ
रैहुगां भाईऽऽ!
और इका घोड़ा की ल्याद झा़ड़ता हीऽऽ
रैहुगां भाईऽऽ!
आपां तो कोनै खावा अंबर फळ कूऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
नौकर नै कुण कू दै दियो च?
दै दियो च भाई!
घोड़ा का चरवरदार नै तो भईया ज्या दिनऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
बांदी कू दै दियोऽऽ
दै दियो भाईऽऽ!
बांदी काई कैहव च जनम जाई राजा का रै अब राणी का लत्ता अर कपड़ा धोता ही रैहुंगाऽऽ
रैहुगां भाईऽऽ!
आपां भी कोनै खावाऽऽ
ना खावा भाईऽऽ!
तो दैखा नै भईया वा बांदीऽऽ
हाँ भाईऽऽ!
कुण कू दै दै चऽऽ
कुण नै दै दैअ च भाईऽऽ
अरे गाँव को पुज्यारी चो शहर को आ भईया भगवान का मंदर की पूजा करै चो नै ऊ शहर कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
 
महाराजऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
राजा भरतहरीऽऽ
भरतहरी भाईऽऽ!
बावन गढ़ा को गढ़पती चऽऽ
गढ़पती च भाईऽऽ!
थानै दोअड़ी दैगो काड़ऽऽ
काड़ भाईऽऽ!
आदो नंगरी को राजऽऽ
करैगो भाईऽऽ
आदो राज समळादैगोऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
अंबर फळ खाल्यो तै भगती करता ही रैहगां भगवान का मंदर की सेवाऽऽ
करता रैहगा भाईऽऽ!
और शाम-सुबे आरती बोलता ही रैहगां और झालर बजाता हीऽऽ
रैओगां भाई!
पूज्यारी काई केओ चऽऽ
काई कैह् च भाईऽऽ!
ई झालर कू ई लौया कू आपां जनम तक कूटता ही रैहुगांऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
आपां भी नै खावा इकूऽऽ
नै खावा भाईऽऽ!
तो आपां कुण कू देवाऽऽ!
हम्मे भाईऽऽ!
 
आज रै पूजारी बाबौ राजा भरतहरी महाराज नै देवै च नै बावन गढ़ा कैऽऽ
तांई भाईऽऽ!
मांई राजा भरतहरी आपां कूँ राज देवैगोऽऽ डोळी समळा देवैगो कोई ईनाम चऽऽ
दे देगौ भाईऽऽ!
अंबर फळ फरतो-फरतो ई आजावै च म्हारा प्यारा भाईयो ज्या दिन राजा भरतहरी कैऽऽ
तांई भाईऽऽ!
राणी श्यामदै सू कैह् र्यो मैहल के मांई छत्री राजा भरतहरी मैहल कैऽऽ
माईनै भईयाऽऽ!
 
देख म्हारी गौरी जी अंबर फळ कू रै खाईगी च कै रंग काऽऽ
ऐ! मैहलऽऽ अेर म्हारी गौरी जी रै अंबर रै फळ खाईरी च कै मैहल कैऽऽ  
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारी गौरी जी रै अंबर फळ खाईरी च कै मैहल कैऽऽ
खागी कै तू?
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारी गौरीऽऽऽ
 
देख म्हारा खावन रै अंबर फळ, खाईगी रै मैहल कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा खावन रै अंबर फळ खागी रै मैहल कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा ठाकर रै अंबर फळ खागी च रै मैहल कैऽऽ
ऐ! माई नैऽऽऽ
 
भरतहरी अंबर फळ बतावै च राणी कैऽऽ
ऐ! तांईऽऽ अेर म्हारा ठाकर रै अंबर फळ बतावै च राणी कैऽऽ
ऐ! तांईऽऽ अेर म्हारा ठाकर रैऽऽ
 
देख म्हारो राजो रै पुज्यारी नै बुलवायो चो रै मैहल कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा राजो रै पुज्यारी नै बुलवायो चो मैहल कैऽऽ 
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा राजो रै पुज्यारी नै बुलवायो चो मैहल कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा...
    
अै रै रै पुज्यारी बाबो भाग्यो-भाग्यो आवै रैऽऽ
ऐ! पुज्यारी बाबो भाग्यो-भाग्यो आवै रैऽऽ
है हैऽऽ
पुज्यारी बाबो भाग्यो-भाग्यो आवै रैऽऽ
पुज्यारी बाबो भाग्यो-भाग्यो आवै रैऽऽ
 
आवै रै मैहलां मांई नैऽऽ
हाँ रैऽऽऽऽऽऽ
वाह प्यारोंऽऽ
पुज्यारी बाबो भाग्यो-भाग्यो आवै रैऽऽ
पुज्यारी बाबो भाग्यो-भाग्यो आवै रैऽऽ
पुज्यारी बाबो भाग्यो-भाग्यो आवै रैऽऽ
 
आवै च रै राजा का मैहल मैहलई मेंऽऽ
हाँ रैऽऽऽऽऽऽ
 
वाह प्यारोंऽऽ
हाँ म्हारा सांवराऽऽ
 
ये बात!
 
हाँ प्यारैऽऽऽऽऽऽ
क्या कैह् रोए भईया?
ये बात!
 
जल्दी पुज्यारी बाबा कू बलवा लियो भरतहरी महाराज नै मैहल कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
पुज्यारी बाबा सू कैह् र्यो च ज्या दिन राजा भरतहरी पुज्यारी बाबा यो अंबर फळ थारै पास में खांसूऽऽ
आग्यो भाईऽऽ!
महाराज मौकू बांदीऽऽ आपकी बांदी नै दियो चोऽऽ
दियो चो भाईऽऽ!
अंबर फळऽऽ
अरे भाईऽऽ!
बांदी कैहबे लाग जाओ च बोल भाई बांदी सूँ राजा भरतहरीऽऽ
कांई केहर्यो चऽऽ!
बांदी अमर फळ खाँ सूँ लयाई ची वाका बतो दै मौ नै सासाऽऽ
भैद भाईऽऽ!
महाराज थांको घोड़ा को चरवरदार च नै जीने दियो चो मोकूऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
सही च बातऽऽ
 
चरवरदार कू पकड़ लियो राजा भरतहरी महाराज नैऽऽ
हम्मै भईयाऽऽ!
बोल भई घोड़ा का चरवरदारऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
अंबर फळ खाँ सू आयो थारै पास में?
पास में भईयाऽऽ!
जा दिन गट्टा की नाड़ी खुआ पै ई आगी च माल का चाकर कै ज्या दिन मैहल कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
घोड़ा का चरवरदार कै कैहर््यो च म्हारा प्यारा वो राजा भरतहरी कैऽऽ
लारनै भाईऽऽ
 
देख भाई सरदारो राणी नै दियो चो रै मैहलांऽऽ
माई! अेर म्हारा प्यारा वो रै राणी नै दियो च नै मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै राणी नै दियो च नै मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै राणी नै दियो च नै मैहलांऽऽ
माईऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽऽ
 
भई रेऽऽ भरतहरी रै राणी नै रै दियो चो रै अंबर फळऽऽ
ऐ! आजऽऽ अेर भरतहरी रै राणी नै दियो च नै अंबर फळऽऽ
ऐ! आजऽऽ अेर भरतहरी राणी नै दियो च नै अंबर फळऽऽ
ऐ! आजऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ
 
प्यारो म्हारोऽऽ
अरे म्हारा सांवराऽऽऽऽ
 
भौजाई नैऽऽ भाएलो बलायो च चतरसाईळी मैऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
काड़ो देवर कै लगायो रै नखराईड़ी नैऽऽ
ओ नाई नै बलायो दैवर काड़ो...
ओ! काड़ो दैवर कै लगायो नखराड़ी नैऽऽ
भौजाई नैऽऽ भाएलो बलायो च चतरसाईळीऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
काड़ो देवर कै लगायो रै नखराईड़ीऽऽ
 
अरे भौजाई नै भाया भाएलो बलायो च चतरसाईळी मैऽऽ
अरे काड़ो देवर कै लगायो नखराड़ी नैऽऽ
 
हाँ प्यारों!
 
सगड़ा काम बड्या हो जाओ च म्हारा बीरवो भौजाई नै भाएलो बुला लियो च चतरसाईळी मै अर काड़ो देवर कै लगायो रै नख...
राड़ी नै भाईऽऽ!
 
अरे ज्या दिन राजा भरतहरी घबराग्यो मैहल कै मांईनै अर आपणा भाई कै झूटोऽऽ
अड़ंग लगाओ च भाईऽऽ
अड़ंग लगवार देश निकाड़ो दुआदियो च राणी श्यामदे नै मैहल कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
 
अठी नै टैमपास करतो डोलै बिक्रमादीत म्हारा प्यारा वो कोई शैहर कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
 
बिक्रमादीत बाण्या कै रैहबा लाग्यो जार रोट्यां कैऽऽ
सांटै भाईऽऽ!
बिक्रमादीत को ज्या दिन भर्दया रेवै च नै बाण्या कै सेठ कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
 
बाण्या कै एक ही बेटो चोऽऽ
बेटो चो भाईऽऽ!
आँख सू लाचार चोऽऽ
लाचार चोऽऽ!
जीको बिआव रचा दियोऽऽ
रचा दियो भाईऽऽ!
तो बिआओ रचा दियो तो ज्या दिन लाडी का बाप नै काई कैह् दियो?
काई कैह् दियो भाईऽऽ!
आँख सू कोई लाचार हो नै तो बरात में एक भी मत आणाऽऽ
मत आणाऽऽ!
 
और आगै कांई होअ चऽऽ
कांई होअ च भाईऽऽ!
 
बना श्रृणगार्यो बींद आपणै रेवै मैहल कै माईऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
फेरा तो इका देदेगां और लाडी कू राख लेंगा नै आपणा छोरा कैऽऽ
छोरा कै भाईऽऽ!
 
सेठ-सेठाणी बतड़ावै च मैहलां माईऽऽ
अेर भाई मरदो ईयां रैऽऽ
ऐ! बतड़ावै च मैहलांऽऽ माईऽऽ
अेर म्हारा मरदो रै सेठ-सेठाणी बतड़ावै च मैहलां 
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
ईयां रै कैह् र् यो च मैहल कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै सेठ-सेठाणी कैह र्यो च नै मैहल कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै यै ईयां कैह् र्यो च नै मैहल कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
केह् र् यो च नै मैहल कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
 
परणवै जावै च बाणया रै आजऽऽऽऽ
आऽऽऽऽऽऽऽऽज बोलो हरीऽऽ हरीऽऽ हरीऽऽऽऽऽऽऽऽ
 
ये बातां भाईऽऽ
 
कांई हो र्यो च म्हारा भाईयो देखांऽऽ!
कांई हो र्यो च भईयाऽऽ!
 
बिक्रमा नै लाड़ो तो बणायोऽऽ
ऐ! बिक्रमा नै लाड़ो तो बणायो रैऽऽ
ऐ! बिक्रमा नै लाड़ो तो बणायो रैऽऽ
बिक्रमा नै लाड़ो तो बणायो रैऽऽ
 
लै जावै रै परणबा तांई नैऽऽ हाँ रैऽऽ
वाह प्यारों!
 
बोलै भरतहरी महाराज कीऽऽ
जय होऽऽ!
 
बिक्रमादीत कू लाडो बणा दियोऽऽ
बणा दियो भाईऽऽ!
और फैरा पड़बै लाग जाओ चऽऽ
लाग ज्या च भाईऽऽ!
भईया! बड़ी छबी सू ब्याव हो रियो चऽऽ
हो रियो च भईयाऽऽ!
 
तो राणी को कांई नाम चो पींगड़ाऽऽ
पींगड़ा भाईऽऽ!
लाडी को नाम पींगड़ा चोऽऽ
हम्मै भईयाऽऽ!
तो उका पल्ला पै काई लख दियोऽऽ लाडी का पै?
काई लख दियो भाई!
लूगड़ी का पल्ला पैऽऽ
हम्मैऽऽ!
बिक्रमादीत नैऽऽ
काई लख्यो भाईऽऽ
फैरा तो खारी च राजा का कवर का बिक्रमादीत काऽऽ
दीत का भाईऽऽ!
बाण्या सेठ की लड़कीऽऽ
लड़की भाईऽऽ!
अगर हाँ लेजातांईऽऽ
हाँ ऽऽ!
सेठ को बेटो एक आँख संू लाचार तो ईकै रैहणो पड़गो भाईऽऽ
भाई भाईऽऽ!
 
परण कै लिआवै चऽऽ
लिआवै च भाईऽऽ!
लाडी कू भईया परण कै लिआओ चऽऽ
लिआओ च भईऽऽ!
ज्या दिन भईया काम कराबै लाग जावै बिक्रमादीत पैऽऽ
दीत पै भाईऽऽ!
सेठ-सेठाणी रै ज्या दिन भईया देबी-देवता डुकावै च नै लाड़ा-लाड़ीऽऽ
काई भाईऽऽ!
गरजोड़ो जोड़ दिया बाण्या सेठ का बेटा काऽऽ
बेटा का भाईऽऽ!
 
जै बिक्रमादीत आँख लख दियो जीकू लाडी बाच लीऽऽ
बाँच ली भाईऽऽ!
 
या दिन म्हारा बीरओ लाडी रूसगी इकी ज्या दिन देबी-देवता कोनै डोकै खैड़ा कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
मांईनै लाडी कह री च मनै फैरा खाया चा बिक्रमाऽऽ
दीत का भाईऽऽ!
 
मैतो लाडी बाजूंगी बिक्रमादीत की रै भाई मरदो लाडीऽऽ
ऐ! बाजूंगी बिक्रमादीत की रै भाई मरदो रै लाडी बाजूंगी रै बिक्रमाऽऽ
ऐ! दीतऽऽ अेर भाई मरदो रै लाडी बाजूंगी नै बिक्रमाऽऽ
दीतऽऽ अेर भाई मरदोऽऽ
 
अेर भाई मरदो फैरा रै खाया चा बिक्रमाऽऽ
ऐ! दीतऽऽ का रै भाई मरदो रै फैरा खाया चा बिक्रमाऽऽ
ऐ! दीतऽऽ का रै भाई मरदो रै फैरा खाया चा बिक्रमाऽऽ
ऐ! दीतऽऽ का रै भाई मरदोऽऽ
 
बिक्रमा कै रैहुंगी रै मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर रै म्हारा प्यारा रै बिक्रमा कै रैहुगीं नै मैहलांऽऽ
माईऽऽ अेर रै म्हारा प्याराऽऽ
 
अरे म्हारा सांवराऽऽऽऽ
 
हाँ प्यारैऽऽऽऽ
अरे म्हारा भाईऽऽऽऽ
 
मैतो बिक्रमादीत की लाडी चूंऽऽ
लाडी चूं भाईऽऽ!
देबी-देवता कोनै ढोकै भईया वा लाडीऽऽ
लाडी ना डोकै भाईऽऽ!
बिक्रमादीत कू ज्या दिन भईयाऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
राजा की कैद कै मांई खंदवावै लाग गयो सेठ-सेठाणीऽऽ
सेठाणी भाईऽऽ!
देखां कसा खन्दार्या चऽऽ
देखां देखां 
 
इंये राजा भरतहरी का ज्या दिनऽऽ
ज्या दिन भाईऽऽ!
संत्री चल जावै च बिक्रमादीत कू लियावै कैद कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
 
कैद में पटक दियो च म्हारा प्यारा वोऽऽ
प्यारा वो भाईऽऽ!
ज्या दिन भईया ई ध्यान धरै च नै राजा भरतहरी कैदी कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
  
बिक्रमादीत नै रै देख्यो चो नै कैद कैऽऽ
माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो ज्या दिन रै देख्यो चो नै कैद कैऽऽ
माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा वो रै ज्या दिन देख्यो च नै बिक्रमा नैऽऽ
ऐ! कैदऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै ज्या दिन देख्यो च नै बिक्रमा नैऽऽ
ऐ! कैदऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
 
अेरे भरतहरी डळ-डळ रै रोवै च मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर भरतहरी रै डळ-डळ रै रोवै च नै मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर भरतहरी डळ-डळ रै रोवै च नै मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ!
 
