Prafull Kumar Singh Maun
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चित्र: हसन इमाम, रंगकर्मी व लोकनाट्य विशेषज्ञ, पटना
लोकगाथा राजा सलहेस की सामाजिक प्रासंगिकता
हसन इमाम,
वरिष्ठ रंगकर्मी व सलहेस लोकगाथा विशेषज्ञ, प्रेरणा, पटना।
मैंने अपने शोध में पाया कि बिहार के दलित समुदाय, खासकर दुसाधों और पासवानों में लोकदेवता के रूप में…
in Audio
‘Raja Salhesh’ is one of the most popular folklores of Bihar with its representation in different art forms like folk painting, folk theatre or folk songs. The hero of the folklore, Raja Salhesh, is revered by the Dusadh caste as a god with magical powers. The first documentation, which is…
in Module
सलहेस नाच को मैंने तीन रूपों में देखा है। पहला रूप जो एकदम क्रूड, एकदम विशुद्ध ग्राम्य परिवेश में ग्राम्य कलाकारों द्वारा अभिनीत जो मैंने देखा, वह नरहन में। नरहन समस्तीपुर जिला में पड़ता है। वहां यंग, यानी युवा सलहेस और युवती कुसमा-मालिन दोनों एकदम सामान्य ग्राम्य वेशभूषा में …
in Interview