देख संत्री भैज्या रैऽऽ वै भैज्याई च रै दो काऽऽ
ऐ! चारऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै संत्री भैज्या च नै दो काऽऽ 
ऐ! चारऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
 
बिक्रमा कू नै निकळायो रै कैद कैऽऽ
ऐ! मांईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै बिक्रमा नै निकळायो रै कैद कैऽऽ
ऐ! मांईऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
 
दोनी भाई मिल र्या च रै मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै दोनूं भाई मिल रिया च रै मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै दोनू भाई मिल रिया च नै मैहलांऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
 
देख म्हारा बीरा रै गलती कीऽऽ कर लै नै रै माफीऽऽ
ऐ! यादऽऽ अेर म्हारा बीरा रै गलती की कर लै नै रै माफीऽऽ
ऐ! यादऽऽ अेर म्हारा प्यारा रै गलती की कर लै नै रै माफीऽऽ
ऐ! यादऽऽ अेर म्हारा प्याराऽऽ
 
अरे म्हारा साँवराऽऽ!
 
गलती की माफी कर लै आज म्हारा बीर छोटा भाई म्हारा तूऽऽ
भाई-भाईऽऽ!
बिक्रमादीत ई मैहल कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
ज्या दिन कड़ा कै ऊंदी लटका दी राणी श्यामदै कू राजा भरतहरी मैहल कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
म्हारा ई भाई कै झूंठो दाग लगार देश निकाड़ो दुआ दियो च रै राणी श्यामदै मैहल कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
अतनी बांतां कैह् र्यो च राजा भरतहरी मैहल कैऽऽ
कैह र्यो च भाईऽऽ!
अरे ज्या दिन राणी श्यामदै नै देश नकाड़ो दै दियो मैहल कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
बिक्रमादीत कैह् र्यो म्हारा भाई कामी मारै च भाभी नै मैहल कैऽऽ
माईनैऽऽ!
थारा बीरा कै ठोकर-जूता लगावै धक्का दो का चार लगावै नै मैहल कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
झर-झर रोवै बिक्रमादीत भई भरतहरी रै तू सुण लै म्हारीऽऽ
बात भाईऽऽ!
भाभी कू मत मारै फिर भी याई कह रियो च भईया बिक्रमाऽऽ
दीत भाईऽऽ!
भिलाई दैस नकाड़ो दै दै पर मारै मतऽऽ
मारै मत भाईऽऽ
देस नकाड़ो दुआ दै चऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
अरे ज्या दिन सगड़ो ही काम बड़िया हो जावै चऽऽ
हो जा‘चै भईयाऽऽ!
राजा भरतहरी कैहबा लाग जाओ च भाया तू कशा रियो कशा कोनै रियो बाराह साल तांईऽऽ
बतादै भाईऽऽ!
बखा कै मांईनै तोकू बखो दियो चो मनैऽऽ देस नकाड़ो दियो चोऽऽ
दियो चो भाईऽऽ!
बाण्या सेठ कै तो रियो चो और अशा-अशा बातां बणी ची सगड़ी बातां सुणा दी च बिक्रमा!
दीत नै भाईऽऽ!
तू तो भाई तो आपणो कह तो रण्डवो होग्यो कै च भौजाई कू तो काड दियोऽऽ
काड दियो भाईऽऽ!
भाई के मनै फैरा खाया चा अशा सेठ की लड़की नाऊ पिगडा बोलै चऽऽ
बोलै च भाईऽऽ!
राजा का हुकम चाऽऽ
हम्मै भाईऽऽ! 
राजा का राज कै मायां
मायां भाईऽऽ!
सगड़ोई काम बड़िया हो जाओ च दैखा नी भईयाऽऽ
काई केह च भाईऽऽ!
राजा प्रसित की बेटी ची कुण जी को नाम भी राणी पींगळा चोऽऽ
पींगळा चो भाईऽऽ!
तो या राजा प्रसित की बेटी सिगंल शहर कै मांया जार भईया राजा भरतहरी पर्ण कै लियाओ चऽऽ
लियाओ च भाईऽऽ!
सिगंल शैहर कै मांया सूँऽऽ!
मांया सूँ भाईऽऽ
 
राज करै राजा भरतहरीऽऽ
भरतहरी भाईऽऽ
बावन गढा को गढपतीऽऽ
गढपती भाईऽऽ!
धारा नंगरी शहर को नाऊ पलट दियो राजा भरतहरी नै नाऊ पाड़ दियो च कांईऽऽ
कांई भाईऽऽ!
उजिण शैहरऽऽ!
शैहर भाईऽऽ!
उजिण शहर को राजा भरतहरी नाऊ पड़ गियो चऽऽ
पड़ गियो च भाईऽऽ!
और म्हारा बीरओ आगै काई बात बणवै.. 
लागरी च भाईऽऽ! 
 
 
भाग-3
 
बाबा गुरूगोरखनाथ कै साडै-चैदासै चैला चा,
चैला चा भाईऽऽ
चैला चा जा में एक धूणो भईया रीतो ही सूनो ही बसे चो,
बसे चो भाईऽऽ!
और धूणा पै तो चैला रैओ चा तपै चा,
तपै चाऽऽ!
 
उजिण शहर कै मांई राजा भरतहरी घणों धर्मावतार राजा चो,
राजा चो भाईऽऽ! 
बावन गढा को गढपतीऽऽ
गढपती भाईऽऽ!
दान बाट‘र ही भोजन, 
जीमैं चो भाईऽऽ! 
 
तो या महातमा कह र्या च महाराज आपणै एक धूणो रीतो और सूनो क्यु बसै च,
बसै च भाईऽऽ!
बचाओ राजा भरतहरी कै लियै या धूणो सूनो बसै च वार तपै वा धूणा कै,
माईनै भाईऽऽ!
 
बोलै महाराज राजा भरतहरी तो बावन गढा को गढपती च कामी जोगी बणैगोऽऽ
बणैगो भाईऽऽ!
कामी धुणया तपैगो राजा भरतहरीऽऽ
भरतहरी भाईऽऽ!
 
जाओ रै महातमा भैदिया दो महातमा राजा भरतहरी कै द्वारै जार अलख जगाजो!
जगा दिजो भाईऽऽ! 
दान कै मांया काई मांगजो,
काई मांगजो भाईऽऽ!
हिरा मृग की खाल,
खाल भाईऽऽ!
 
हिरा मृग की खाल काई मौजूद थोड़ी धरी ची म्हाऽऽ
धरी ची भाईऽऽ!
बोलै म्हारा हिरा मृग की खाल भी मिलेगी,
मिलैगी भाईऽऽ!
तीन दिन की मौहलत मांग राजा भरतहरी दैखा नी भईया,
काई कहर्यो च भाईऽऽ!
शिकार खेलबै जाऔचो और अठी नै सतरणियां कै माईनै एक ही भरतार चो, सत्तर को एक ही पती,
देव चो भाईऽऽ!
सतरणियां नै काई बच्यार कियो चरती-फरती राजा भरतहरी का राज में चालां धणा धर्मावतार राजा चऽऽ राजा भरतहरी महाराज,
महाराज भईयाऽऽ!
आपणा पतिदेव कू मारवा कोनै,
देगो भाईऽऽ!
या मालम कोनै राजा भरतहरी आपणों बैरीऽऽ
बण जागो भाईऽऽ!
 
सपरानंदी घाट पै पाणी पीऊंगा और काड़ा माळ मै चरेगां और काड़ा माळ में ही आपां बैठेगांऽऽ
बैठेगां भईयाऽऽ!
टैमपास आपणी माही,
हो जागी भाईऽऽ!
दिन की छपण में!
हम्मै भाईऽऽ!
दिन की छपण मै राजा भरतहरी!
भरतहरी भाईऽऽ!
घोड़ो नौलखो तबैलान सू खोल्यो राजा भरतहरी घोड़ा पै बैठ जाओ च राणी पींगळा सूं कांई जुआब देबैऽऽ
लाग रियो च भाईऽऽ!
 
राजा भरतहरी कै घर में राणी पींगळा जी नै छः मीना आगली छः मीना पाछली बात राणी नै,  
सुण ली ची भाईऽऽ!
तो राणी पींगळा सू राजा भरतहरी काई जवाब देबै, 
लागर्यो च भाईऽऽ!
 
बोलै भरतहरी महारज कीऽऽ 
जय होऽऽ!
 
ये बात!
 
देख म्हारी गौरी जी तनका रै गताई दे रै पांचूऽऽ
ऐ! कापड़ाऽऽ रै म्हारी गौरी जी रै तनका गताई दै नै पांचूऽऽ 
ओ! ऐ! कापड़ाऽऽ रै म्हारी गौरी जी रै तनका गताई दै नै पांचूऽऽ 
ऐ! कापड़ाऽऽ रै म्हारी गौरीऽऽ
 
भई रै पीगळा भालो रै गताई देई बिजड़ऽऽ
ऐ! शा’रऽऽ ओरै म्हारी राणी रै भालो गता दै नै बिजड़ऽऽ
लेग्या मोज म्हारा भाईयो!
ऐ! शा’रऽऽ ओरै म्हारी गौरी रै भालो गता दै नै बिजड़ऽऽ
ऐ! शा’रऽऽ ओरै म्हारी राणी रै भालो गता दै नै बिजड़ऽऽ
ऐ! शा’रऽऽ ओरै म्हारी गौरीऽऽ
 
देख पीगळा सत्तर रै हिरण्या में ही जीयोऽऽऽऽ
ऐ! अेरऽऽ देख म्हारी राणी रै सत्तर हिरण्या में जीयो जीऽऽ
ऐ! अेरऽऽ देख म्हारी गौरी रै...
जीने रै मारूगों नै सपराऽऽऽऽ 
ऐ! घाटऽऽ अेर म्हारी राणी रै उनै मारूगों नै सपराऽऽ
ऐ! घाटऽऽ अेर म्हारी गौरी रै उनै मारूगों नै सपराऽऽ
ऐ! घाटऽऽ अेर म्हारी गौरीऽऽ
 
देख म्हारा खावन जी वई चंडैड़ी असवारी रै पाछीऽऽ
ऐ! नई डटैऽऽ अेर म्हारा खावन रै चंडैड़ी असवारी रै पाछीऽऽ
ऐ! नई डटैऽऽ अेर म्हारा खावन रै चंडैड़ी असवारी पाछेऽऽ
ऐ! नई डटैऽऽ अेर म्हारा खावनऽऽ
 
भारतहरी महाराज कीऽऽ
जय होऽऽ!
 
बावन गढा का गढपती राजा भरतहरी चंडैड़ी असवारी नै पाछी डाट लैऽऽ मत जावै तू खैलबै सिकार बिगट बनी कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
राजा भरतहरी दिन थोड़ो च बन चै दूरीऽऽ
दूरी भाईऽऽ!
 
आज की घड़ी पुण नै टाळ दे मत जावै म्हारा खावन जीऽऽ  
शिकार खेलबै भाईऽऽ! 
 
हाथ जोड़ राणी पींगळा कैह् री च राजा भरतहरी कैऽऽ
ताई भाईऽऽ! 
राजा भरतहरी कैह् र्यो च राणी पींगळा चंडैड़ी असवारी पाछी नही डटैगीऽऽ राजा भरतहरी की जाओगो खेलबैऽऽ 
शिकार भाईऽऽ!
राणी पींगळा गादी लागै च राजा इंद्र की शैहर ऊजीण कैऽऽ
मांईनै भईयाऽऽ!
नै होयो सुबर घोड़ी की पीठ पै सवारऽऽ 
असवार भाईऽऽ!
नै पियो मैने बैहती गंगा कोऽऽ
नीर भाईऽऽ!
नै पर तरया पै पटक्यो मैनेऽऽ
हाथ भाईऽऽ!
नर को जायो खेलै बिगट बनी मै शिकार तो बैरी दुशमन पै ही डालैगोऽऽ
हाथ भाईऽऽ!
 
हाथ जोड़ राणी पींगळा कैह् री च राजा भरतहरी कै तांईऽऽ
ताई भाईऽऽ! 
 
कांई कैह् री च राणी पींगळाऽऽ नै समझै या भरत पुंवारऽऽ
पुंवार भाईऽऽ!
 
देख म्हारा खावन जी खोटा रै हैग्या यै च रै बन काऽऽ
ऐ! सोणऽऽ अेर म्हारा खावन रै खोटा होग्या च रै बन काऽऽ
सोणऽऽ अेर म्हारा राजा रै खोटा होग्या च रै बन काऽऽ
ऐ! सोणऽऽ अेर म्हारा राजा रै खोटा होग्या च रै बन काऽऽ
सोणऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ
 
देख म्हारा राजा रै बांई रै बालै च रै बन मेंऽऽ
ऐ! कोचरऽऽ अेर म्हारा राजा रै बांई बालै च रै बन मेंऽऽ
ऐ! कोचरऽऽ अेर म्हारा राजा रै बांई बाले च रै बन मेंऽऽ
कोचरऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ
 
भरतहरी रै दांई रोवै च रै जम्मौऽऽ
ऐ! श्याळऽऽ अेर म्हारा राजा रै दांई रोवे च रै जम्मौऽऽ 
ऐ! श्याळऽऽ अेर म्हारा राजा रै दांई रोवै च रै जम्मौऽऽ
ऐ! श्याळऽऽ अेर म्हारा राजा रै दांई रै रोवै च रै जम्मौऽऽ
श्याळऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ
 
आज म्हारा खावन काऽऽऽऽऽऽ खोटो रै है गियाई च रै बन काऽऽ
ऐ! सोणऽऽ अेर म्हारा खावन रै खोटा हो गया च नै बन काऽऽ
ऐ! सोणऽऽ अेर म्हारा खावन रै खोटा हो गया च नै बन काऽऽ
सोणऽऽ अेर म्हारा खावनऽऽ
 
देख म्हारा राजा जी सत्तर रै हिरण्या में ई पियोऽऽ
ऐ! एकऽऽ अेर म्हारा राजा रै सत्तर हिरण्या में ई पियोऽऽ
ये बातां!
ऐ! एकऽऽ अेर म्हारा राजा रै सत्तर हिरण्या में पियो जीऽऽ
ऐ! एकऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ 
 
मत नै रै जावौ जी ऊ बन कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा राजा रै मत नै जावौ जी रै बन कैऽऽ
ऐ! माईऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ
 
भई भरतहरी सत्तर रै डोलेंगी नै बन मेंऽऽ
ऐ! राण्डऽऽ अेर म्हारा राजा रै सत्तर डोलैंगी नै बन मेंऽऽ
ऐ! राण्डऽऽ अेर म्हारा राजा रै सत्तर डोलैंगी नै बन मेंऽऽ
ऐ! राण्डऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ
 
वाह प्यारोंऽऽ
ये बातांऽऽ
 
ये बात!
 
वाह भाईऽऽऽ
 
बोले गुरू महाराज की... 
जय हो!
 
 
आॅडियो फाईल नं॰ Bharathari-06
 
सतमंती सूरा जणै चै बड़भागण दातारऽऽ 
दातार भईयाऽऽ!
सतमंती सूरा जणै चै बड़भागण दातारऽऽ 
दातार भाईऽऽ!
 
कोई लछमी संत जणै च लाडला ओ रै कूळ जणै च ई संसारऽऽ
संसार भाई!
 
राणी पिंगळाऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
घणी-घणी बरजै राजा भरतरी नैऽऽ
भरतरी नै भाईऽऽ!
नै मानै भरत पंवार राणी पिनळा की बिलकुलऽऽ
बात भाईऽऽ!
 
राजा भरतरी, 
वाह् प्यारोऽऽ
नौ लख लै लिया रथड़ा पालकी बहत्तर लै लिया च घोड़ा का, 
असवार भाईऽऽऽ!
फोजा लै राजा भरतरी जार्यो च खैलबा हिरामृग की,
शिकार भाईऽऽ!
शपरा घाट कै, 
मांईनै भाईऽऽऽ!
 
तो दैखानी, 
हम्मै भाईऽऽ!
म्हरा बीर ओ कांई बात होवै च,
कांई होरी च भाई देखांऽऽ!
राणी पिंघळाऽऽ
काई कैह् री च भईया दैखांऽऽ!
अरेऽऽ कांई जवाब दैरी चऽऽ 
काई दैरी च भाईऽऽ!
काई बात बण री चऽऽ 
बोल भरतहरी बाबा की...
जयऽऽ! 
 
ये बात!
ये बात!
 
ये बातांऽऽ!
अरे म्हारा सांवराऽऽ!
 
आज म्हारा राजा रैऽऽ चुड़ळो मुळग्यो यै चो रै हाथीऽऽ
ऐ! दाँतऽऽ अेर म्हारा राजा रै चुड़ळो मुळग्यो च रै हाथीऽऽ
ऐ! दाँतऽऽ अेर म्हारा राजा रै चुड़ळो मुळग्यो च रै हाथीऽऽ
ऐ! दाँतऽऽ अेर म्हारा राजा!
 
देख म्हारा खावन जी मैं भी हैगी ची नै बिधवाऽऽ
ऐ! राण्डऽऽ अेर म्हारा राजा रै मैं भी होगी ची नै बिधवाऽऽ
ऐ! राण्डऽऽ अेर म्हारा राजा रै मैं भी होगी ची नै बिधवाऽऽ
ऐ! राण्डऽऽ अेर म्हारा राजा!
 
हाँ भाईऽऽ!
 
देख म्हारा राजा रैऽऽ कैतो मर जावैगो नै घोड़ोऽऽ!
ऐ! नौलकोऽऽ रै म्हारा राजा रै कैह्तो मर ज्यागो नै घोड़ाऽऽ
ऐ! नौलकोऽऽ रै म्हारा राजा रै कैह्तो मर ज्यागो नै घोड़ाऽऽ
ऐ! नौलकोऽऽ रै म्हारा राजाऽऽ!
 
मैं भरतरी रे कैह्तो रै मर जावैगो नै घोड़ोऽऽ!
ऐ! नौलकोऽऽ को रै म्हारा राजा रै कैह्तो मर ज्यागो नै घोड़ाऽऽ
ऐ! नौलकोऽऽ को रै म्हारा राजाऽऽ!
 
कैह्तो रैऽऽ मर जावेगो रै ऐसऽऽ!
ऐ! लारेऽऽ अेर म्हारा राजा रै कैह्तो मर ज्यागो ऐसऽऽ 
ऐ! लारेऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ!
 
ऐ! म्हारा सांवराऽऽऽऽ
वाह् प्यारैऽऽऽऽ!
 
बोल भरतरी महाराज कीऽऽ
जय होऽऽ!
बोले गुरु महाराज कीऽऽ
जय होऽऽ!
 
राजा भरतरी की राणी पिंगळा कैह् री हैऽऽ
कांई कैह् री च भाईऽऽ!
कै तो मर जाऔगो राजा भरतरी घोड़ो नौलखोंऽऽ कै मर जावैगो घोड़ा को...
असवार भाईऽऽऽ!
आज की घड़ी पुळ नै टाळ दै रै राजा भरतरी मत जावै तू खैलबेऽऽ
शिकार भाईऽऽ!
राजा भरतरीऽऽ! 
हम्मै भाईऽऽ!
खोटा हैग्या चा आज बन काऽऽ 
सूण भाईऽऽ!
म्हारों भी चुड़लो मुळग्यों चो राजा भरतरी हाथीदांत को मै भी हैगी सपना में जाणैं बिधवाऽऽ
राण्ड भाईऽऽ!
न मानै राणी की बिल्कुल बात राजा भरतरी जार्यों च सप्राऽऽ
घाट पै भाईऽऽ!
 
राणी पिंघळा देखांणी राजा भरतरी जार्या च खेलबै शिकार बगट बनी मै अर कांई राणी पिंगळा कैह् री च,
कांई कैह् री च भाईऽऽऽ!
 
वाह भाईऽऽ!
 
कांई कैह री च राणी पिंघळाऽऽ!
कांई कैह् री च देखां भईयाऽऽ!
 
ईयां आग्यो च करार दन, थोड़ो सो घटैऽऽ!
ऐऽऽ! आग्यो च करार दन, थोड़ो सो घटैऽऽ!
राम रैऽऽ थोड़ो सो घटैऽऽ! 
ऐऽऽ! आग्यो च करार दन रै थोड़ो सो घटैऽऽ!
राम रै, थोड़ो सो घटैऽऽ! 
 
राणी पिंगळा कैहरी चऽऽ!
 
भई रैऽऽ जावै रै म्हारा रै खावण जी राणी थन्नै मैहलऽऽ
ऐऽऽ! मत जावै म्हारा रै खावण जी राणी मैहल में नटैऽऽ
ऐऽऽ! मत जावै म्हारा रै खावण जी राणी मैहल में नटैऽऽ
 
भई रै भई रै जावै रै मुरख, राणी पिंगळा नटैऽऽ
ऐऽऽ! मत जावै रै मुरख राणी पिंगळा नटैऽऽ
ऐऽऽ! मत जावै रै भरतरी राणी पिंगळा नटैऽऽ
मत! जावै! म्हारा राजा रै राणी पिंगळा नटैऽऽ
 
ऐऽऽऽऽ हेऽऽऽऽ 
भई रै भई रैऽऽ जावै रैऽऽ म्हारा रैऽऽ ठाकरऽऽ
ऐऽऽऽऽ राणी पिंगळा नटैऽऽ
ओ! मत जा रै म्हारा राजा जी राणी पिंगळा नटैऽऽ
मत जा रै म्हारा राजा रै राणी पिंगळा नटैऽऽ
 
कानै समझै भरत पंवार बन में रै कंडै चाल्योऽऽ
ऐऽऽ! कानै समझै भरत पंवार बन में कंडै चाल्योऽऽ
उ नैऽऽ कानै समझै रै भरत पंवार बन में कंडै चाल्योऽऽ
उ नैऽऽ कानै समझै भरत पंवार बन में कंडै चाल्योऽऽ
 
भई रै समझै रै भरत पंवार बन में रै कंडै चाल्योऽऽ
ओेऽऽ कानै समझै भरत पंवार बन में कंडै चाल्योऽऽ
उ नैऽऽ कानै समझै भरत पंवार बन में कंडै चाल्योऽऽ
उ नैऽऽ कानै समझै भरत पंवार बन में कंडै चाल्योऽऽ
 
राजा भरतरी महाराज अनै जार सप्रा नंदी घाट पैऽऽ
घाट पै भाई!
तंब्बू ढळका दियोऽऽ या डेरो दै दियोऽऽ 
दै दियो भाई!
सत्तर हरण्या की डेरी पै गैळा केऽऽ 
मांईनै भाई!
 
अरे ज्या दिन म्हारा बीर ओ नौ लख बैठ्या हथड़ा पालकी बहत्तर बैठ्या छां घोड़ा कांऽऽ
असवार भाईऽऽ!
जा दिन हीरा मृग,
हम्मै भईयाऽऽ!
सत्तर हिरण्या आ जाओ च पाणी पीबै,
पीबै भाईऽऽ!
आधी हिरण्या तो पाणी पी री च,
पी री च भाईऽऽ!
और आधी हिरण्या राजा भरतरी कै ओढ़ी झांकै च,
झांकै च भईयाऽऽ!
झांकै च भईयाऽऽ!
कांई राजा भरतरी नै जुवाब देरी है,
काई देरी च भाईऽऽ!
 
बावन गढ़ा को गढ़पती राजा भरतरी क्यिां फौज लैर खड़ो च रै आज सप्रा नंदी घाट कै मांईऽऽ
मांई भईया!
वाह् भईयाऽऽ!
घणों धर्मावता को नावं सुणै चा रै आज फौजां लेर कियां बैठ्यो च सप्राऽऽ
नंदी के घांट भाईऽऽ!
 
आं! 
हम्मै भाईऽऽ!
सत्तर हरण्या कैह् री हैऽऽ
कांई कैह री च भाईऽऽ!
राजा भरतरी सूंऽऽ 
कांई कैह् री च भईया देखांऽऽ!
 
देख भाई राजा रै कै तो रुस्यायो दिखै माई रैऽऽऽऽ
ऐ! बापऽऽ सू रै म्हारा राजा रे कै तो रुस्या यो रे मायरऽऽ
ऐ! बापऽऽ सू रै म्हारा राजा रे कै तो रुस्या यो रे मायरऽऽ 
ऐ! बापऽऽ सू रै म्हारा राजाऽऽ
 
भई भरतरी कैतो रैऽऽ रुस्यायो दिखै घर कीऽऽऽऽ
ऐ! नारऽऽ सू रै म्हारा राजा रै कै तो रुस्या यो रै घर कीऽऽ
ऐ! नारऽऽ सू रै म्हारा राजा रै कै तो रुस्या यो रै घर कीऽऽ
ऐ! नारऽऽ सू रै म्हारा राजाऽऽ!
 
भई भरतरी रै ज्युं आयो ज्युं घोटा नै ई उल्टोऽऽ 
ऐ! मोड़ैऽऽ अेर म्हारा राजा रै ज्युं आयो ज्युं घोटा नै रै उल्टोऽऽ 
ऐ! मोड़ैऽऽ अेर म्हारा राजा रै ज्युं आयो ज्युं घोटा नै रै उल्टोऽऽ 
ऐ! मोड़ैऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ!
 
वाह् भाईऽऽ! 
लैग्या मोज म्हारा बीर ओऽऽ
 
ये बातां भाईऽऽ!
 
भरतरी महाराज की... 
जय होऽऽ!
 
जी दिन जा या राजा भरतहरी तू ज्यंु आयो ज्यंु ही...
उल्टो मोड़ दै भाईऽऽ!
घोड़ा नै उल्टो मोड़ लै तू चल जा उज्जिण शहर कै,
माईनै भाईऽऽ!
आऐ! राजा भरतरीऽऽ 
हम्मै भाईऽऽ!
 
आज कै तो तू दिख्यायो रुस आज तो म्हां कू अस्यो दिखै च राणी पिंगळा सूं,
अरै रुस‘र आयो च भाईऽऽ 
अरै भईया!
ऐ! रुस्यायों थारा माई रै बाप सू कै रुस्यायो दिखै रै राजा भरतरी थारी घर की,
नार सू भाईऽऽ!
अतनी बातां सूण ली राजा भरतरीऽऽ क्या जुवाब दैर्या च सत्तर हरण्यां कै,
मांईनै भाईऽऽ!
 
घणां दना को नांव सूणैं चो सत्तर हरण्या वोऽऽ
हरण्या वो भाईऽऽ!
सत्तर में एक भरतार च जीकी आयो चु खैलबे शिकारऽऽ
शिकार भाईऽऽ!
अतनी बातां कैह री हरण्या सुण ली राज भरतरी की बिकट बनी में बातऽऽ
बात भाईऽऽ!
क्या जुवाब दैरी च म्हारा बीर ओ देखां नी,
कांई दैरी च भाईऽऽ
 
भरतहरी बाबा...
की जयऽऽ!
 
दैख भरतरी रै कामी मारै च रै मिरग्योऽऽ
ऐ! या रैऽऽ अेर म्हारा राजा रै कामी मारै च रै मिरग्योऽऽ
ऐ! या चऽऽ अेर म्हारा राजा रै कामी मारै च रै मिरग्योऽऽ
ऐ! या चऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ
 
खै रै भाई राजा रै कांमी रै मारे च पियोजीऽऽ
ऐ या चऽऽ अेर म्हारा राजा रै कांमी मारे च पियोजीऽऽ
ऐ या चऽऽ अेर म्हारा राजा रै कांमी मारे च रै पियोजीऽऽ
हाँ प्यारैऽऽऽऽ
ऐ या चऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ
 
देख भाई राजा रैऽऽ सत्तर रैऽऽ डोलैगां रै बन मेंऽऽऽऽ
ऐ! राण्डऽऽ अेर म्हारा राजा रै सत्तर डोलैगां ओ! बन मेंऽऽ
ऐ! राण्डऽऽ अेर म्हारा राजा रै सत्तर डोलैगां नै बन मेंऽऽ
ऐ! राण्डऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ
 
देख भरतरी रै कोनै बैड्यो च रै मिठोऽऽ!
ऐ! माळऽऽ वौ रै म्हारा राजा रै कोनै बैड्यो च रै मिठोऽऽ
ऐ! माळऽऽ वौ रै म्हारा राजा रै कोनै बैड्यो च मिठोऽऽ
ऐ! माळऽऽ वौ रै म्हारा राजाऽऽ
 
देख भरतरी रै कोने रैऽऽ बैड्याई च दाडूऽऽ!
ऐ! दाखऽऽ अे रे म्हारा राजा रै कोने बैड्या च रै दाडूऽऽ
ऐ! दाखऽऽ अेर म्हारा राजा रै कोने बैड्या च रै दाडूऽऽ
ऐ! दाखऽऽ अै रै म्हारा राजाऽऽ
 
देख म्हाका राजा रै कोनै रै भैडी च रै घोड़ा कीऽऽ!
ऐ! दौबऽऽ अेर म्हारा राजा रै कोनै भैडी च रै घोड़ा कीऽऽ!
ऐ! दौबऽऽ अेर म्हारा राजा रै कोनै भैडी च नै घोड़ा कीऽऽ!
ऐ! दौबऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ
 
डोलैगां बन में राण्डऽऽ हिरणी अरज करैऽऽऽऽ
ऐ! डोलैगां बन में राण्ड हिरण्याँ अरज करैऽऽ
बौलोऽऽ!
डोलैगां बन में राण्ड हिरण्याँ अरज करैऽऽ
 
डोलैगांऽऽ! रै बन में रै राण्ड हिरणी रै अरज करैऽऽ
अरे डोलैगां बन में रै राण्ड हिरण्याँ अरज करैऽऽ
डोलैगांऽऽ बन में राण्ड हिरण्याँ अरज करैऽऽ
डोलैगांऽऽ बन में राण्ड हिरण्याँ अरज करैऽऽ
 
राजा भरतरी मैं डोलैंगां बिकट बनी में बिधवा राण्ड,
राण्ड भाईऽऽ!
ऐ! राजा भरतरी कामै मारैं च म्हारो सत्तर को,
भरतार भाईऽऽ!
सत्तर हरण्या में एक ही पियो च एक ही सरदार च,
सरदार च भाईऽऽ!
राजा भरतरी कोनै भैळ्यो मिठों माळवो वो मानै कोनै भैळ्या छै आपका जाड़ू,
काँच भाईऽऽ!
राजा भरतरी कोनै भैळी रै घोड़ा की हरीयळ,
दौब भाईऽऽ!
मानैं मार लै दो की चार राजा भरतरी मत मारे म्हाका हीरा मृग नै,
भरतार नै भाईऽऽ!
 
राजा भरतरी जुवाब दैर्या है,
कांई दैर्या च भाईऽऽ!
 
नर को जायो खेलै बकट बनी में शिकार बैरी दुशमन पै,
न पटके हाथ भईऽऽ!
बैरी दुशमन पै ही पटकेगो बैरी को हाथ राजा भईयाऽऽ!
है भईयाऽऽ!
 
ऐ! ज्या दिन कैह्र्या राजा भरतरी नै पियो सूं भर घोड़ी की पिठ पै कोनै होयो मै भीऽऽ 
अयवार भाईऽऽ!
नै पियो बैहती गंगा को नीरऽऽ
नीर भाईऽऽ!
नै पटक्यो सत्तर हरण्याओ मनै पर तर्या पैऽऽ
हाथ भईया!
नर को जायो खैले सिकार बैरी दुशमन पै डालै च नै बिगट बन्या मंऽऽ
हाथ भाईऽऽ!
 
या मौहलत छैऽऽ
हम्मे भाईऽऽ!
मन-तन की बार्ता हीरा मृग सूँ कर ली ज्योऽऽ
कर ली ज्यो भाईऽऽ!
थांका पतिदेव की सिकार खैलूगों, उगंतै! प्रभातऽऽ
प्रभात भाईऽऽ!
तो भईयाऽऽ 
हम्मै भाईऽऽ!
आदी हरण्या तो पाणी पीरी चऽऽ
पीरी च भाईऽऽ!
आधी भईया कांई देखाणी राजा भरतरी की बातांऽऽ
कैह री च भाईऽऽ!
कांई देखाणी हीरा मृग हिरण्या सूँऽऽ 
कैह् र्यो च भाईऽऽ!
हरण्या झर-झर रोरी च चमक-चमक भागै चऽऽ
भाग री च भाईऽऽ!
हीरा मृगल्यो कांई कैह्र्यो च सत्तर को भरतारऽऽ 
भरतार भईयाऽऽ!
 
बनी में सिकार खैले रै कंवर राजा कोऽऽऽऽ
ऐ! बनी में सिकार खैले कंवर राजा कोऽऽ
राम रैऽऽ कंवर राजा कोऽऽ
ओ! बनी में सिकार खैले कंवर राजा कोऽऽ
राम रैऽऽ कंवर राजा कोऽऽ
 
भई रै मतऽऽ भागो रै हिरण्याओं लागैऽऽ दूध माता को पणऽऽ
ऐ! भागो मत हिरण्याओं लागै दूध माता कोऽऽ
मत! भागो रै हिरण्याओं लागै दूध माता कोऽऽ
वाह भाईऽऽ
ओ! मत भागो रे हिरण्याओं लागै दूध माता कोऽऽ
मत भागो रै हिरण्याओं लागै दूध माता कोऽऽऽऽ
 
चैथ माता कोऽऽ लागै दूध माता कोऽऽ
ऐऽऽ! मत भागो रे हिरण्याओं लागै दूध माता कोऽऽ
मत भागो रै हिरण्याओं लागै दूध माता कोऽऽऽऽ
 
बनी में सिकार खैले च कोई कंवर राजा कोई मत भागो मारी हरण्याओं लागै च म्हारी दुध माता कोऽऽ
लागै च भाईऽऽ!
 
मृगल्यो जवाब देर्यो च हरण्या कै,
कांई भाईऽऽ!
राजा भरतरी कैह्र्यो च मृग कै तांई हीरा सत्तर हरण्या का भरतार कै,
कांई कहर्यो च भाईऽऽ!
 
देख मरगल्या जिन्दों न छोड़ू आज सप्रा नंदी घाट कै मांईऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
कोल कराऱ बरदानां देवै च मृगल्यो सत्तर हरण्या को भरतार राजा भरतरी कै तांई सप्राऽऽ
घाट पै भाईऽऽ!
मै सत्तर हरण्या को भरतार बाजू राजा भरतरी तू राणी पिंगळा को बाजै मैहल कैऽऽ
मांईनै भईयाऽऽ!
थारा घर मे एक राणी पिंगळा मैं सत्तर को भरतार बाजु छू नै बिगट बनी कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
ऐ! राजा भरतरी चंढ घोड़ा पै देख लैऽऽ 
देख ले भाईऽऽ!
तौ सर का राण्डया मरग्या साढा तीन से पथ-पथ राजा भरतरी बिगट बनी कैऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
ज्यो बरदाना देवै ज्यों ई मृगल्यों सत्तर हरण्या को भरतार,
भरतार भाईऽऽ!
राजा भरतरी कै भैया ऐड़ी का भबका चोटी सालग्या,
सालग्या भाईऽऽ!
और कांई होवै चऽऽ
कांई होवै च भाईऽऽ!
 
अरै वाह् भाई भईयाऽऽऽऽ! 
 
आज म्हारा राजा रेऽऽ भालो रैऽऽ उठायो च रे बीजळऽऽऽऽ
ऐ! शयारऽऽ ओ रै म्हारा राजा रै भालो उठायो च बीजळऽऽ  
ऐ! शयारऽऽ ओ रै म्हारा राजा रै भालो उठायो रे बीजळऽऽ  
ऐ! शयारऽऽ ओ रै म्हारा राजाऽऽ! 
 
भई भरतरी नै भालो रैऽऽ छटका दियो मृगां पैऽऽ!
ऐ! आजऽऽ अेर म्हारा राजा रै भालो छटका दियो मृगां पैऽऽ
ऐ! आजऽऽ अेर म्हारा राजा रै भालो रै छटका दियो मृगां पैऽऽ
ऐ! आजऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ!
 
भई रैऽऽ मरगल्यों रैऽऽ लपकर रैऽऽ कूद्यों च नै बारांऽऽऽऽ!
ऐ! हाथऽऽ अेर भाई मरगल्यों रै लपकर रै कूद्यों च नै बारांऽऽ
ऐ! हाथऽऽ अेर भाई मरगल्यों रै लपकर रै कूद्यों च नै बारांऽऽ
ऐ! हाथऽऽ अेर भाई मरगल्यों रऽऽ
 
भरतरी नै भालो रैऽऽ छटकायो रै इग्नीऽऽऽऽ!
ऐ! बाणऽऽ ओ रै म्हारा राजा भालो रैऽऽ छिटकायो रै इग्नीऽऽ
ऐ! बाणऽऽ ओ रै म्हारा राजा भालो छिटकायो रै इग्नीऽऽ
ऐ! बाणऽऽ ओ रै म्हारा राजाऽऽ
 
मरगल्यों रै लपकर रैऽऽ चपक्यो च रै धरत्यां कैऽऽऽऽ
ऐ! मांईऽऽ अेर भाई मरगल्यों रै लपकर चपक्यो च नै धरत्यां कैऽऽ
ऐ! मांईऽऽ अेर भाई मरगल्यों रैऽऽ लपकर रैऽऽ चपक्यो च रै धरत्यां कैऽऽ
ऐ! मांईऽऽ अेर भाई...
 
म्हारा राजा का निचै रैऽऽ गिरग्याई च रै सश्तर-पातीऽऽ!
ऐ! या चऽऽ अेर म्हारा राजा निचै रैऽऽ गिरग्या च रै सश्तर-पातीऽऽ
हाँ भाईयों!
ऐ! या चऽऽ अेर म्हारा राजा निचै रैऽऽ गिरग्या च न सश्तर-पातीऽऽ
ऐ! या चऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ!
 
अे रै भरतरी को बन में रैऽऽ बोलै च बत्तीसोंऽऽ!
ऐ! दाँतऽऽ अेर म्हारा राजा बन में रैऽऽ बोलै च बत्तीसोंऽऽ!
ओ दाँतऽऽ अेर म्हारा राजा का बन में रैऽऽ बोलै च बत्तीसोंऽऽ!
ओ! दाँतऽऽ अेर म्हारा राजा काऽऽ
 
प्यारो म्हारोऽऽ!
 
ये बातां!
बोल गुरु महाराज की...
जय होऽऽ!
 
राजा भरतरी का ज्या दिन भाला सस्त्र-पाती निचै जा पडै़ऽऽ
जा पड़ै भाईऽऽ!
घोड़ा नौलखां नै राजा भरतरी कैह्र्या च नैक जवाब,
जुवाब भईयाऽऽ!
आज म्हारा घोड़ा भईया नौलखाऽऽ 
नौलखा भाईऽऽ!
अरै म्हारा घोड़ा नौलखा आज धोखों दै दियो आज बैरी दुशमन हीरा मृगल्यो सत्तर हरण्या को भरतार जिन्दो,
जार्यो चऽऽ!
जार्यो च भईया!
घोड़ो नौलखो राजा भरतरी नै कैह् र्यो चऽऽ
कांई कैह् र्यो छै भाईऽऽ!
ऐ! राजा भरतरीऽऽ!
हम्मै भईयाऽऽ!
आज की भौमी उतर दै दीऽऽ
दे दी भाईऽऽ!
तीन ढोक धरती माता कै लगा दै, बैठ जा म्हारी पीठ कैऽऽ
मांईने भाईऽऽऽ
राजा भरतरी थनै लै उड़ूं आकाशां कैऽऽ
मांईनै भईयाऽऽ!
तीन ढोक धरती माता कै लगा दी, राजा भरतरी बैठ ग्यों च! घोड़ा कीऽऽ
पीठ पै भाईऽऽ!
राजा भरतरी का हीरा मृग नै मारै चऽऽ
मारै चऽऽ!
भालो छटका द्यो च बीजळ श्यार को भईया ज्या दिन कढग्यों सिगोंटी मं चैथा भाळों भीऽऽ
छटका दियो भाईऽऽ!
राजा भरतरी कै कढ जावै च ज्या दन सिनों फोड़ऽऽ
फोड़ भाईऽऽ!
अब रै भईया सांसां निकळबाळी च हीरा मृग की जा दिन सप्राऽऽ
घाट पै भाईऽऽ!
राजा भरतरी सूं देर्यो च नैक जुवाबऽऽ
जुवाब भईयाऽऽ!
राजा भरतरी म्हारी सांसां निकळबाळी च, तीन बचन म्हारा भी सुण लैऽऽ
सुण लै भाईऽऽ!
ऐ! राजा भरतरीऽऽ 
हां रै भाईऽऽ!
कांई कैह्र्यो छैऽऽ
कांई कैह्र्यो छै भाईऽऽ!
पांव दै दिज्यो म्हारा कायर चोर कू भाग बचा लैगोऽऽ
जान भाईऽऽ!
काळज्यों दे दीज्यो म्हारो बाण्या सेठ कूंऽऽ
सेठ कूं भाईऽऽ!
हरदम राखैगो छाया कै,
माईनै भाईऽऽ!
सींग दै दिज्यो रमता नाथ नै संत नै घर-घर मं जावैगी म्हारी आवाजऽऽ
आवाज भाईऽऽ!
आख्यां दै दीज्यो म्हारी कोई चंचळ नार कू हरदम राखैगी घूंघट कै,
माईनै भाईऽऽ!
राजा भरतरीऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
म्हारी खाळ दै दिज्यो बाबा गुरु गोरखनाथ कू म्हारी मोकक्ष...
हो ज्यागी भाईऽऽ!
तीन बचन कर कै हीरा मृग सांसां छोड़ द्यौ च ज्या दिन म्हारा प्याराओं सप्रा घाट कैऽऽ
माईनै भाईऽऽ!
घोड़ा पै मैल्यो हीरा मृग कू घोड़ा की पीठ पैऽऽ
पीठ पै भाईऽऽ!
अब राजा भरतरी उज्जीण शहर कै मांई आर्यो चऽऽ
आर्यो च भाईऽऽ!
तो बीच मं घेरो दैल्यो च राजा भरतरी कै सत्तर हरण्या पुकारी चऽऽ!
पुकारी च भाई!
जैसे कुरड़ावै च भैया सावण मं भादुड्योंऽऽ!
भादुड्यो मोर भाई!
तो हीरा मृग नै क्या जवाब दै री सत्तर हरण्या कांई बात बण री च म्हारा भाईओऽऽ
हाँ भाईऽऽ!
 
ऐ! हैऽऽऽऽऽऽऽऽऽऐ!
वाह् प्यारोंऽऽऽऽ!
 
बण बैठ्यो रै बण बैठ्योऽऽ 
बण बैठ्यो रै राजन् बण बैठ्योऽऽ
हां! ढोलेगां बन मं रै राण्ड बैरी म्हाको बण बैठ्योऽऽ
ऐ! ढोलेंगां बन मे राण्ड बैरी म्हाको बण बैठ्योऽऽ
ऐ! ढोलेंगां रै बन मे राण्ड बैरी म्हाको बण बैठ्योऽऽ
ढोलेंगां! बन मे राण्ड बैरी म्हाको बण बैठ्योऽऽ
 
ढोलेंगां रै बन मे मै राण्डऽऽ बैरी बण बैठ्योऽऽ
ऐ! ढोलेंगां बन मे रै राण्ड बैरी म्हाको बण बैठ्योऽऽ
ढोलेंगां बन मे रै राण्ड बैरी म्हाको बण बैठ्योऽऽ
 
उत्यारों रै गौह्र रै अंधेर दुशमन ये बण बैठ्योऽऽ
औ! उत्यारो गौह्र अंधेर दुशमन बण बैठ्योऽऽ
ऐऽऽ! उत्यारो रै गौह्र अंधेर दुशमन बण बैठ्योऽऽ
ओ! उत्यारो गौह्र अंधेर दुशमन बण बैठ्योऽऽ
 
मार्यों रै हिरण, जिन्दो हे्र मानेगौऽऽ
ओ! मार्यों रै हिरण, जिन्दो हे्र मानेगौऽऽ
राम रै जिन्दो हे्र मानेगौऽऽ
ऐ! मार्यों रै ये हिरण, जिन्दो हे्र मानेगौऽऽ
ऐ! जिन्दो हे्र मानेगौऽऽ
 
नै रै सत्तरऽऽ हरण्या को शराप, जोगी हे्र मांनैगोऽऽ
ऐऽऽऽऽऽऽ! सत्तर हरण्या को शराप, जोगी हे्र मांनैगोऽऽ
ओ! सत्तर हरण्या को शराप, जोगी हे्र मांनैगोऽऽ
ऐ! सत्तर हरण्या को शराप, जोगी हे्र मांनैगोऽऽ
 
ऐऽऽऽऽऽऽऽऽ हैऽऽऽऽऽऽऽऽ
मांनैगो नैऽऽ 
ऐ! हे्र मांनैगो, सत्तर हरण्या को शरापऽऽ जोगी हे्र मांनैगोऽऽ
हाँ भाई ओंऽऽ!
सत्तर हरण्या को शराप, जोगी हे्र मांनैगोऽऽ
लैग्या मोज म्हारा भाई ओऽऽ! 
सत्तर हरण्या को शराप, जोगी हे्र मांनैगोऽऽ
 
अरे म्हारा सांवराऽऽ!
 
मार्यो होयो हरण तो जिन्दो होर मांनैगों राजा भरतरी,
हम्मे भाईऽऽ!
सहत्तर हरण्या को श्राप जोगी हैर मांनैगो,
मांनैगो भाईऽऽ!
हीरा मृग नै लेर राजा भरतरी आवै च हिरण्या पोकांट मचादी च जा दिन बकट बनी कै मांईनै सप्रा घाट कै,
मंाइै भाईऽऽ!
अरै ज्या दिन जैसे कुरळावै सावण को भादूड्यों,
मोर भाईऽऽ!
धूणी थर्रागी धूणी ज्या दिन कांपगी बाबा गुरु गोरख नाथ की बकट बनी कै,
माईनै भाईऽऽ!
राजा भरतरी की गैल में आर धुणों लगार बैठग्यो बाबो गुरु गौरख,
नाथ भाईऽऽ!
गैल में बैठग्यों राजा भरतरी नै वा बात याद ची हीरा मृग नै जै बचन कर्या ज्येई,
कर्या चा भाईऽऽ!
अरै ज्या दिन भईया कै चै या खाळ तोऽऽ 
खाळ तो भाईऽऽ!
हीरा मृग की बाबा जी नै दे चलां जै आपणो भी पाप,
कट ज्या गो भाईऽऽ!
पाप बट जाऊगोऽऽ
हम्मै!
हीरा मृग की की मोकक्ष भीऽऽ
हो ज्यागी भाईऽऽ!
दूरै सूं ई दबका दियो बाबा गुरु गौरखनाथ नै ज्या दिन राजा,
भरतरी कू भाईऽऽ!
अरैऽ पापी दुसमण कैह च कै बन मं कुमा लायो मोटो,
पाप भाईऽऽ!
सहत्तर हरण्या का पतीदेव नै मार लायोऽऽ
मार लायो भाईऽऽ!
बन मं कुमा लायो तू राजा भरतरी मोटो,
पाप भाईऽऽ!
 
ईंयेऽऽऽऽऽऽ ई राजा भरतरीऽऽऽऽऽऽ 
हम्मे भाईऽऽ!
राजा भरतरी कैह्र्यो च बाबाजी,
हम्मे भाई!
मंनै तो हीरा मृग को पाप लग्यायो थनै ज्यात जंगल का आळा-तीता रुखड़ा काट-काट कै धुणा मं जला दिया बोलै महाराज यांको पाप कौनै,
लाग्यों कैऽऽ!
असली जोगी थनै जब जाणू राजा भरतरी कैह्र्या है,
कांई कैह्र्या च भाईऽऽ!
थनै जोगी जब जाणू मैं हीरा मृग को मार लायो तू बाबा जी जिन्दो,
कर दैऽऽ!
बोल बच्चा कांई देओगो मैं जिन्दो कर द्यूंगों,
हम्मै भाईऽऽ!
जनम जांई राजा भरतरी बाबा गुरु गौरखनाथ को चेलो रेऊगो,
रेऊगो भाईऽऽ!
जनम जियांई भगती करगो बाबा गुरु गौरखनाथ की सेवा करगो बकट बनी कै,
मांईने भाईऽऽ!
घोड़ा पै सूं निचै उतरा लियो च हीरा मृग कू ज्या दिन भईया,
हम्मे भाईऽऽ!
तुई-तुई कर कै नाद बजा दिया बाबा गुरु गौरखनाथ नै,
अरैऽऽ!
अमृत को छड़को मार दियो च हीरा मृग भईया जिन्दौ...
होग्यो च भाईऽऽ!
सिंगी नाद बजा दियो छै बाबा गुरु गौरखनाथ नै हीरा मृगल्या कू जिन्दो कर दियोऽऽ
कर दियो भाईऽऽ!
राजा भरतरी मन मं बच्यार करै च यो ज्ञान तो आपां कू भी,
सिखणो भाईऽऽ!
आपनै उज्जिण शहर मै कोेई कै भी कांई हो जाओ तो आपां भी जिन्दो,
कर सकंै चा भाईऽऽ!
महाराज मनै जल्दी चेलो बणाओऽऽ 
जल्दी बणाओ!
राजा भरतरी जोगा रम को मारग बाको सलखंडा की धार कटारी को, 
पानो भाईऽऽ!
जोगा रम को मारग च बांकोऽऽ
बांको भाईऽऽ!
ईयंऽऽ राजा भरतरीऽऽऽऽ  
हम्मै भाईऽऽ!
 
राणी पिंगळा सूं माता बैह्ण कैह्र लिया,
लिया भिक्ष्या भाईऽऽ!
माता बैण कैह कैर राणी पिंघळा सूँ भिक्ष्या मांग लै,
मांग लै भाई!
जब तो राजा भरतरी जोगा राम सध जाव न जोगा राम सध,
कौनै भाईऽऽ!
राजा भरतरी नै घोड़ो नौलखौ छोड़ दियो बकत बनी कै,
माईनै भाईऽऽ!
सूंनों घोड़ो छोड़ दियो,
छोड़ दियोऽऽ!
 
कमर कटारा, बाखड़ा,
हम्मे भाईऽऽ!
भाळो बीजळ श्यार को भाईया पटक दियो बकट बनी कै,
माईनै भाई!
भगवां तो कर लिया पाँचू कापड़ा राजा भरतरी,
अरैऽऽ!
गळा मं सेळीऽऽ हाथ मे लै लियो सुमरण नाद भईया,
नाद भाईऽऽ!
राजा भरतरी जार्यो च देखां न भैया भिक्षा मांगबै,
मांगबै भाईऽऽ!
कांई राणी पिंघ्गळा सू भिक्षा मांग र्यो च राजा भरतरी,
कस्या मांग र्यों च भाईऽऽ!
 
बोल भरतरी बाबा...
की जैऽऽ!
 
ये बात!
 
राजा भरतरी कांई भिक्षा मांगै छै,
कस्या मांगै छै भाई देखांऽऽ!
 
देख म्हारी गौरी जी अलखऽऽ जगायो च थारैऽऽ!
ऐ! बाहरैऽऽ अेर म्हारी गौरी जी अलख जगायो च थारैऽऽ
ऐ! बाहरैऽऽ अेर म्हारी गौरी जी अलख जगायो च थारैऽऽ
ऐ! बाहरैऽऽ अेर म्हारी गौरीऽऽ!
 
पींगळा बिकक्षा रै मैले न रै थाराऽऽ!
ऐ! बारणैऽऽ औ रै म्हारी पींगळा बिकक्षा मैले नै रै औ थाराऽऽ
ऐ! बारणैऽऽ औ रै म्हारी पींगळा बिकक्षा मैले नै रै औ थाराऽऽ
ऐ! बारणैऽऽ औ रै म्हारी पींगळाऽऽ
 
देख म्हारी गौरी जी रै भगती रैऽऽ करूगों नै गौरख बाबाऽऽ!
ऐ! नाथऽऽ देख म्हारी गौरी जी रै भगती करूगों नै गौरख बाबाऽऽ
ऐ! नाथऽऽ देख म्हारी राणी रै भगती करूगों नै गौरखऽऽ 
ऐ! नाथऽऽ देख म्हारी राणीऽऽ!
ऐ! करूगों न गौरख बाबाऽऽ नाथऽऽ 
देख म्हारी गौरी जीऽऽ!
 
बोलै भरतरी महाराज की जय...
होऽऽ!
बोलै गुरु महाराज की जय...
होऽऽ!
 
भगती करूगों राणी पिंघळा बाबा गुरु गौरखनाथ कीऽऽ
नाथ की भाईऽऽ!
मनै भिक्ष्या मैल दै राणी पिघ्ंाळा राजपणा की बाजै छी म्हारी स्त्री, जोग धारण की लागै च माता,
बैह्ण भाईऽऽ!
राणी पिंगहा मनै अलख जगा दिया थारै द्वारै दै नै भिक्षा,
मैल भाईऽऽ!
राणी पिंगळा एक हाथ सूँ झोळी पकड़लै च राजा भरतरी कीऽऽ 
भरतरी की भाईऽऽ!
देरी च नैक जुवाबऽऽ
जुवाब भाईऽऽ!
चुड़लौ मोड़ दियो हाथी दांत को राजा भरतरी नै देरी च कड़वा,
बोल भाईऽऽ!
 
ऐ! ई राजा भरतरीऽऽऽऽ!
हम्मै भाई!
 
माता माता कैह् कैह् बतळावै रंग मैहल कै मांईऽऽ
अरै हरैऽऽ मांई भाईऽऽ!
बटक-बटक टूटे काळज्यो राजा भरतरी रैऽऽ
भरतरी भाईऽऽ!
भर-भर नैणां मं आवै च नै नीरऽऽ
नीर भईयाऽऽ!
 
ये बात!
 
वाह् प्यारोंऽऽऽऽ! 
वाह् प्यारैऽऽऽऽ!
 
आज म्हारा राजा रैऽऽ कुण नै रैऽऽ दै दिया रै ऊण्डाऽऽ!
ऐ! ज्ञानऽऽ अेर म्हारा राजा रै कुण नै दै दिया रै ऊण्डाऽऽ
ऐ! ज्ञानऽऽ अेर म्हारा राजा रै कुण नै दै दिया रै ऊण्डाऽऽ
ऐ! ज्ञानऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ
 
देख भरतरी रै कूण नै रैऽऽ दिया च रै ऊण्डाऽऽ!
ऐ! ज्ञानऽऽ अेर म्हारा राजा रै कुण नै दिया च रै ऊण्डाऽऽ
ऐ! ज्ञानऽऽ अेर म्हारा राजा रै कुण नै दिया च रै ऊण्डाऽऽ
ऐ! ज्ञानऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ!
 
देख म्हारा राजा रैऽऽ माता रैऽऽ कैह् र्यो च जनानाऽऽ
ऐ! मैहलऽऽ अेर म्हारा राजा रै माता रै कैह् र्यो च जनानाऽऽ
ऐ! मैहलऽऽ अेर भाई राजाऽऽ!
 
राजा भरतरी सूँ राणी पिंगळा कैह् री च राजा भरतरी जरा सी शर्म कौनै आवै मैहल कै,
माईने भाईऽऽ!
आज राणी पिंगळा सूँ क्षत्रीजी राजा भरतरी महाराज माता कैह्-कैह् कांई बोलर्या च मैहल कै,
माईनै भाईऽऽ!
राजा भरतरी कै पियाया कांई थै फुल शराप कै पियाया बुझैड़ी,
भंग भाईऽऽ!
कुण नै दै दिया ऊंडा ज्ञान राजा भरतरी आप बोलो जोगी बणग्या,
बणग्या भईयाऽऽ!
 
राणी पिंगळा गैलां मं मिलग्या बाबा गुरु गौरख नाथ मुण्ड लियाऽऽ
चेला भाईऽऽ!
ऐ! राणी पिंगळा संघ जार्यो म्हारो कैदारनाथ बाबा बदरीऽऽऽऽ
नाथ कै भाईऽऽ!
अब मनै जल्दी भिक्षा मैल दै राणी पिंगला मैं जाऊगोंऽऽ
बिगट बनी के मांई भाईऽऽ!
राणी पिंगळा राजा भरतरी नै कांई जवाब देरी चऽऽ
कांई देरी च भईया देखांऽऽ!
राजा भरतरी बटक-बटक टूटे छै काळज्यों भर-भर आवै च नैणा मं नीरऽऽ
नीर भाई!
राजा भरतरी थनै जन्म को जोगी जाणती मैं फैंरा खाती हरगज,
नाही भईया!
हरगज भी फैरा न खाती,
न खाती भाईऽऽ!
कुंवारी रैह् जाती म्हारा बाप कै शंकर भगवान का कर लैती मैंऽऽ
नाम भाईऽऽ!
 
ऐ! राजा भरतरीऽऽ!
हम्मै भाईऽऽ!
ऐ! राजा भरतरीऽऽ!
हम्मै भईयाऽऽ!
कांई राणी पिंगळा कैह् री चऽऽ
कांई कैह् री च भाई देखांऽऽ!
 
ये बात!
 
देख म्हारा राजा रैऽऽ कुण नै रैऽऽ बांध्या चा रै काकणऽऽ
ऐ! डौरऽऽ डा रै म्हारा राजा रै कुण नै बांध्या चा रै काकणऽऽ
ऐ! डौरऽऽ डा रै म्हारा राजा रै कुण नै बांध्या चा रै काकणऽऽ
ऐ! डौरऽऽ डा रै म्हारा राजाऽऽ!
 
भरतरी कुण नै रैऽऽ बाध्यो च रै सिर पैऽऽ!
ऐ! मौळऽऽ देख म्हारा राजा रै कुण नै बाध्यो च रै सिर पैऽऽ
मौळऽऽ देख म्हारा राजा रै कुण नै बाध्यो च रै सिर पैऽऽ
ऐ! मौळऽऽ देख म्हारा राजाऽऽ!
 
देख म्हारी गौरी रै बामण का नै बांध्याई च रै कांकाणऽऽ
ऐ! डौरऽऽ डा रै म्हारी राणी रै बामण का नै बांध्या च रै कांकाणऽऽ
ऐ! डौरऽऽ डा रै म्हारी राणी रै बामण का नै बांध्या च रै कांकाणऽऽ
ऐ! डौरऽऽ डा रै म्हारी राणीऽऽ!
 
म्हारी राणी रै नाई कां नै बांध्यो च रै सिर पैऽऽ!
ऐ! मौळऽऽ अेर म्हारी राणी रै नाई कां नै बांध्यो च रै सिर पैऽऽ
ऐ! मौळऽऽ अेर म्हारी राणी रै नाई कां नै बांध्यो च रै सिर पैऽऽ
ऐ! मौळऽऽ अेर म्हारी राणीऽऽ!
 
देख म्हाका राजा रै बामण का नै डस जाई जो रै काळोऽऽ! 
ऐ! नागऽऽ अेर म्हारा राजा रै बामण का नै डस जाई जो रै काळोऽऽ
ऐ! नागऽऽ अेर म्हारा राजा रै बामण का नै डस जाई जो रै काळोऽऽ
ऐ! नागऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ!
 
भरतरी रै नांई का पै पड़ जाई ज्यो न आभाऽऽ!
ऐ! बीज’ळीऽऽ अेर भरतरी रै नांई का पै पड़ जाई ज्यो रै आभाऽऽ
ऐ! बीज’ळीऽऽ अेर भरतरी रै नांई का पै पड़ जाई ज्यो रै आभाऽऽ
हाँ भाईऽऽऽऽ!
ऐ! बीज’ळीऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ!
 
ढळ-ढळ रैऽऽ रौवै च रै राईणीऽऽ!
ऐ! मैहलऽऽ ओ रै म्हारा राजा रे ढळ-ढळ रौवै च रै राईणीऽऽ
ऐ! मैहलऽऽ ओ रै म्हारा राजाऽऽ!
 
कांई करैऽऽ होवैगा रै म्हांकांऽऽ!
ऐ! हालऽऽ अेर म्हारा राजा रै कांई कै होवैगां रै म्हांकांऽऽ
ऐ! हालऽऽ अेर म्हारा राजा रै कांई कै होवैगां रै म्हांकांऽऽ
ऐ! हालऽऽ अेर म्हारा राजाऽऽ!
 
वाह रै म्हारा सांवराऽऽ!
 
ये बातांऽऽ!
 
बोलै भरतरी महाराज की...
जय होऽऽ!
बोलै गुरु महाराज की...
जय होऽऽ!
 
 
आॅडियो फाईल नं॰ Bharathari-07
 
मन मैडू मल्या नहीं मलग्या लोग हजारऽऽ
हजार भाईऽऽ!
मन मैडू मल्या नहीं मलग्या लोग हजार!
हजारऽऽ!
मन मैडू मलग्या च बकट बन्या मं मांई भरग्या च रै भाईड़ाओंऽऽ
हजार भाईऽऽ!
औ! भईयाऽऽ 
 
सगड़ी बातां कैहर्यो च राणी पिंगळा,
कैह् दै च भाईऽऽ!
आसण दै द्यूंगी रण ढोढ्या के मांइनै,
मांईनै!
धुणी तपल्यो मैहल कै मांया,
मांह्या भाईऽऽ!
राणी पिंगहा धूणी तपबा सूं,
हम्मे भाईऽऽ!
मांनै जोगी कूण कैह्गो,
कैह्गो भाईऽऽ!
कूण जोगी जाणैगोऽऽ
जाणैगो भाईऽऽ!
मैं तो जावैगां बकट बनी कै,
मांईनै भाईऽऽ!
 
राजा भरतरी बिधाता नै न द्यो एक पुत्र में कुण के पुछै डाटुंगी उज्जिण नगर को,
राज भाईऽऽ!
आप जोगी बणग्या रै छतरी जी म्हांका कांई हाळ होवैगां नै रे रंग मैहल कैऽऽ
कांई भईयाऽऽ!
राणी पिंगळा ईऽऽऽऽ
वाह् प्यारोंऽऽ!
मोसू छोटो भाई च विक्रमादीत वा बण जाऊगो बंगणी को,
साथी भाईऽऽ!
राजा भरतरी देवर का बोल तो कड जाऔगा सीनो,
फोड भाईऽऽ!
राणी पिंगळा,
हाँ भईयाऽऽ!
थारी बणां कै पाँच पुत्तर छै ज्यामैं सूँ लिया जै एक मांग परायो,
पुत भाई!
ऐ! राणी पिंगळा वा डाटैगो उज्जिण को,
राज भाईऽऽ!
 
अरै राजा भरतरीऽऽ बावन गढ़ां का गढपतीऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
पराया पुतां सूँ कोरी कोनै पड़ै म्हारा खावनड़ा मं कूण का झैळूंगी नै दन उठ बोलऽऽ
बोल भईयाऽऽ!
 
राजा भरतरी थै म्हाका जोगी मैं थांकी जोगण्या हलमल सादांऽऽ
जोग भाईऽऽ!
मांनै लै चालो नै बिकट बनी कै मांईऽऽ
मांईनै भाईऽऽ!
वाह् भाईओऽऽ!
 
लारै राखै सांस्यो बागर्यो कै राखै डाढी डूमंऽऽ
डूमं भईयाऽऽ!
कोई बतावै बैण-भांणजी दुनिया डाटैगी राणी पिंगळा उल्टोंऽऽ
भैह्म भाईऽऽ!
 
राणी पिंगळा कांई कैह्री च,
कांई कैह री च भाई देखांऽऽ! 
 
अरै रै रै थारी मैंतो हमळाई सूँ कमाल्युंऽऽ
हम्मै!
बैठ्यो दिखै मैहलां मंऽऽ
ऐ! थारी हमळा सूँ कमाल्युं रेऽऽ बैठ्यो दिखै मैहलां मंऽऽ
भई रै भई रैऽऽ
लेग्यो भाई
ऐ! थारी हमळा सूँ कमाल्युं रैऽऽ बैठ्यो दिखै मैहलां मंऽऽ
राजा भाई हमळा सूँ कमाल्युं रैऽऽ ऐ! बैठ्यो दिखै मैहलां मंऽऽ
 
ऐ! रै कोनै उपड़्या दूध का दाँतऽऽ उमर म्हारी कियां तो कटैगीऽऽ 
अरैऽऽ
कोनै उपड़्या रै दूध का दाँतऽऽ उमर म्हारी कियां रै कटैगी राजाऽऽ
ऐ! कोनै उपड़्या रै दूध का दाँतऽऽ उमर म्हारी कियां रै कटैगी राजाऽऽ
 
कियां कटैगी राजाऽऽ 
कियां कटैगी राजा रै रै यै रै कोनै उपड़्या! ऐ! दूध का! 
ऐ! दाँत उमर म्हारी कियां रै कटैगी राजाऽऽ
वाह भाईयोंऽऽ
ऐ! कोनै उपड़्या रै दूध का दाँतऽऽ उमर म्हारी कियां रै कटैगी राजाऽऽ
ऐ! कोनै उपड़्या रै दूध का दाँतऽऽ उमर म्हारी कियां रै कटैगी राजाऽऽ
 
उमर म्हारी कस्यां कटैगी राजाऽऽ
राजा भाईऽऽ!
कौनै उपड़्या च म्हारा दूध का दन्त,
दन्त भाईऽऽ!
थारी हमरा सूँ कुमाल्यूंगी में बैठ्यो दीख तूं मैहलां मै,
मैहलां मै भाईऽऽ!
 
जनानो मैहल भर्यो चऽऽ
भर्यों च भाईऽऽ!
राणी पिंगळा बैठी-बैठी डाट लै नै तू उज्जिण नगर को राजऽऽ
राज भईयाऽऽ!
 
राजा भरतरी काया का हैज्यागा कोयला रै माया की ह्य ज्यागी छतरीऽऽ भभूतऽऽ
भभूत भईया! 
हम्मै भाईऽऽ!
आप सरी का दनियां मैं पांवणां रै मलां नीं दूजी बारऽऽ
दूजी बार भाईऽऽ!
 
ऐ! आज को बछटैड़ो कब मलैगो राजा भरतरी रै कैह् दै नै दिल की बातऽऽ
बात भाईऽऽ!
 
राणी पिंगळाऽऽ 
हम्मै भाईऽऽ!
काई क्ह री च भईया!
 
एक हाथ सू झोळी पकड़ली राणी पिंगळा राजा,
भरतरी की भाईऽऽ!
अब राजा भरतरी बकट बनी मै जार्या च,
जार्या च भाईऽऽ!
कांई राणी जवाब दैब,
लागरी चऽऽ!
आज को बछटैड़ो कब मलैगो राजा भरतरी कैह् दै धर्म की,
बात भाईऽऽ!
धन जोबन माया पावणी राजा भरतरी ढळता नै लागै बार,
बार भाई!
 
राजा भरतरी कांई कैह्र्यो ,
कांई कैह्र्यो च भईया देखांऽऽ!
राणी पिगळा कूरळारी च,
कूरळारी च भाईऽऽ!
झर-झर रो री मैहल कै,
माईनै भईयाऽऽ!
 
हूँऽऽ हूँऽऽ!
 
भईया कैह चऽऽ!
 
बैह् माता नै लिख दियो रै लैख कोनै राणी टळबा कोऽऽऽऽ
ऐ! बैह् माता नै लिख दियो लैख कोनै राणी टळबा कोऽऽ
ऐ! बैह् माता नै लिख दियो लैख कोनै राणी टळबा कोऽऽ
 
ऐ! म्हारा कर्मा मै लिख्यो च जोग कोनै रै टळबा को रै म्हाराऽऽ
ऐ! म्हारा कर्मा मै लिख्यो च जोगऽऽ कून राणी टळबा कोऽऽ
कोनै म्हारी राणीऽऽ
ऐ! म्हारा कर्मा मै लिख्यो च जोगऽऽ कून राणी टळबा काऽऽ
बैह् माता नै लख दिया लैखऽऽ कोनै राणी टळबा काऽऽ
ओ!
माता नै लिख दिया लैखऽऽ कोनै राणी टळबा काऽऽ
माता नै लिख दिया लैखऽऽ कोनै राणी टळबा काऽऽ
 
चंदा रैऽऽ बरणी रै म्हारी नार झगड़ो गौरी मत लाई गीऽऽ! 
ऐ! चंदा‘वरणी रै नार झगड़ो गौरी मत लागै रै म्हारीऽऽ
चंदावरणी रै नार झगड़ो मत लागै रै म्हारीऽऽ
ऐ! चंदावरणी नार झगड़ो मत लागैऽऽ
 
किरमा मै लिख दियो रै जोग कोनै रै टळबाऽऽऽऽ
ऐ! किरमा मै लिख दियो जोग कोनै रै टळबा काऽऽ
किरमा मै लिख दियो लैख कोनै टळबा काऽऽ
 
म्हारा हाथां को हथफूल नरदन कर चाईल्योऽऽऽऽ 
ऐ! हाथां का रै हथफूल नरदन कर चाईल्योऽऽ
ओ! म्हारा हाथां का रै हथफूल नरदन कर चाईल्योऽऽ
हाथां का रै हथफूल नरदन कर चाईल्योऽऽ
म्हारा रै हाथांई का हिथफूल नरदन किर चाईल्यो रैऽऽ
अरे! हाथां का रै हथफूल नरदन कर चाल्यो रै म्हाराऽऽ
हाथां का हथफूल नरदन कर चाल्योऽऽ
 
म्हारा रै बाजूबंध की रै लूम जोड़ो रै बिछटायोऽऽ
ऐ! बाजू रै बंध की रै लूम जोड़ो रै बिछटायो रै म्हाराऽऽ
बाजू बंध की रै लूम जोड़ो रै बिछटायो रै म्हाराऽऽ
बिछटग्यिो झोड़ोऽऽ!
बाजू बंध की रै लूम जोड़ो रै बिछटायोऽऽ
 
दांता मैली रै चूप नरदन रै किर चाईल्यो रै म्हाराऽऽ 
ऐ! दांता मैली चूप नरदन कर चाईल्यो रै म्हाराऽऽ
अरे वाह रै म्हारा भाईयो!
दांता मैली चूप नरदन कर चाल्यो रै म्हाराऽऽ
दांता मैली रै चूप नरदन कर चाल्योऽऽ
 
म्हारी जोड़ी का भरतार लारै मोह्नै लै चालोऽऽ
अरे! म्हारी जोड़ी का रै भरतार लारै मोह्नै लै चालोऽऽ
ओ म्हारा! जोड़ी का भरतार लारै लै चालो रै म्हाराऽऽ
जोड़ी का भरतार लारै मौह्नै लै चालोऽऽ
 
बलखैगी चंदा बरणी नार लारै रै लै चाऽऽऽऽ
 
ऐ! बलखैगी चंदा बरणी नार लारै रै लै चालोऽऽ
बलखैगी चंदा बरणी नार लारै मौह्नै लै चालोऽऽ
 
चंदा रैऽऽ बरणी रैऽऽ नारऽऽ झगड़ो गौरी मत लागैऽऽ
ऐ! चंदा बरणी रै नार झगड़ो मोंसू मत लागै म्हारीऽऽ
चंदा बरणी रै नार झगड़ो मोंसू मत लागै म्हारीऽऽ
ऐ! चंदा बरणी रै नार झगड़ो मोंसू मत लागैऽऽ
 
बैह्रो रै भाई बैह्रोऽऽऽऽ
ओ! बैह्रो रै भाई बैह्रोऽऽ
बैह्रो रै भाई बैह्रोऽऽ
 
बैह्रो रै भाई बैह्रोऽऽऽऽ
ऐ! बैह्रो रै भाई बैह्रोऽऽ
ऐ! बैह्रो रै भाई बैह्रोऽऽ
 
बैह्रो रै लागै च गैबीऽऽ सासरो राजाजी बिना रैऽऽ
ऐ! बैह्रो रै लागै च गैबी सासरोऽऽ राजाजी बिनाऽऽ 
बैह्रो रै लागै च गैबी सासरोऽऽ ओ! राजाजी बिनाऽऽ
ये बातांऽऽ लैग्या मोझ म्हारा बीरओऽऽ!
बैह्रो रै लागै च गैबी सासरोऽऽ ओ! राजाजी बिनाऽऽ
वा! भाईऽऽ
बैह्रो रै लागै रै गैबी रै सासरोऽऽ
 
म्हारा खांवन बिनाऽऽ उड-उड रै बैठेगां रै काळा कागलाऽऽ
ऐ! म्हारा खांवन बिनाऽऽ उड-उड रै बैठेगां काळा कागलाऽऽ
डौला के बिनाऽऽ उड-उड रै बैठेगां काळा कागलाऽऽ
सायब बिनाऽऽ उड-उड रै बैठेगां काळा कागलाऽऽ
 
बलमं बिना, फिको रै लागै छै रै उज्जिण को सासरोऽऽ!
ऐ! बलमं बिनाऽऽ फिको रै लागै रै उज्जिण को सासरोऽऽ
ओ! बलमं बिनाऽऽ फिको रै लागै रै उज्जिण को सासरोऽऽ
ओ! डौला कै बिनाऽऽ फिको रै लागै रै उज्जिण को सासरोऽऽ
 
खावनडा बिना!
हाँ भाई!
म्हारा छैला बिना! 
बैह्रो रै लागै चै सणगारऽऽ!
ऐ! म्हारा छैला बिना! 
बैह्रो रै लागै चै सणगारऽऽ
ऐ! म्हारा छैला बिनाऽऽ 
बैह्रो रै लागै चै सणगारऽऽ
डौला कै बिनाऽऽ 
बैह्रो रै लागै चै सणगारऽऽ
 
हाँ साहब!
हम्मै भाई!
 
गायक कलाकार
हम्मै भाई!
अन्तर लाल योगी
योगी भाई!
गाओं बन्दा
हम्मे भाई!
जिला सुवाईमाधोपुर 
माधोपुर!
पूंगी का बजईया रामस्वरूप योगी
योगी भाई!
 
खजंरी का बजईया
हम्मै भाई!
बलराम योगी
योगी!
मंजीरा का बजईया
हम्मै भाई!
भैरू योगी
योगी भाई!
गांऊ बन्दा
बन्दा!
 
हमारे!
साथ देने वाले भाईसाब 
हम्मै भाई!
बुद्धिप्रकाश योगी
हम्मै!
गांऊऽऽ
ग्राम पंचाईती झौंपड़ा
झौंपड़ा भाई!
सरौई झौंपड़ाऽऽ
हम्मै भाई!
 
मौबाईल लम्बर 
8875124367
 
बलम बिना रैऽऽ बैह्रो रै लागै च रै गैबीऽऽ 
औ! बैल बिना रैऽऽ बैह्रो रै लागै च गैबी रै सासरोऽऽ 
औ! डोला कै बिना रैऽऽ बैह्रो रै लागै च गैबी रै सासरोऽऽ  
औ! डोला कै बिना रैऽऽ बुरो रै लागै च गैबी रै सासरोऽऽ
औ! राजा कै बिनाऽऽ बुरो रै लागै रै गैबी रै सासरोऽऽ
म्हारा साजन बिना रैऽऽ बुरो रै लागै रै गैबी रै सासरोऽऽ
औ सथी बिनाऽऽ बुरो रै लागै च गैबी रै सासरोऽऽ 
 
बोल भरतरी बाबा की..
जय होऽऽ
 
घंणी-घंणी राणी पिंगळा समझावै नै समझै भरत पुंवार राजा भरतरी,
भरतरी भाईऽऽ
राणी पिंगळा नै भिक्षा मैल दी,
मैल दी भाईऽऽ
राजा भरतरी काना मं तो मंदरा गळा मं सैली हाथ में लै लियो सुमरण,
नाद भाईऽऽ
गुरु महाराज कै पास में आग्यो बकट बनी मं राजा भरतरी गुरु महाराज का चरणां मं आर शीष,
नवाद्यो भाईऽऽ!
चरणां मं ढोक लगादि शीष नवाद्यो,
हम्मै भाईऽऽ!
पंजो धर द्यो गुरु बाबा गौरखनाथ नै सिर पै,
धर द्यो हाथ भाईऽऽ
चेलो बणा लियो जा! बच्चा अतनै धरतरी अतनै भरतीर गोपीचन्द भईया अमर रैवगां थाकां,
नाम भाईऽऽ
दुनिया थाकां नांव लेती रैह्गी, गाती रैह्गीश् बजाती रैह्गीऽऽ सुणती रैह्गी,
रैहगी भाईऽऽ
 
छः महिना जांई राजा भरतरी अन्न को तो खैरो ही,
नै खायो भाईऽऽ
छः मिनां जाई अन्न को खैरो नै खायो राजा भरतरी महाराज नै,
महाराज नै भाईऽऽ
सŸा मारबौ सीखग्यों,
सिखग्यों भाईऽऽ
छः महिनां की भूख ई एक दनी,
कर दी भाई!
धर दी भईया!
गौरखनाथ जी को सिंहासन काँप उठ्यो,
काँप उठ्यो भाईऽऽ!
ई भगत नै कांई दैवां,
दैवां भाईऽऽ
बरदाना दै दिया राजा भरतरी कै तांई,
तांई भईयाऽऽ
नरबै जोग पका दुनिया मं, घूम,
घूमऽऽ
ऐ! गुरु का बचन च राजा भरतरी,
भरतरी भाईऽऽ
गैलै आणांऽऽ गैलै जाणां,
जाणां भाईऽऽ
माता-बैंण कैह दिनिया मंऽऽ माता-बैण के भईया मांग लेना भीख,
भीख भाईऽऽ
 
राजा भरतरी रमता रमता,
आग्या भाईऽऽ
 
रमता रमता राजा भरतरी आवै च,
आवै च भाईऽऽ
 
अलवर सैर बजार!
बजार भाई!
 
अलवर भैया सैर तजारा नगरी मं आवै च,
आवै च भाई!
बाराह् भईया बरस जांई, 
हम्मै भाई!
तो राजा भरतरी प्रजापत कै द्वारै रिह्यो छो,
रिह्यों छो भाईऽऽ
तो राजा भरतरी नै, 
हम्मै भाईऽऽ
प्रजापत बाबो तीन रोटी ल्यावै ची माई प्रजापतणी,
प्रजापतणी भाईऽऽ
तो डौड तो खुवावै चो उकू,
उकूऽऽ भरतरी कू भाईऽऽ
आधी खावै चो प्रजापत बाबो,
बाबो भाई!
अब तो एक दिन ही घटै च भईया क बारह् बरस मं,
बरस मं भाईऽऽ
अब राजा भरतरी जार्या च देखां न अलबर शहर बजारां कै,
मांईनै भाईऽऽ
नीरड़ा कै मांईनै,
हम्मे भाईऽऽ
 
कांई सरसं कुलड़्यां मंऽऽ
हम्मै भाईऽऽ!
जार्या च भाईओऽऽ! 
बोल भरतहरी बाबा की... 
जयऽऽ! 
 
ये बात! 
हुँ हुँ
 
अरे म्हारा सांवराऽऽ
 
अरेऽऽ शैहर उज्जिणी को वा राजा रै भरतरीऽऽ
भरतरी भईयाऽऽ!
कानां मं उनरा रैै गळा मं जिकै थैलीऽऽ
थैली भाईऽऽ!
कांनां मं मनरा रै गळा मं जिकै शैलीऽऽ
शैली भाईऽऽ!
हाथ में लियो जिनै नाद म्हारो बाबाजीऽऽ
हम्मैऽऽ!
रमतो रमतो जावै च भरतरीऽऽ
हम्मे भाई!
जार गूजर की कै अलख जगावैऽऽ 
जगावै भाईऽऽ!
अलख जगावै बाबो नाद बजावैऽऽ
बजावैऽऽ!
जिणां-जिणां नाद बजावै म्हारो बाबाजी रै शहर तोऽऽ 
उज्जिणी को राजा रै भरतहरीऽऽ
जिणां-जिणां नाद बजावै म्हारो बाबाजीऽऽ 
शैहर रै उज्जिण जिको राजा रै भरतरीऽऽ
जिणां-जिणां नाद बजावै म्हारो बाबाजीऽऽ 
शैहर उज्जिणी जिको राजा रै भरतरीऽऽ
जिणां-जिणां नाद बजावै म्हारो बाबाजीऽऽ 
शैहर उज्जिणी जिको राजा रै भरतरीऽऽ
 
अरैऽऽऽऽऽऽऽ गैला कै ढावै!
हम्मै!
 
भरतरी महाराज कैह्र्या चऽऽ
कांई कैह्र्या च भाईऽऽ!
 
अरैऽऽऽऽऽऽ नाद नै बाजै माता नौबत-नौबत बाजैऽऽ 
बाजै भाईऽऽ!
नाद नै बाज‘री माता नौबत-नौबत बाजैऽऽ 
बाजै भईयाऽऽ!
दल का तो धोखा दूरी बागै भोळा गूजर कीऽऽ
गूजर कीऽऽ!
एक कटोरो मईया दूध को पलादैऽऽ
पलादै भाईऽऽ!
भलो करैगो भगवान म्हारी मईयाऽऽ
हम्मे!
भूख से चाली माता पांचू रै आत्माऽऽ
हां भाई !
दल घबराग्यो देखो आज भोळा गुजर की रै भूखऽऽऽऽऽऽ!
ऐ! चाली माता पांचू ई आत्माऽऽ 
दल घबराग्यो म्हारो म्हारी मईया जी रै भूख सताली पांचू ई आत्माऽऽ
दल घबराग्यो म्हारो म्हारी मईया जीऽऽ 
भूख सताली पांचू ई आत्माऽऽ
दल घबराग्यो म्हारो म्हारी मईया जीऽऽ 
भूख सताली पांचू ई आत्माऽऽ
 
गैला कै ढावै बाबा म्हारी रै झोंपड़ीऽऽ
झोंपड़ी भाईऽऽ!
गैला कै ढावै जोगी म्हारी च झोंपड़ीऽऽ
झोपडी भाईऽऽ!
लख आवै रै लख जावै म्हारा बाबा जी रै गेलाऽऽऽऽ
 
ऐ! ढावै बाबा म्हारी रै झोंपड़ीऽऽ
लख आवै रै लख जावै म्हारा बाबा जी रैऽऽ 
गैला के ढावै बाबा म्हारी रै झोंपड़ीऽऽ
लख आवै रै लख जावै म्हारा बाबा जी रैऽऽ 
गैला के ढावै बाबा म्हारी रै झोंपड़ीऽऽ
लख आवै रै लख जावै म्हारा बाबा जी रैऽऽ 
गैला के ढावै बाबा म्हारी रै झोंपड़ीऽऽ
 
रैऽऽऽऽऽऽ क्याल परसों कै दिन की छाछ रै पड़ी चऽऽ
पड़ी च भाइऽऽ!
क्याल परसों कै दिन की छाछ रै पड़ी चऽऽ
पड़ी च भाइऽऽ!
दिल भावे जतरी रै खा जा म्हारा बाबाजीऽऽ
ऐ! क्याल परसू कै दिन कीऽऽ!
छाछ पड़ी चऽऽ
ओ! दल भावै जतरी खा जा म्हारा बाबाजीऽऽ
क्याल परसू कै दिन की छाछ रै पड़ी चऽऽ!
दिल भावै जतरी खा जा म्हारा बाबाजीऽऽ
ऐ! क्याल परसू कै दिन की छाछ रै पड़ी चऽऽ!
दल भावै जतरी खा जा म्हारा बाबाजीऽऽ
क्याल परसू कै...
 
दूध खावैगा जोगी हाळी रै बाळदीऽऽ
बाळदी भाईऽऽ!
दूध खावैगा नै म्हारा हाळी रै बाळदीऽऽ 
बाळदी भाईऽऽ!
कर रै च दिन र्यात काम म्हारा बाबा जी रैऽऽ क्यालऽऽ! 
ऐ! दूध खावैगा म्हारा हाळी रै बाळदीऽऽ
कर रै च दिन र्यात काम म्हारा बाबा जीऽऽ
दूध रै खावैगा म्हारा हाळी रै बाळदीऽऽ
कर रै च दिन र्यात काम म्हारा बाबा जीऽऽ
दूध रै खावैगा म्हारा हाळी रै बाळदीऽऽ
कर रै च दिन र्यात काम म्हारा बाबा जीऽऽ
 
बोल भरतरी महाराज की...
जय होऽऽ!
बोल! गुरु महाराज की...
जय होऽऽ!
 
क्याल परसो कै दिन की बाबा जी छाछ पड़ी चऽऽ
पड़ी छै भाईऽऽ!
दिल भईया कैवै जतरी खाजा म्हारा बाबाऽऽ
खाजा भाईऽऽ!
गैला कै ढावै म्हारी एक झंूपड़ी च म्हारा बाबाजी कुण-कुण कू दुध पांऊ में कस्या की करुंगीऽऽ
मनवार भाईऽऽ!
म्हारो गैला कै ढावै मकान च राम-राम में ही काई खंदाऊ कैऽऽ
खदांऊ कै भाईऽऽ!
मईया! म्हनैं थारै द्वारै अलख जगा दियो म्हनै भीक्षा मैल दैऽऽ
मैंल दै भाईऽऽ!
भूख सताली म्हनै पांचू ई आत्मा दिल घबराग्यो आजऽऽ
आज भाईऽऽ!
माता दूध-पूत का कांई गरबणा या सूरज को फुल चऽऽ
फुल च भाईऽऽ!
मत गरबै गरब गूजरी देख मतणिया छ्याछऽऽ
छ्याछ भाईऽऽ!
 
बैह्ज्यागों कोई दिन जोगी को जोळो ह्य ज्यागी घर-घर कीऽऽ
पणिहार भाईऽऽ!
भरतरी महाराज क्या कैह्र्या है दैखांनी भईयाऽऽ
कांई कैह्र्यो च भईयाऽऽ!
 
ऐहऽऽऽऽऽऽ ऐऽऽऽऽऽऽ
वाह् प्यारोंऽऽऽऽ! 
 
मत गरबै री माता मत गरब गूजरीऽऽ
गूजरीऽऽ!
मत गरब री मईया मत गरब गूजरीऽऽ
गूजरी भाईऽऽ!
देख मथड़िया धोळी छ्याछ भोळा गूजर कीऽऽ
ऐऽऽ!
कुण का भाग मं हैग्या गांया-गांया भैंस्याऽऽ 
भैंस्याऽऽ!
कुण का भाग मं देखो दूध भौला गूजर कीऽऽ
हम्मैऽऽ!
दूध पूत का म्हाकां काई री गरबणाऽऽ
गरबणा भाईऽऽ!
याई सुरज आळो फूल म्हारी माताऽऽऽऽ 
माताऽऽ!
भूख सताली अब तो पांचो रै आत्मांऽऽ
आत्मां भाईऽऽ!
दिल घबराग्यों छै नै आज म्हारी मईयाऽऽ
मईया भाईऽऽ!
छः महीना की रै बाबा जोटी रै बधं री चऽऽ
बधं री छैऽऽ!
दूध का रे पीलै म्हारा बाबाऽऽ
बाबाऽऽ!
अस्यों कराईमाती होवै म्हारा बाबाऽऽ
बाबा भाईऽऽ!
दुध छाछ पीलै म्हारा बाबाऽऽ
बाबा भाईऽऽ!
 
अस्यों कराईमाती होवै म्हारा बाबाऽऽ
बाबा भाईऽऽ!
दुध छाछ पीलै म्हारा बाबाऽऽ
बाबा भाईऽऽऽऽऽऽ!
 
गरब कर्या छा माता री बन का मोरड़ाऽऽ
मोरड़ाऽऽ!
गरब कर्यों छो माता री बन को यै मोर्योऽऽ
मोर्यों भाईऽऽ!
पंगा सूं कोढ्यो चालैऽऽ
चालै भाईऽऽ!
गरब करी छी एक बन की तो ब्यागळऽऽ
ब्यागळऽऽ!
औंदे मुख सूं बन में झूली म्हारी माताऽऽ 
माताऽऽ!
मतै गरब री माता गरब गूजरीऽऽ  
गूजरीऽऽ!
देख! मथड़ियांऽऽऽऽ 
 
छाछ रै पड़ी छैऽऽ 
मत करै गौरी माता गरब गूजरीऽऽ
देख मथड़िया धोळी छ्याछ म्हारा बाबाजीऽऽ
मत करै गौरी माता गरब गूजरीऽऽ
देख मथड़िया धोळी छ्याछ म्हारा गूजर कीऽऽ
मत करै गौरी माता गरब गूजरीऽऽ
 
गूजरी की कै अलख जगाई गियौऽऽ
अरैऽऽ!
नाथ भरतरी आई गियोऽऽ
अरैऽऽऽऽ
गूजर की कै अलखऽऽ
जगाई गियो रै नाथ भरतरी बाबोऽऽ
ऐ! गूजर की कै अलख जगाई गियो रैऽऽ 
नाथ भरतरी बाबोऽऽ
 
घर बैठ्याई दरसण दे गियोऽऽऽऽ
ऐ! नाथ भरतरी बाबोऽऽ
ऐ! घर बैठ्याई ही दरसण दे गियो रैऽऽ 
नाथ भरतरी बाबोऽऽ
ऐ! गूजर की कै अलख जगाई गियो रैऽऽ
नाथ भरतरी बाबोऽऽ
 
बोलै गुरू महाराज की...
जय होऽऽ!
 
घर बैठ्याई ही दरसण दै ग्यों म्हारे नाथ भरतहरी आग्यो! 
आग्यो भाईऽऽऽऽ!
गुरु महाराज कू सवरै च ज्या दिन भरतरी महाराज,
महाराज भाईऽऽ!
छः महिना की झोटी को दूध काड‘र बता दियो,
बता दियो भाईऽऽ!
माताऽऽ! 
हाँ भाई!
मै थारा हाथ सूं दूध पीऊंगां म्हाका हाथ सू कौनै, 
पीऊंगां भाईऽऽ!
गुजरी कैह् च बाबा गैला कै ढावै म्हारी झोपड़ी,
झोपड़ी च भाईऽऽ!
क्याल परसो कै दिन की छ्याछ पड़ी च,
पड़ी चऽऽ!
थारो दिल कैह् जसी जा बाबा,
जसी जा भाईऽऽ!
मन केह् तो पीलै म्हारा बाबा नं गेलै-गेलै,
चलै जा भाईऽऽ!
भरतरी महाराज रुसां जावै च,
रुस्यां ज्या च भाईऽऽ!
उँँदा टकवां द्यूँ थारां रई-बळोवणाऽऽ नैवड्या पै बठ्याण द्यूँ काळा,
कागला भाईऽऽ!
असल भरतरी जाण भोळा गुजर की,
गुजर की भाईऽऽ!
राजा भरतरी!
हम्मै भाईऽऽ!
मजल-मजल का चारणा करै च,
करै च भाईऽऽ!
 
ऊंचा-ऊचां डूंगर निचै च खोरळाऽऽऽऽ
खोरळा भाईऽऽ!
गूलर का पेड़ कै निचै आर धूणी लगार बैठ ग्यों,
बैठ ग्यों भाईऽऽ!
गुलर का पेड़ कै झोळी-झण्डा टांक दिया,
टांक द्या भाईऽऽ!
गुजरी मैया का धीणां मं दोष लगा दियो,
लगा दियों भाईऽऽ!
आवै नै म्हारा दैवळ-दैवळ भैरुं,
भैरुंऽऽ!
अरै गुजरी का धीणां मं दोष,
करे च भाईऽऽ!
दैवळ भैरु प्रगट कर दियो राजा भरतरी,
भरतरी भाईऽऽ!
गुजरी का धीणां मं दोष लाग गियो,
लाग गियोऽऽ!
गांया भैस्या चमक-चमकर भागै च डुंगर की खड़कां कैं,
मांईनै भाईऽऽ!
गांया भैंस्या कै दो बोबा मं किलां पड़ जावै च, दो मं पड़ जावै च र्याध,
र्याध भाईऽऽऽऽ!
 
गांया भैंस्या नै भैया छोड़ दिया च खळ-काकड़ा,
काकड़ा भाईऽऽ!
अरै बैलां नै छोड़ दियो च सुगरी बाँट,
बाँट भाईऽऽ!
 
गूजरी मईया,
कांई कैह्री च भाईऽऽ
राजा भरतरी कू हैरती डोलरी च अब देखां नी जंगल कै मांया,
मांया कस्या डोलै च भाई देखां!
 
ये बात!
 
कोढै गियो रै भरतरी बाबो रैऽऽ सावा गूजरी हेरैऽऽ
ऐ! कोढ़ै गियो रै भरतरी बाबोऽऽ सावा गूजरी हेरैऽऽ
कोढ़ै गियो रै भरतरी बाबोऽऽ सावा गूजरी हेरैऽऽ
कोढ़ै गियो रै भरतरी बाबोऽऽ सावा गूजरी हेरैऽऽ
कोढ़ै! गियो रै भरतरी बाबोऽऽ सावा गूजरी हेरैऽऽ
 
गूजरी हेरै रैऽऽ सावा गूजरी हेरैऽऽ
ऐ! गोढ़ै गियो रै भरतरी बाबोऽऽ सावा गूजरी हेरैऽऽ
कोढ़ै गियो रै भरतरी बाबो सावा गूजरी हेरैऽऽ
 
ओ! गूजरी हेरै रैऽऽ सावा गूजरी हेरैऽऽ
ऐ! भाईऽऽ
कोढ़ै गियो रै भरतरी बाबो सावा गूजरी हेरैऽऽ
कोढ़ै गियो रै भरतरी बाबो सावा गूजरी हेरैऽऽ
 
डूंगर ऊपर डूंगरीऽऽ 
ऐ! भाईऽऽ!
 
बाबा भरतरी कैऽऽ देवै ठण्डा नीर को नाळोऽऽ बाबाऽऽ
ओ! बाबा भरतरी कै देवै ठण्डा नीर को नाळोऽऽ
बाबा भरतरी कै देवै ठण्डा नीर को नाळोऽऽ
बाबा! भरतरी कै देवै ठण्डा नीर को नाळोऽऽ
अरे! नीर को नाळोऽऽ ठण्डा नीर को नाळोऽऽ
ऐ! बाबा भरतरी कै देवै ठण्डा नीर को नाळोऽऽ
वाह् प्यारैऽऽ लै ग्यों भाईऽऽ ये बातांऽऽ
बाबा भरतरी कै देवै ठण्डा नीर को नाळोऽऽ
 
अलवर की सड़क्यां के, बैहडै रपटण होरी चऽऽऽऽ
ऐ! अलवर की सड़क्यां के बैहडै रपटण होरी चऽऽ 
राम रे रपटण होरी चऽऽ
 
कियांई आवै भरतरी बाबा रै बरखा रै जोर दैरी चऽऽ
ऐ! कियांई आवै भरतरी बाबाऽऽ बरखा जोर दैरी चऽऽ
कियांई आवै भरतरी बाबाऽऽ बरखा जोर दैरी चऽऽ
कियांई आवै भरतरी बाबाऽऽ बरखा जोर दैरी चऽऽ
अरै जौर देरी चऽऽ औ! बरखा जोर दैरी चऽऽ
कियांई आवै भरतरी बाबाऽऽ बरखा जोर दैरी चऽऽ
 
गुजरी मईया हैरती डोलै च राजा भरतरी महाराज कोनै पावै,
कोनै पावै भाईऽऽ!
ऊंचा ऊंचा परबत निचै चा खोरळा ज्याकै भईया झोळी-झण्डा टांक दिया,
टांक दिया भाईऽऽ! 
टांक दिया भायाऽऽ!
वाह! प्याराऽऽ!
 
हैरत हैरत मल जावै च भैया गैला मं गांया का,
ग्वाळ्या भाईऽऽ !
गांया का ग्वाळ्याओ थै म्हारा धर्म का भाई च,
भाई च भाईऽऽ!
 
देख्यो चो कै एक रमतो सो बाबाजी,
बाबाजी भाई!
गांया का ग्वाळ्या कैह्र्या च अरी माता!
हम्मै भाईऽऽ!
काई सैलाणी ची थारां बाबाजी कै,
बाबाजी कै भाईऽऽ!
सर सोना मे जिकां झडर्या चा टोपळा,
टोपळा भाईऽऽ!
गळै बजन्टी माळा,
माळा भाईऽऽ!
गळै बजन्टी माळा ची म्हारा बाबाजी कै,
बाबाजी कै भाईऽऽ!
कानां मै मंनरा, गळा मं शैली, हाथ मं लै मैल्यो चो सुमरण,
नाद भाईऽऽ!
मईया थारो बाबाजी म्हानै दैख्यो चो क्याल कै दोपैहरां,
दोपैहरां भाईऽऽ!
जार भरतरी बाबा कू मईया वा हैर लै च,
हैर लै च भाईऽऽ!
मईया गुजरी पूछगी बाबा राजा भरतरी महाराज कै,
पास मैं भाईऽऽ!
जार भईया चरणां मै ढोक दै दी,
दै दी भाईऽऽ!
 
आधै भादवैऽऽ 
हम्मै भाई!
भादवा की छठ-सातै को बाबा थारो मैळो,
भरा द्युंगीऽऽ!
छठ-सातै को मैळो जोड़ द्युंगी बाबा,
हम्मे भाईऽऽ!
आठै की द्युंगी तोकू रसोई,
रसोईऽऽ!
म्हारा स्वामी अब तो बैळा पार लगा दै बाबा भरतरी महाराज,
महाराज भाईऽऽ!
हाँ सातै को सातै जागरणों होऐ! च दैखां भईया गूजरी को,
गूजरी को भाईऽऽ!
 
आज भी उका परवार को ही जागरण हाओ च, उका परिवार को भरता ही भौग,
लागै चऽऽ!
मैळा कै दिन, हम्मे भाई!
 
बोल भरतरी बाबा की...
जयऽऽ!
 
आज भी!
हम्मै भाईऽऽ!
गूजरी मईया का! 
मईया काऽऽ!
परवार को ही भोग लागै च,
लागै च भाईऽऽ!
मैळा कै दिन,
हाँँ भाईऽऽ!
और!
मईया गूजरी नै ही भरतरी बाबा को मैळो भरायो चो,
भरायो चो भाईऽऽ!
 
राजा भरतरी की कथा,
कथा भाईऽऽ!
संपूरण कथा हो चूकी च म्हारा बीर ओ बाबा राजा भरतरी महाराज की,
हम्मै भाईऽऽ!
ऐ! भईया देखा नी आगै काई बात होवै च,
कांई होरी च भाई देखांऽऽ!
बोलैऽऽ! आमळी वालै श्याम की, 
जय होऽऽऽऽ
 
अरेऽऽऽऽ हाड़ौती जावै बाबा जावै रै माळवोऽऽ
हम्मै भाई!
हाड़ौती जावै बाबा जावै च माळवोऽऽ 
माळवोऽऽ!
घर-घर में नागर देखो चाळ म्हारा भैरु जी मै तोमै-तोमै न्हाबैऽऽ
ऐ! आई रेऽऽ जोगिया शैया भैरु लाड़ला तनै मनाबा आई रैऽऽ
ऐ! म्हारा घणा रंगिला भैरु लाड़ला तनै मनाबै आई रैऽऽ
ऐ! म्हारा घणा रंगिला म्हारा लाड़ला रै तनै मनाबै आई रैऽऽ
ऐ! जोग्या का शिया का भैरु लाड़ला मैं तनै मनाबै आई रैऽऽ
 
ओ! सासुजी कैह्वै म्हारी बवळ बाझड़ी रैऽऽ
ओ! सासुजी कैह्वै म्हारी बवळ बाझड़ी रैऽऽ! 
ये बात!
ऐ! सासुजी कैह्वै म्हारी बवळ बाझड़ी रैऽऽ
सासुजी कैह्वै म्हारी बवळ बाझड़ी रैऽऽ
 
म्हारी नणदळ मसळा राळै म्हारा भैरु जी में कोनैऽऽ
ऐ! मनाबै आई रै, जोग्या का शिया भैरु लाड़ला मैं तनै मनाबै आई रैऽऽ
ऐ! जोग्या का शिया भैरु लाड़ला रै मैं तनै मनाबै आई रैऽऽ
 
पगळ्यांओ बांणी बाबा सिरपै रै दौवड़ी रै पगळ्यांऽऽऽऽ
पगळ्यांओ बांणी बाबा सिरपै रै दौवड़ी रैऽऽ
पगळ्यांओ बांणी बाबा सिरपै रै दौवड़ीऽऽ
 
लैती-लैती आई थारां नावं म्हारा भैरु जी मैं थनै रै मानाबैऽऽ
ऐ! आयी रैऽऽ जोग्या का शिया भैरु लाड़ला रै मैं तनै मनाबै आई रैऽऽ
अरे जोग्या का रै रंगिला भैरु लाड़ला रै मैं तनै मनाबै आई रैऽऽ
 
कदी नै ओढ़्यो भैरु पीळो रै पीह्र कोऽऽ 
ऐ! कदी नै ओढ़्यो भैरु पीळो रै पीह्र कोऽऽ
कदी नै ओढ़्यो भैरु पीळो रै पीह्र कोऽऽ
कदी नै ओढ़्यो भैरु पीळो रै पीह्र कोऽऽ
 
कदी नै हिवडै लार लागै म्हाकां भैरु जीऽऽ 
थनै ढोकबैऽऽ 
ऐ! आई रै जोग्या का शिया भैरु लाड़ला रै मैं तनै मनाबै आई रैऽऽ
अरे जोग्या का रै रंगिला भैरु लाड़ला रै मैं तनै मनाबै आई रैऽऽ
 
हाड़ौती जावै बाबा जावै रै माळवोऽऽ!
ऐ! हाड़ौती जावै बाबा जावै रै माळवोऽऽ
ऐ! हाड़ौती जावै बाबा जावै रै माळवोऽऽ
हाड़ौती जावै बाबा जावै रै माळवोऽऽ
 
घर-घर में नागर तैनै ताळ म्हारा भैरु जी म्है थनैऽऽ 
ऐ! मनाबै आयी रैऽऽ जोग्या का शिया भैरु लाड़ला रै मैं तनै मनाबै आई रै
ऐ! म्हारा घंणा रसिला भैरु लाड़ला रै मैं तनै मनाबै आई रै
 
अरैऽऽ ऊँचा पर्वत पै बाबा थारो रै दैवरोऽऽ
ऐ! ऊँचा पर्वत पै बाबा थारो रै दैवरोऽऽ
ऊँचा पर्वत पै भैरू थारो रै दैवरोऽऽ
ऊँचा पर्वत पै भैरू थारो रै दैवरोऽऽ
 
चढ़यों नै ऊतर्यो तो जावै म्हारा भैरु जी मैं थनै रैई ढोकबैऽऽ!
ऐ! आयी रै जोग्या का शिया भैरु लाड़ला रै मैं तनै मनाबै आई रै
ऐ! बन्दा का आमली का श्यामं रै मैं तनै मनाबै आई रैऽऽ
ऐ! बन्दा का आमली का श्यामं रै मैं तनै मनाबै आई रैऽऽ
 
वाह भाईऽऽ!
चलबा दै ढमकी मजीराऽऽ!
 
बोल भरतरी महाराज की.. 
जय होऽऽ!
बोलै गुरु महाराज की..
जय होंऽऽ!
बोलै आमली कै श्याम की.. 
जय होऽऽ!